Google translated this article – Please read this article in English by clicking following link
Dyslexia Homeopathy Treatment
डिस्लेक्सिया
शब्द डिस्लेक्सिया में लिखित शब्द से संबंधित लक्षणों और सीखने की कठिनाइयों की एक श्रृंखला शामिल है। इस प्रकार, डिस्लेक्सिया के लिए कोई भी कारण निर्धारित नहीं किया गया है। संभावित परिकल्पनाएं आनुवांशिक पूर्वाग्रह, कॉर्पस कॉलोसम में एक असामान्यता, एक दोषपूर्ण तंत्रिका संबंधी पथ या एक त्वरित प्रसंस्करण संवेदी घाटे का सुझाव देती हैं। आय का स्तर, लिंग, जाति या आईक्यू में डिस्लेक्सिया है। डिस्लेक्सिक लोग दृश्य विचारक हैं, इसलिए उनके लिए अक्षरों, संख्याओं, प्रतीकों या लिखित शब्दों को समझना मुश्किल है, जो पढ़ने, लिखने, गणित और ध्यान केंद्रित करने में समस्याएं पैदा करते हैं।
डिस्लेक्सिक बच्चे औसत या उससे अधिक औसत बुद्धिमान है – किसी भी तरह से वह “गूंगा”, “बेवकूफ” या “आलसी” – लेबल जो वर्षों से उससे जुड़ा हुआ है। वह वास्तव में बुनियादी कौशल में कठिनाई है, और सिर्फ खेल नहीं रहा है। डिस्लेक्सिया के साथ, उसके पास एक ध्यान घाटा विकार भी हो सकता है, इससे स्कूल में सिखाए जाने वाले कार्यों में भाग लेना मुश्किल हो जाता है, और इस प्रकार उनके ज्ञान में अंतर होता है।
पढ़ना कैसा होता है?
डिस्लेक्सिया को समझने के लिए, यह पढ़ने को समझने में मदद करता है। पढ़ना आपके दिमाग के लिए एक असली कसरत है। आपको निम्न चरणों को करने की आवश्यकता है – और सभी एक बार में:
विवरण में डाइलेक्सिया लक्षण
छात्र की क्षमता और उनकी वास्तविक उपलब्धि के बीच एक विसंगति: यदि आप देखते हैं कि जब कोई आपसे बात कर रहा है तो वह औसत या चमकदार प्रतीत होता है जो गणित / एस के साथ पढ़ने, वर्तनी या सामना करने के लिए संघर्ष कर रहा है, यह सबसे मजबूत संकेतक हो सकता है वे डिस्लेक्सिक हो सकते हैं। डिस्लेक्सिक बच्चों के लिए यह काफी आम है, खासकर रचनात्मकता (कला, नाटक, चित्रकला, आदि) और शारीरिक समन्वय (शारीरिक शिक्षा, तैराकी, खेल, मॉडल बनाने आदि) के क्षेत्रों में।
सीखने की कठिनाइयों का एक पारिवारिक इतिहास:
डिस्लेक्सिया अक्सर जीनों के माध्यम से विरासत में मिलता है। यह प्रारंभिक कान संक्रमण के कारण भी हो सकता है। दोनों मामलों में एक छोटे बच्चे के लिए समान ध्वनि शब्दों के बीच अंतर को अलग करना कठिन होता है। डिस्लेक्सिक लड़कों और लड़कियों की संख्या मोटे तौर पर वही हैं।
वर्तनी के साथ कठिनाइयों: वर्तनी वह गतिविधि है जो डिस्लेक्सिक बच्चों के लिए सबसे अधिक कठिनाई का कारण बनती है। छोटे, सरल शब्दों में वर्तनी त्रुटियों को देखते हुए वह तरीका है जिसमें अधिकांश डिस्लेक्सिक बच्चे पहले हमारा ध्यान आते हैं। उन शब्दों के उदाहरण जो विशेष कठिनाई का कारण बनते हैं: किसी भी, कई, द्वीप ने कहा, वे, क्योंकि, पर्याप्त, और दोस्त।
कभी-कभी अन्य शब्दों को इस तरह से लिखा जाएगा कि यदि आप हमारी वर्तनी प्रणाली तर्कसंगत थे, तो आप उन्हें वर्तनी के लिए उम्मीद करेंगे, उदाहरण के लिए / कृपया, कृपया / pleeze, दस्तक / नॉक, खोज / सर्च, यात्रा / जेर्नी इत्यादि।
डिस्लेक्सिक बच्चों को ‘झुकाव वर्तनी’ के साथ कठिनाइयों का अनुभव भी होता है। ये वर्तनी प्रयास हैं जिनमें सभी सही अक्षर मौजूद हैं, लेकिन गलत क्रम में लिखे गए हैं। उदाहरणों में खुराक / करता है, freind / दोस्त, siad / कहा, bule / blue, becuase / क्योंकि, और wores / बदतर। ‘जुम्बल स्पेलिंग्स’ से पता चलता है कि बच्चे को दृश्य स्मृति के साथ कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
बाएं और दाएं पर भ्रम: इस तरह के भ्रम को स्थापित करने का एक बहुत तेज़ तरीका है कि बच्चे को अपने बाएं पैर को अपने दाहिने हाथ से इंगित करें। यदि आप समान निर्देशों का प्रयास करते हैं – एक गैर-धमकी देने वाले वातावरण में – आप जल्द ही देख पाएंगे कि इससे कठिनाइयों का कारण बनता है या नहीं। आप पूर्व और पश्चिम के साथ कठिनाइयों, या निम्नलिखित दिशाओं में भी देख सकते हैं जैसे ‘सड़क के अंत में जाएं और बाएं मुड़ें, फिर दाएं, आदि’।
अक्षरों या संख्याओं को पीछे लिखना: आपने कुछ बच्चों को देखा होगा जो ‘बी’ और ‘डी’, या यहां तक कि ‘पी’ और संख्या 9 को मिलाते हैं। ये पत्र उनके दर्पण छवि में समान हैं, और एक डिस्लेक्सिक के लिए नियमित भ्रम पैदा करते हैं व्यक्ति। कुछ छात्र हमेशा ‘बी’ को ‘ऊपरी-केस या पूंजी’ बी ‘के रूप में लिखने का एक बिंदु बनाते हैं, क्योंकि उन्हें जिस दिशा में सामना करना पड़ता है, उसे याद रखना इतना आसान लगता है।
गणित और गणनाओं के साथ कठिनाइयों: डिस्लेक्सिया की एक विशेषता अनुक्रमित करने में कठिनाइयों है – सही क्रम में चीजें प्राप्त करना। गणित संख्याओं के अनुक्रमों पर निर्भर करता है – 2. 4. 6. 8. आदि। जबकि कई लोगों को पता है कि डिस्लेक्सिक बच्चों और छात्रों को पढ़ने और वर्तनी के साथ समस्याएं हैं, वे नहीं जानते कि गणित भी एक असली चुनौती हो सकती है। यह डॉट्स डायरी में अक्सर उल्लेख किया जाता है।
स्वयं को व्यवस्थित करने में कठिनाइयां: डिस्लेक्सिक बच्चों और छात्रों के लिए, जिनके पास योजना या सोच के साथ वास्तविक कठिनाइयों हो सकती हैं जब किसी पुस्तक या कलम की आवश्यकता हो सकती है,
2- या 3-चरणीय निर्देशों का पालन करने में कठिनाई: ‘श्रीमती अनु को जाएं और उससे पूछें कि क्या मुगल आज स्कूल में है। ओह, हाँ, और पूछें कि क्या मैं उसका शब्दकोश उधार ले सकता हूं ‘- ऐसा निर्देश बहुत अधिक है! इसमें अनुक्रम और स्मृति कौशल दोनों शामिल हैं, और आप डेजेक्सिक बच्चे को शब्दकोश के साथ वापस और मुगिल के बारे में जानकारी के साथ देखकर बहुत आश्चर्यचकित होंगे! डिस्लेक्सिक बच्चे किसी भी अन्य बच्चे के रूप में संदेश लेना पसंद करते हैं, लेकिन इसे कम जटिल निर्देश होना चाहिए, उदा। ‘श्रीमती अनु से पूछें कि क्या मैं उसे पेंसिल उधार ले सकता हूं’।
डिस्लेक्सिया के लिए होम्योपैथी उपचार: डिस्लेक्सिया एक संवैधानिक विकार-आनुवांशिक कारक। लक्षण संबंधी होमो उपचार डिस्लेक्सिया के मामलों में बेहद प्रभावी है और विशेष रूप से संशोधित शिक्षण विधियों और शैक्षिक पर्यावरण, विशेष शिक्षण, ग्रीष्मकालीन विद्यालय, भाषण चिकित्सा, या विशेष कक्षाओं में नियुक्ति जैसे अन्य सहायक उपचारों के साथ दृढ़ता से अनुशंसा की जाती है ताकि डिस्लेक्सिक्स बेहतर तरीके से सामना कर सकें
डिस्लेक्सिया उपचार के लिए किससे संपर्क करें
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ, डिस्लेक्सिया, स्टडीज में समस्या के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
Feel Free to Contact us * indicates required field Name:* Email:* Re-enter Email:* Subject:* Message:* Mobile Number* CAPTCHA Code:* Schedule an Appointment
disleksiya
shabd disleksiya mein likhit shabd se sambandhit lakshanon aur seekhane kee kathinaiyon kee ek shrrnkhala shaamil hai. is prakaar, disleksiya ke lie koee bhee kaaran nirdhaarit nahin kiya gaya hai. sambhaavit parikalpanaen aanuvaanshik poorvaagrah, korpas kolosam mein ek asaamaanyata, ek doshapoorn tantrika sambandhee path ya ek tvarit prasanskaran sanvedee ghaate ka sujhaav detee hain. aay ka star, ling, jaati ya aaeekyoo mein disleksiya hai. disleksik log drshy vichaarak hain, isalie unake lie aksharon, sankhyaon, prateekon ya likhit shabdon ko samajhana mushkil hai, jo padhane, likhane, ganit aur dhyaan kendrit karane mein samasyaen paida karate hain.
disleksik bachche ausat ya usase adhik ausat buddhimaan hai – kisee bhee tarah se vah “goonga”, “bevakooph” ya “aalasee” – lebal jo varshon se usase juda hua hai. vah vaastav mein buniyaadee kaushal mein kathinaee hai, aur sirph khel nahin raha hai. disleksiya ke saath, usake paas ek dhyaan ghaata vikaar bhee ho sakata hai, isase skool mein sikhae jaane vaale kaaryon mein bhaag lena mushkil ho jaata hai, aur is prakaar unake gyaan mein antar hota hai.
padhana kaisa hota hai?
disleksiya ko samajhane ke lie, yah padhane ko samajhane mein madad karata hai. padhana aapake dimaag ke lie ek asalee kasarat hai. aapako nimn charanon ko karane kee aavashyakata hai – aur sabhee ek baar mein:
bhaashan dhvaniyon ke shabdon ko samajhane ke tareeke ko samajhen.
mudrit ank (aksharon aur shabdon) par dhyaan kendrit karen.
patron ko bhaashanon se kanekt karen.
mishran patr shabdon mein aasaanee se lagata hai.
poore prshth par aankhon ke aandolanon ko niyantrit karen.
chhaviyon aur vichaaron ka nirmaan karen.
nae vichaaron kee tulana pahale se gyaat hai.
vichaaron ko smrti mein sangraheet karen.
vivaran mein daileksiya lakshan
chhaatr kee kshamata aur unakee vaastavik upalabdhi ke beech ek visangati: yadi aap dekhate hain ki jab koee aapase baat kar raha hai to vah ausat ya chamakadaar prateet hota hai jo ganit / es ke saath padhane, vartanee ya saamana karane ke lie sangharsh kar raha hai, yah sabase majaboot sanketak ho sakata hai ve disleksik ho sakate hain. disleksik bachchon ke lie yah kaaphee aam hai, khaasakar rachanaatmakata (kala, naatak, chitrakala, aadi) aur shaareerik samanvay (shaareerik shiksha, tairaakee, khel, modal banaane aadi) ke kshetron mein।
seekhane kee kathinaiyon ka ek paarivaarik itihaas: disleksiya aksar jeenon ke maadhyam se viraasat mein milata hai. yah praarambhik kaan sankraman ke kaaran bhee ho sakata hai. donon maamalon mein ek chhote bachche ke lie samaan dhvani shabdon ke beech antar ko alag karana kathin hota hai. disleksik ladakon aur ladakiyon kee sankhya mote taur par vahee hain.
vartanee ke saath kathinaiyon: vartanee vah gatividhi hai jo disleksik bachchon ke lie sabase adhik kathinaee ka kaaran banatee hai. chhote, saral shabdon mein vartanee trutiyon ko dekhate hue vah tareeka hai jisamen adhikaansh disleksik bachche pahale hamaara dhyaan aate hain. un shabdon ke udaaharan jo vishesh kathinaee ka kaaran banate hain: kisee bhee, kaee, dveep ne kaha, ve, kyonki, paryaapt, aur dost.
kabhee-kabhee any shabdon ko is tarah se likha jaega ki yadi aap hamaaree vartanee pranaalee tarkasangat the, to aap unhen vartanee ke lie ummeed karenge, udaaharan ke lie / krpaya, krpaya / plaiaizai, dastak / nok, khoj / sarch, yaatra / jernee ityaadi.
disleksik bachchon ko jhukaav vartanee ke saath kathinaiyon ka anubhav bhee hota hai. ye vartanee prayaas hain jinamen sabhee sahee akshar maujood hain, lekin galat kram mein likhe gae hain. udaaharanon mein khuraak / karata hai, fraiind / dost, siad / kaha, bulai / bluai, baichuasai / kyonki, aur worais / badatar. jumbal spelings se pata chalata hai ki bachche ko drshy smrti ke saath kathinaee ka saamana karana pad raha hai.
baen aur daen par bhram: is tarah ke bhram ko sthaapit karane ka ek bahut tez tareeka hai ki bachche ko apane baen pair ko apane daahine haath se ingit karen. yadi aap samaan nirdeshon ka prayaas karate hain – ek gair-dhamakee dene vaale vaataavaran mein – aap jald hee dekh paenge ki isase kathinaiyon ka kaaran banata hai ya nahin. aap poorv aur pashchim ke saath kathinaiyon, ya nimnalikhit dishaon mein bhee dekh sakate hain jaise sadak ke ant mein jaen aur baen muden, phir daen, aadi.
aksharon ya sankhyaon ko peechhe likhana: aapane kuchh bachchon ko dekha hoga jo bee aur dee, ya yahaan tak ki pee aur sankhya 9 ko milaate hain. ye patr unake darpan chhavi mein samaan hain, aur ek disleksik ke lie niyamit bhram paida karate hain vyakti. kuchh chhaatr hamesha bee ko ooparee-kes ya poonjee bee ke roop mein likhane ka ek bindu banaate hain, kyonki unhen jis disha mein saamana karana padata hai, use yaad rakhana itana aasaan lagata hai.
ganit aur gananaon ke saath kathinaiyon: disleksiya kee ek visheshata anukramit karane mein kathinaiyon hai – sahee kram mein cheejen praapt karana. ganit sankhyaon ke anukramon par nirbhar karata hai – 2. 4. 6. 8. aadi. jabaki kaee logon ko pata hai ki disleksik bachchon aur chhaatron ko padhane aur vartanee ke saath samasyaen hain, ve nahin jaanate ki ganit bhee ek asalee chunautee ho sakatee hai. yah dots daayaree mein aksar ullekh kiya jaata hai.
svayan ko vyavasthit karane mein kathinaiyaan: disleksik bachchon aur chhaatron ke lie, jinake paas yojana ya soch ke saath vaastavik kathinaiyon ho sakatee hain jab kisee pustak ya kalam kee aavashyakata ho sakatee hai,
2- ya 3-charaneey nirdeshon ka paalan karane mein kathinaee: shreematee anu ko jaen aur usase poochhen ki kya mugal aaj skool mein hai. oh, haan, aur poochhen ki kya main usaka shabdakosh udhaar le sakata hoon – aisa nirdesh bahut adhik hai! isamen anukram aur smrti kaushal donon shaamil hain, aur aap dejeksik bachche ko shabdakosh ke saath vaapas aur mugil ke baare mein jaanakaaree ke saath dekhakar bahut aashcharyachakit honge! disleksik bachche kisee bhee any bachche ke roop mein sandesh lena pasand karate hain, lekin ise kam jatil nirdesh hona chaahie, uda. shreematee anu se poochhen ki kya main use pensil udhaar le sakata hoon.
disleksiya ke lie homyopaithee upachaar: disleksiya ek sanvaidhaanik vikaar-aanuvaanshik kaarak. lakshan sambandhee homo upachaar disleksiya ke maamalon mein behad prabhaavee hai aur vishesh roop se sanshodhit shikshan vidhiyon aur shaikshik paryaavaran, vishesh shikshan, greeshmakaaleen vidyaalay, bhaashan chikitsa, ya vishesh kakshaon mein niyukti jaise any sahaayak upachaaron ke saath drdhata se anushansa kee jaatee hai taaki disleksiks behatar tareeke se saamana kar saken
disleksiya upachaar ke lie kisase sampark karen
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath, disleksiya, stadeej mein samasya ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Depression Homeopathy Treatment
डिप्रेशन
अवसाद एक भावनात्मक बीमारी है जो कई व्यस्त लोगों की मानसिक शांति को परेशान कर रहा है, क्योंकि उनके व्यस्त तनावपूर्ण व्यस्त दिन-प्रति-दिन कार्य कार्यक्रमों के कारण। समस्या निराशाजनक स्थिति में मामूली उदासी से डिग्री में भिन्न होती है। अवसाद एक ऐसी समस्या है जो गंभीर नहीं लगती है लेकिन यह किसी भी शारीरिक बीमारी से भी बदतर है।
यहां कुछ प्रमुख अवसाद के लक्षण प्रस्तुत किए गए हैं:
यहां अवसाद के कुछ सामान्य कारण प्रस्तुत किए गए हैं:
अवसाद उपचार
लक्षण होम्योपैथिक दवाएं अवसाद के लिए अच्छी तरह से काम करती हैं। होम्योपैथी दवाएं किसी भी sedation या चक्कर आना नहीं है
अवसाद परामर्श और उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ अवसाद, मन अलुथम के कई मामलों का इलाज और परामर्श करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
dipreshan
avasaad ek bhaavanaatmak beemaaree hai jo kaee vyast logon kee maanasik shaanti ko pareshaan kar raha hai, kyonki unake vyast tanaavapoorn vyast din-prati-din kaary kaaryakramon ke kaaran. samasya niraashaajanak sthiti mein maamoolee udaasee se digree mein bhinn hotee hai. avasaad ek aisee samasya hai jo gambheer nahin lagatee hai lekin yah kisee bhee shaareerik beemaaree se bhee badatar hai.
yahaan kuchh pramukh avasaad ke lakshan prastut kie gae hain:
haani kee teevr bhaavana
atyadhik udaaseenata
oorja haani
baaharee duniya mein ruchi kee kamee
thakaan
dhvani neend kee kamee
bhookh mein kamee
chakkar
chidachidaapan
khujalee
jee michalaana
kamazor ekaagrata
kam rakt dabaav
kam shareer ka taapamaan
yahaan avasaad ke kuchh saamaany kaaran prastut kie gae hain:
niraashaavaadee drshtikon
tanaav aur khinchaav
viraasat
rishte kee samasyaen
vitteey samasyaen
maasik dharm chakr badalata hai
haarmonal asantulan
davaon ke atyadhik aur andhaadhundh upayog
avasaad upachaar
lakshan homyopaithik davaen avasaad ke lie achchhee tarah se kaam karatee hain. homyopaithee davaen kisee bhee saidation ya chakkar aana nahin hai
avasaad paraamarsh aur upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath avasaad, man alutham ke kaee maamalon ka ilaaj aur paraamarsh karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 9 1 9 4430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Dandruff Homeopathy Treatment
रूसी
डैंड्रफ एक प्रकार का त्वचा विकार है जो खोपड़ी को प्रभावित करता है। डैंड्रफ एक ऐसी स्थिति है जिसमें मृत त्वचा के सफेद, शुष्क फ्लेक्स खोपड़ी से बहते हैं। आम तौर पर मृत त्वचा कोशिकाओं को खोपड़ी से निकाल दिया जाता है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप केवल डैंड्रफ होता है जब खोपड़ी इन मृत त्वचा कणों की मोटी परतों को बहाल करना शुरू कर देती है।
Seborrhoea त्वचा रोग या Seborrhoea स्नेहक ग्रंथियों का एक विकार है जो खोपड़ी को प्रभावित करता है। Seborrhoea गंभीर dandruff और एक लाल, खुजली खोपड़ी पैदा करता है। डैंड्रफ शायद ही कभी बालों के झड़ने या गंजापन का कारण बनता है। हालांकि, गंभीर सेबरेरिक डार्माटाइटिस पैची गंजापन का कारण बन सकता है।
डैंड्रफ कारण
डैंड्रफ लक्षण
डैंड्रफ होमो ट्रीटमेंट
लक्षण होम्योपैथी दवाएं डैंड्रफ स्थितियों में अच्छी तरह से कार्य करती हैं
डैंड्रफ़ – स्केलप सोरायसिस ट्रीटमेंट के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ डंड्रफ, पोडकु, पोडू, स्केलप सोरायसिस के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 9 1 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
roosee
daindraph ek prakaar ka tvacha vikaar hai jo khopadee ko prabhaavit karata hai. daindraph ek aisee sthiti hai jisamen mrt tvacha ke saphed, shushk phleks khopadee se bahate hain. aam taur par mrt tvacha koshikaon ko khopadee se nikaal diya jaata hai, lekin isake parinaamasvaroop keval daindraph hota hai jab khopadee in mrt tvacha kanon kee motee paraton ko bahaal karana shuroo kar detee hai.
saiborrhoai tvacha rog ya saiborrhoai snehak granthiyon ka ek vikaar hai jo khopadee ko prabhaavit karata hai. saiborrhoai gambheer dandruff aur ek laal, khujalee khopadee paida karata hai. daindraph shaayad hee kabhee baalon ke jhadane ya ganjaapan ka kaaran banata hai. haalaanki, gambheer sebarerik daarmaataitis paichee ganjaapan ka kaaran ban sakata hai.
daindraph kaaran
daindraph ke mukhy kaaran saamaany svaasthy kee haani hain,
mukhy roop se galat khaady padaarth lene ke kaaran jahareelee sthiti ka vikaas,
kabj,
sankraamak beemaariyon ke kaaran kam jeevan shakti.
is vikaar mein yogadaan dene vaale any kaarak bhaavanaatmak tanaav hain,
harsh shaimpoo,
thand ke lie eksapojar,
saamaany thakaavat.
daindraph lakshan
jab baalon ko kombed kiya jaata hai ya brash kiya jaata hai, ya jab khopadee kharonch hotee hai, to khopadee ke taraajoo barphabaaree kee tarah girate hain aur aankhon ke brows, kandhe aur kapade par vyavasthit hote hain. ye taraajoo kabhee-kabhee khopadee par gaanth ya parat ke roop mein dikhaee dete hain.
khujalee vahaan hai aur khopadee laal ho sakatee hai.
aksar khujalee bhee hotee hai aur khopadee kharonch se laal ho sakatee hai.
daindraph homo treetament
lakshan homyopaithee davaen daindraph sthitiyon mein achchhee tarah se kaary karatee hain
daindraf – skelap soraayasis treetament ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath dandraph, podaku, podoo, skelap soraayasis ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, +91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Constipation Homeopathy Treatment
कब्ज
कब्ज का मतलब कम या कठोर मल, या मल गुजरने में कठिनाई है। कब्ज में आंत्र आंदोलन के पारित होने के दौरान दर्द हो सकता है, 10 मिनट से अधिक समय तक तनाव या धक्का देने के बाद आंत्र आंदोलन पारित करने में असमर्थता, या 3 दिनों से अधिक समय के बाद कोई आंत्र आंदोलन नहीं हो सकता है। शिशु जो अभी भी स्तनपान कर रहे हैं, मल के बिना 7 दिन जा सकते हैं।
कब्ज का क्या कारण बनता है?
कब्ज को समझने के लिए, यह जानने में मदद करता है कि कोलन, या बड़ी आंत, कैसे काम करता है। जैसे-जैसे भोजन कोलन के माध्यम से चलता है, कोलन भोजन से पानी को अवशोषित करता है, जबकि यह अपशिष्ट उत्पादों या मल बनाता है। कोलन में मांसपेशी संकुचन फिर मल को गुदा की ओर धक्का देते हैं। जब तक मल गुदा तक पहुंच जाती है, यह ठोस है, क्योंकि अधिकांश पानी अवशोषित हो गया है।
कब्ज तब होता है जब कोलन बहुत अधिक पानी को अवशोषित करता है या यदि कोलन की मांसपेशी संकुचन धीमी या आलसी होती है, जिससे मल को धीरे-धीरे कोलन के माध्यम से स्थानांतरित किया जाता है। नतीजतन, मल कठोर और सूखी हो सकती है। कब्ज के सामान्य कारण हैं
कब्ज के लक्षण
कब्ज की नैदानिक परिभाषा में कम से कम 12 सप्ताह के लिए निम्न में से कोई भी दो लक्षण नहीं है-हमेशा पिछले 12 महीनों में नहीं –
कब्ज के लिए होम्योपैथी उपचार
चिकित्सा समस्याओं के बिना लोगों में, मुख्य हस्तक्षेप तरल पदार्थ (अधिमानतः पानी) और आहार फाइबर के सेवन में वृद्धि करना है। बाद में अधिक सब्जियां और फल खाकर हासिल किया जा सकता है। औषधीय भाग में लक्षण संबंधी होम्योपैथी दवाएं पुरानी और आदत कब्ज के मामले में अच्छी तरह से काम करती हैं।
कब्ज उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ पुराने कब्ज, अनियमित आंत्र आंदोलनों के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 9 1 9 4430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
kabj
kabj ka matalab kam ya kathor mal, ya mal gujarane mein kathinaee hai. kabj mein aantr aandolan ke paarit hone ke dauraan dard ho sakata hai, 10 minat se adhik samay tak tanaav ya dhakka dene ke baad aantr aandolan paarit karane mein asamarthata, ya 3 dinon se adhik samay ke baad koee aantr aandolan nahin ho sakata hai. shishu jo abhee bhee stanapaan kar rahe hain, mal ke bina 7 din ja sakate hain.
kabj ka kya kaaran banata hai?
kabj ko samajhane ke lie, yah jaanane mein madad karata hai ki kolan, ya badee aant, kaise kaam karata hai. jaise-jaise bhojan kolan ke maadhyam se chalata hai, kolan bhojan se paanee ko avashoshit karata hai, jabaki yah apashisht utpaadon ya mal banaata hai. kolan mein maansapeshee sankuchan phir mal ko guda kee or dhakka dete hain. jab tak mal guda tak pahunch jaatee hai, yah thos hai, kyonki adhikaansh paanee avashoshit ho gaya hai.
kabj tab hota hai jab kolan bahut adhik paanee ko avashoshit karata hai ya yadi kolan kee maansapeshee sankuchan dheemee ya aalasee hotee hai, jisase mal ko dheere-dheere kolan ke maadhyam se sthaanaantarit kiya jaata hai. nateejatan, mal kathor aur sookhee ho sakatee hai. kabj ke saamaany kaaran hain
aahaar mein paryaapt phaibar nahin hai
shaareerik gatividhi kee kamee (vishesh roop se bujurgon mein)
davaen
doodh
itraneey aantr sindrom-aaeebeees
jeevan ya dinacharya jaise garbhaavastha, umr badhane aur yaatra mein parivartan
laksetivs ka durupayog
ek aantr aandolan karane ke aagrah ko anadekha karana
nirjaleekaran
vishisht beemaariyon ya sharton, jaise strok (sabase aam)
kolan aur guda ke saath samasyaen
aanton ke saath samasyaen (puraanee aaidiyopaithik kabj)
kabj ke lakshan
kabj kee naidaanik paribhaasha mein kam se kam 12 saptaah ke lie nimn mein se koee bhee do lakshan nahin hai-hamesha pichhale 12 maheenon mein nahin –
aantr aandolanon ke dauraan tanaav
lambee ya kathor mal
apoorn nikaasee ka sanvedana
enorektal avarodh / baadha ka sanvedana
prati saptaah teen aantr aandolanon se kam
kabj ke lie homyopaithee upachaar
chikitsa samasyaon ke bina logon mein, mukhy hastakshep taral padaarth (adhimaanatah paanee) aur aahaar phaibar ke sevan mein vrddhi karana hai. baad mein adhik sabjiyaan aur phal khaakar haasil kiya ja sakata hai. aushadheey bhaag mein lakshan sambandhee homyopaithee davaen puraanee aur aadat kabj ke maamale mein achchhee tarah se kaam karatee hain.
kabj upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath puraane kabj, aniyamit aantr aandolanon ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 9 1 9 4430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Bed wetting Homeopathy Treatment
बिस्तर गीलापन
बेडवेटिंग, या रात्रिभोज enuresis, नींद के दौरान मूत्र के अनजाने मार्ग को संदर्भित करता है। Enuresis गीलेपन के लिए चिकित्सा शब्द है, चाहे कपड़े के दौरान दिन में या रात में बिस्तर में। Enuresis के लिए एक और नाम मूत्र असंतोष है।
बिस्तर गीलेपन के प्रकार
दो प्रकार के बिस्तर गीलेपन होते हैं:
बिस्तर गीलेपन के कारण:
नीचे सूचीबद्ध सूचीबद्ध बिस्तर गीलेपन के कई कारण हैं:
बेडवेटिंग के लिए उपचार:
बिस्तर गीलेपन के लिए कई उपचार हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर उपचार बेडवेटिंग के कारण पर निर्भर करते हैं। होमो उपचार कारण को नियंत्रित करता है और बिस्तर को गीला करने वाले प्रभाव को राहत देता है।
व्यावहारिक युक्तियाँ: कुछ व्यावहारिक युक्तियां भी हैं जो बिस्तर को गीला करने की घटनाओं को कम करने और रोकने में मदद कर सकती हैं। यह द्रव सेवन की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए है। एक बार कम मात्रा में सेवन हो जाता है रात में तरल पदार्थ का, तो मूत्र के उत्पादन में कमी आएगी।
एक और चीज जो किया जा सकता है वह बच्चे के शयनकक्ष के पास शौचालय रखना है या बच्चे को बिस्तर में गीला करने से रोकने में मदद करने के लिए कमरे में एक पॉटी रखना है।
बिस्तर गीले उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ लड़कियों और लड़कों के लिए बिस्तर गीलेपन समस्याओं के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
bistar geelaapan
bedaveting, ya raatribhoj ainuraisis, neend ke dauraan mootr ke anajaane maarg ko sandarbhit karata hai. ainuraisis geelepan ke lie chikitsa shabd hai, chaahe kapade ke dauraan din mein ya raat mein bistar mein। ainuraisis ke lie ek aur naam mootr asantosh hai.
bistar geelepan ke prakaar
do prakaar ke bistar geelepan hote hain:
praathamik ainuraisis – shishu ke baad geele bistar; aur praathamik bistar geelaapan aamataur par tantrika tantr kee paripakvata mein deree ke roop mein dekha jaata hai. praathamik bistar geelepan kee bhavishyavaanee karane mein paarivaarik itihaas ek bada rol nibhaata hai. yadi ek maata-pita ek bistar geela tha, to vansh ke paas ek vikaasasheel praathamik ainuraisis ka 45% mauka bhee hai. 5 saal kee umr mein, bachche maheene mein kam se kam ek baar bistar ko geela karate hain, donon purush aur mahilaen raat mein geelee hotee hain.
maadhyamik ainuraisis – geeleting kam se kam chhah maheene ke lie lagaataar shushk hone ke baad vikasit kiya. mootr path sankraman, chayaapachay vikaar (udaaharan ke lie, vibhinn prakaar ke madhumeh), mootraashay par baaharee dabaav (udaaharan ke lie, ek bade rektal mal dravyamaan dvaara atyadhik kabj), saath hee reedh kee haddee ke tantrika sambandhee vikaaron ko kaaranon mein maana jaana chaahie maadhyamik baidwaitting ke.
bistar geelepan ke kaaran:
neeche soocheebaddh soocheebaddh bistar geelepan ke kaee kaaran hain:
manovaigyaanik kaaran: jab bachche par bal diya jaata hai, to bistar geelepan kee ghatanaen badh sakatee hain. aisa tab ho sakata hai jab bachcha skool jaane ja raha ho ya jab maata-pita ya to alag ho jaen ya talaak ho. ye tanaavapoorn ghatanaen bachchon mein bistar ko geela kar sakatee hain.
rachanaatmak kaaran: jeenoto mootr pranaalee mein vikrtiyaan ho sakatee hain jo bachchon mein bistaron ka kaaran ban sakatee hain.
vikaas kee samasyaen: jab bachche ko daun sindrom ya dhyaan ghaate ke vikaar jaisee beemaariyaan hotee hain, to aise bachchon mein bedaviting kee badhatee ghatanaen ho sakatee hain.
rog: yadi beemaariyaan hain jahaan mootr ke atirikt utpaadan hote hain to bedaveting bhee ho sakatee hai. madhumeh jaisee beemaariyon mein yah bahut aam hai. yah mootr sankraman jaisee sthitiyon mein bhee ho sakata hai jahaan bedaveting badh jaatee hai.
any kaaran: any saral kaaran bhee ho sakate hain jaise:
sone se pahale taral padaarth ka sevan badhaaya.
jab bachcha gaharee neend mein hota hai, to bistar par baithana pad sakata hai.
ovarasleeping bistar geelepan ka kaaran ban sakatee hai.
bistar geelepan kee rokathaam:
manovaigyaanik samarthan aur bachche ko tanaav se roka jaane se bachchon mein bistaron ko geela karane kee ghatanaon ko rokane mein madad mil sakatee hai.
bedaveting ke lie upachaar:
bistar geelepan ke lie kaee upachaar hain, lekin inamen se adhikatar upachaar bedaveting ke kaaran par nirbhar karate hain. homo upachaar kaaran ko niyantrit karata hai aur bistar ko geela karane vaale prabhaav ko raahat deta hai.
paraamarsh: tanaav ko kam karane ke lie bachche ko paraamarsh kee aavashyakata hotee hai. maata-pita ko bachche ka samarthan karane aur bachche ko daantane ke lie paraamarsh kee aavashyakata nahin hotee hai. yah ke lie pramukh upachaaron mein se ek hai bistar geela.
sudhaar: jeenoto mootr vikrtiyon ka sudhaar bistar geelepan kee ghatanaon ko kam karane mein bhee madad karega.
rog: madhumeh aur mootr sankraman jaisee beemaariyon ka ilaaj karane se bedaveting kee ghatanaon ko kam karane mein bhee madad milegee.
davaen: aisee davaen upalabdh hain jo bistar geelepan ko niyantrit karane mein madad kar sakatee hain. lakshan homyopaithee davaen bistar geelepan ko niyantrit karane mein madad karatee hain
vyaavahaarik yuktiyaan: kuchh vyaavahaarik yuktiyaan bhee hain jo bistar ko geela karane kee ghatanaon ko kam karane aur rokane mein madad kar sakatee hain. yah drav sevan kee maatra ko niyantrit karane ke lie hai. ek baar kam maatra mein sevan ho jaata hai raat mein taral padaarth ka, to mootr ke utpaadan mein kamee aaegee.
ek aur cheej jo kiya ja sakata hai vah bachche ke shayanakaksh ke paas shauchaalay rakhana hai ya bachche ko bistar mein geela karane se rokane mein madad karane ke lie kamare mein ek potee rakhana hai.
bistar geele upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath ladakiyon aur ladakon ke lie bistar geelepan samasyaon ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Attention Deficit Hyperactivity Disorder ADHD Homeopathy Treatment
ध्यान घाटा अति सक्रियता विकार – एडीएचडी
यदि ऐसा है, तो आपके बच्चे को ध्यान घाटा अति सक्रियता विकार (लघु अवधि के लिए एडीएचडी) हो सकता है। लगभग हर कोई इन व्यवहारों में से कुछ को दिखाता है, लेकिन एडीएचडी 6 महीने से अधिक समय तक रहता है और स्कूल में, घर पर और सामाजिक परिस्थितियों में समस्याएं पैदा करता है।
लड़कियों की तुलना में लड़कों में एडीएचडी अधिक आम है। कोई भी वास्तव में जानता है कि एडीएचडी का कारण क्या है। यह परिवारों में चलता है, इसलिए जेनेटिक्स एक कारक हो सकता है। एडीएचडी की प्रमुख विशेषताएं हैं
एडीएचडी प्रकार और लक्षण:
एडीएचडी को ध्यान घाटे विकार, या एडीडी के रूप में जाना जाता था।
एडीएचडी और तीन उपप्रकारों में विभाजित, प्रत्येक अपने व्यवहार के पैटर्न के साथ:
हालांकि एडीएचडी के साथ बच्चों को उठाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि वे “बुरे,” “अभिनय” या उद्देश्य पर मुश्किल नहीं हैं। और उन्हें दवा या व्यवहार चिकित्सा के बिना अपने व्यवहार को नियंत्रित करने में कठिनाई होती है
उपचार कई विकारों के लक्षणों से छुटकारा पा सकते हैं, लेकिन कोई इलाज नहीं है। उपचार के साथ, एडीएचडी वाले अधिकांश लोग स्कूल में सफल हो सकते हैं और उत्पादक जीवन जी सकते हैं।
क्या एडीएचडी का कारण बनता है?
वैज्ञानिकों को यकीन नहीं है कि एडीएचडी का कारण क्या है, हालांकि कई अध्ययनों से पता चलता है कि जीन एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। कई अन्य बीमारियों की तरह, एडीएचडी शायद कारकों के संयोजन से परिणाम देता है। आनुवंशिकी के अलावा, शोधकर्ता संभावित पर्यावरणीय कारकों को देख रहे हैं, और अध्ययन कर रहे हैं कि कैसे मस्तिष्क की चोट, पोषण, और सामाजिक वातावरण एडीएचडी में योगदान दे सकता है।
वयस्क एडीडी / एडीएचडी मिथक: तथ्य या कथा
मान्यता: एडीडी / एडीएचडी सिर्फ इच्छाशक्ति की कमी है। एडीडी / एडीएचडी वाले व्यक्ति उन चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो उन्हें रूचि देते हैं; यदि वे वास्तव में चाहते थे तो वे किसी भी अन्य कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते थे।
तथ्य: एडीडी / एडीएचडी एक इच्छाशक्ति की समस्या की तरह दिखता है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह अनिवार्य रूप से मस्तिष्क के प्रबंधन प्रणालियों में एक रासायनिक समस्या है।
मान्यता: सभी को एडीडी / एडीएचडी के लक्षण हैं, और पर्याप्त बुद्धिमानी वाले किसी भी व्यक्ति को इन कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं।
तथ्य: एडीडी / एडीएचडी बुद्धि के सभी स्तरों के व्यक्तियों को प्रभावित करता है। और हालांकि हर किसी के पास कभी-कभी एडीडी / एडीएचडी के लक्षण होते हैं, केवल इन लक्षणों से पुरानी हानि वाले लोग एडीडी / एडीएचडी निदान की गारंटी देते हैं।
मान्यता: किसी के पास एडीडी / एडीएचडी नहीं हो सकती है और इसमें अवसाद, चिंता या अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
तथ्य: एडीडी / एडीएचडी वाले व्यक्ति को अन्य लोगों की तुलना में छह गुना अधिक मनोवैज्ञानिक या सीखने की बीमारी होने की संभावना है। एडीडी / एडीएचडी आमतौर पर अन्य विकारों के साथ ओवरलैप होता है।
मिथक: जब तक आप बच्चे के रूप में एडीडी / एडीएचडी का निदान नहीं करते हैं, तो आप इसे वयस्क के रूप में नहीं ले सकते हैं।
तथ्य: कई वयस्क अपने सभी जीवन को अपरिचित एडीडी / एडीएचडी हानि के साथ संघर्ष करते हैं। उन्हें मदद नहीं मिली है क्योंकि उन्होंने माना कि उनकी पुरानी कठिनाइयों, जैसे अवसाद या चिंता, अन्य हानियों के कारण हुई थीं जो सामान्य उपचार का जवाब नहीं देती थीं।
एडीएचडी उपचार
प्रत्येक व्यक्ति के लिए कोई भी इलाज नहीं करता है। उपचार विकल्पों को रोगी की जरूरतों, और परिवार, चिकित्सा, और व्यक्तिगत इतिहास पर विचार किया जाना चाहिए। कुछ लोग होम्योपैथी दवाओं के लिए अच्छी प्रतिक्रिया देते हैं, कुछ व्यवहारिक हस्तक्षेपों के लिए, कई लोग दोनों के संयोजन का जवाब देते हैं। परामर्श, शिक्षा, और समर्थन सेवाएं अक्सर सहायक होती हैं। व्यवहारिक थेरेपी के साथ लक्षण होम्योपैथी दवाएं स्कूल / काम के प्रदर्शन में सुधार, दूसरों के साथ संबंधों में सुधार, और आत्म सम्मान बढ़ने में मदद करता है
अटैचमेंट डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर – एडीएचडी ट्रीटमेंट के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ एडीएचडी, हाइपर गतिविधि के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 9 1 9 4430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
dhyaan ghaata ati sakriyata vikaar – edeeechadee
kya aapake bachche ke lie abhee bhee baithana mushkil hai?
kya aapaka bachcha pahale sochane ke bina kaam karata hai?
kya aapaka bachcha shuroo hota hai lekin cheejen khatm nahin karata hai?
yadi aisa hai, to aapake bachche ko dhyaan ghaata ati sakriyata vikaar (laghu avadhi ke lie edeeechadee) ho sakata hai. lagabhag har koee in vyavahaaron mein se kuchh ko dikhaata hai, lekin edeeechadee 6 maheene se adhik samay tak rahata hai aur skool mein, ghar par aur saamaajik paristhitiyon mein samasyaen paida karata hai.
ladakiyon kee tulana mein ladakon mein edeeechadee adhik aam hai. koee bhee vaastav mein jaanata hai ki edeeechadee ka kaaran kya hai. yah parivaaron mein chalata hai, isalie jenetiks ek kaarak ho sakata hai. edeeechadee kee pramukh visheshataen hain
aanaakaanee
sakriyata
impulsivity
edeeechadee prakaar aur lakshan:
edeeechadee ko dhyaan ghaate vikaar, ya edeedee ke roop mein jaana jaata tha.
edeeechadee aur teen upaprakaaron mein vibhaajit, pratyek apane vyavahaar ke paitarn ke saath:
ek apamaanajanak prakaar, jisamen sanket shaamil hain:
skoolavark ya any gatividhiyon mein laaparavaah trutiyon ko byora dene ya pravrtti par dhyaan dene mein asamarthata
kaaryon ya khel gatividhiyon mein nirantar dhyaan dene mein kathinaee
spasht sunavaee kee samasyaen
nirdeshon ka paalan karane mein kathinaee
sangathan ke saath samasyaen
un kaaryon ke taalana ya naapasand jinhen maanasik prayaas kee aavashyakata hotee hai
khilaune, notabuk, ya homavark jaisee cheezon ko khone kee pravrtti
distrachtibility
dainik gatividhiyon mein bhoolana
ek ati sakriy-aavegakaaree prakaar, jisamen sanket shaamil hain:
bigadana ya chakkar lagaana
baithe rahane mein kathinaee
atyadhik daud ya chadhaee
chupachaap khelane mein kathinaee
hamesha “jaane par” lag raha hai
atyadhik baat kar rahe hain
poorn prashn sunane se pahale javaab ko dhundhala karana
mod ya lain mein intajaar karane mein kathinaee
baadha daalane ya ghusapaith karane mein samasyaen
ek sanyukt prakaar, jisamen any do prakaar ke sanyojan shaamil hain aur sabase aam hai
haalaanki edeeechadee ke saath bachchon ko uthaana chunauteepoorn ho sakata hai, lekin yah yaad rakhana mahatvapoorn hai ki ve “bure,” “abhinay” ya uddeshy par mushkil nahin hain. aur unhen dava ya vyavahaar chikitsa ke bina apane vyavahaar ko niyantrit karane mein kathinaee hotee hai
upachaar kaee vikaaron ke lakshanon se chhutakaara pa sakate hain, lekin koee ilaaj nahin hai. upachaar ke saath, edeeechadee vaale adhikaansh log skool mein saphal ho sakate hain aur utpaadak jeevan jee sakate hain.
kya edeeechadee ka kaaran banata hai?
vaigyaanikon ko yakeen nahin hai ki edeeechadee ka kaaran kya hai, haalaanki kaee adhyayanon se pata chalata hai ki jeen ek badee bhoomika nibhaate hain. kaee any beemaariyon kee tarah, edeeechadee shaayad kaarakon ke sanyojan se parinaam deta hai. aanuvanshikee ke alaava, shodhakarta sambhaavit paryaavaraneey kaarakon ko dekh rahe hain, aur adhyayan kar rahe hain ki kaise mastishk kee chot, poshan, aur saamaajik vaataavaran edeeechadee mein yogadaan de sakata hai.
hamaare maata-pita se vanchit, jeen ham kaun hain ke lie “blooprint” hain. judavaan bachchon ke kaee antararaashtreey adhyayanon ke nateeje bataate hain ki edeeechadee parivaaron mein aksar chalata hai. edeeechadee vaale bachche jo ek nishchit jeen ke ek vishesh sanskaran ko lete hain, dhyaan se jude mastishk ke kshetron mein patale mastishk ootak hote hain.
paryaavaran kaarak. adhyayan garbhaavastha ke dauraan sigaret dhoomrapaan aur alkohal ke upayog aur bachchon mein edeeechadee ke beech ek sambhaavit link ka sujhaav dete hain. isake alaava, preeskoolar jo leed ke uchch star ke sampark mein aate hain, jinhen kabhee-kabhee nalasaajee judanaar ya puraanee imaaraton mein pent mein paaya ja sakata hai, ko edeeechadee vikasit karane ka uchch jokhim ho sakata hai.
mastishk kee choten. mastishk kee chot ka saamana karane vaale bachche edeeechadee ke samaan kuchh vyavahaar dikha sakate hain. haalaanki, edeeechadee vaale bachchon ke keval ek chhote pratishat ko dardanaak mastishk kee chot ka saamana karana pada hai.
vichaar hai ki parishkrt cheenee edeeechadee ka kaaran banatee hai ya lakshanon ko aur kharaab banaatee hai, lekin adhik shodh is siddhaant ko isaka samarthan karane se chhoot deta hai.
achchha additivais. haal ke british shodh krtrim rang ya sanrakshak jaise kuchh khaady yojakon kee khapat aur gatividhi mein vrddhi ke beech ek sambhaavit link ingit karata hai. shodh nishkarshon kee pushti karane aur khaady yojakon ko ati sakriyata ko prabhaavit karane ke tareeke ke baare mein aur jaanane ke lie chal raha hai.
vayask edeedee / edeeechadee mithak: tathy ya katha
maanyata: edeedee / edeeechadee sirph ichchhaashakti kee kamee hai. edeedee / edeeechadee vaale vyakti un cheezon par dhyaan kendrit karate hain jo unhen roochi dete hain; yadi ve vaastav mein chaahate the to ve kisee bhee any kaaryon par dhyaan kendrit kar sakate the.
tathy: edeedee / edeeechadee ek ichchhaashakti kee samasya kee tarah dikhata hai, lekin aisa nahin hai. yah anivaary roop se mastishk ke prabandhan pranaaliyon mein ek raasaayanik samasya hai.
maanyata: sabhee ko edeedee / edeeechadee ke lakshan hain, aur paryaapt buddhimaanee vaale kisee bhee vyakti ko in kathinaiyon ko door kar sakate hain.
tathy: edeedee / edeeechadee buddhi ke sabhee staron ke vyaktiyon ko prabhaavit karata hai. aur haalaanki har kisee ke paas kabhee-kabhee edeedee / edeeechadee ke lakshan hote hain, keval in lakshanon se puraanee haani vaale log edeedee / edeeechadee nidaan kee gaarantee dete hain.
maanyata: kisee ke paas edeedee / edeeechadee nahin ho sakatee hai aur isamen avasaad, chinta ya any manovaigyaanik samasyaen bhee ho sakatee hain.
tathy: edeedee / edeeechadee vaale vyakti ko any logon kee tulana mein chhah guna adhik manovaigyaanik ya seekhane kee beemaaree hone kee sambhaavana hai. edeedee / edeeechadee aamataur par any vikaaron ke saath ovaralaip hota hai.
mithak: jab tak aap bachche ke roop mein edeedee / edeeechadee ka nidaan nahin karate hain, to aap ise vayask ke roop mein nahin le sakate hain.
tathy: kaee vayask apane sabhee jeevan ko aparichit edeedee / edeeechadee haani ke saath sangharsh karate hain. unhen madad nahin milee hai kyonki unhonne maana ki unakee puraanee kathinaiyon, jaise avasaad ya chinta, any haaniyon ke kaaran huee theen jo saamaany upachaar ka javaab nahin detee theen.
edeeechadee upachaar
pratyek vyakti ke lie koee bhee ilaaj nahin karata hai. upachaar vikalpon ko rogee kee jarooraton, aur parivaar, chikitsa, aur vyaktigat itihaas par vichaar kiya jaana chaahie. kuchh log homyopaithee davaon ke lie achchhee pratikriya dete hain, kuchh vyavahaarik hastakshepon ke lie, kaee log donon ke sanyojan ka javaab dete hain. paraamarsh, shiksha, aur samarthan sevaen aksar sahaayak hotee hain. vyavahaarik therepee ke saath lakshan homyopaithee davaen skool / kaam ke pradarshan mein sudhaar, doosaron ke saath sambandhon mein sudhaar, aur aatm sammaan badhane mein madad karata hai
ataichament dephisit haiparektivitee disordar – edeeechadee treetament ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath edeeechadee, haipar gatividhi ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Atopic dermatitis-Eczema Homeopathy Treatment
एक्जिमा – एटोपिक डर्माटाइटिस
एक्जिमा त्वचा रोग के रूप में या एपिडर्मिस की सूजन में एक बीमारी है। इनमें सूखापन और पुनरावर्ती त्वचा चकत्ते शामिल हैं जिन्हें इन लक्षणों में से एक या अधिक लक्षणों से चिह्नित किया गया है: लाली, त्वचा एडीमा (सूजन), खुजली और सूखापन, क्रस्टिंग, फ्लेकिंग, ब्लिस्टरिंग, क्रैकिंग, ओजिंग या ब्लडिंग। अस्थायी त्वचा मलिनकिरण के क्षेत्र प्रकट हो सकते हैं और कभी-कभी ठीक घावों के कारण होते हैं।
एक्जिमा के कारण
एक्जिमा लक्षण
चिकित्सा पेशेवर कभी-कभी एक्जिमा को “खुजली वाले खुजली” के रूप में संदर्भित करते हैं।
विभिन्न प्रकार के एक्जिमा
एक्जिमा के लिए होम्योपैथी उपचार
घावों की उपस्थिति के आधार पर उपचार भिन्न हो सकता है। “वीपिंग” घाव, शुष्क स्केली घाव, या पुरानी सूखी, मोटा घाव प्रत्येक अलग से इलाज किया जाता है। लक्षण होम्योपैथिक दवाएं बिना किसी दुष्प्रभाव के सभी प्रकार के एक्जिमा में अच्छी तरह से कार्य करती हैं।
एक्जिमा – एटोपिक डर्माटाइटिस उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ एटोपिक डर्माटाइटिस, एक्जिमा, करप्पन नोई के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 9 1 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
ekjima – etopik darmaataitis
ekjima tvacha rog ke roop mein ya epidarmis kee soojan mein ek beemaaree hai. inamen sookhaapan aur punaraavartee tvacha chakatte shaamil hain jinhen in lakshanon mein se ek ya adhik lakshanon se chihnit kiya gaya hai: laalee, tvacha edeema (soojan), khujalee aur sookhaapan, krasting, phleking, blistaring, kraiking, ojing ya blading. asthaayee tvacha malinakiran ke kshetr prakat ho sakate hain aur kabhee-kabhee theek ghaavon ke kaaran hote hain.
ekjima ke kaaran
doktar ekjima ke sateek kaaran ko nahin jaanate hain, lekin pratiraksha pranaalee ka asaamaany kaary ek kaarak maana jaata hai.
ekjima ke kuchh roopon ko padaarthon se trigar kiya ja sakata hai jo tvacha ke sampark mein aate hain, jaise saabun, saundary prasaadhan, kapade, ditarjent, aabhooshan, ya paseena.
paryaavaran elarjens (padaarth jo elarjee pratikriyaen paida karate hain) bhee ekjima ke prakop ka kaaran ban sakate hain. taapamaan ya aardrata mein parivartan,
yahaan tak ki manovaigyaanik tanaav, kuchh logon ke lie ekjima ke prakop ka kaaran banata hai.
ekjima lakshan
chikitsa peshevar kabhee-kabhee ekjima ko “khujalee vaale khujalee” ke roop mein sandarbhit karate hain.
amataur par ekjima ka pahala lakshan teevr khujalee hai.
baad mein dhamaaka dikhaee deta hai. yah laalasa hai aur laal, soojan tvacha ke sheersh par flaky ya schaly sookhee tvacha ke roop mein shuroo hota hai.
daant khujalee ya jalata hai.
yadi yah kharonch hai, to yah vishesh roop se chhote bachchon mein, dhundhala ho sakata hai aur kristee ho sakata hai.
vayaskon mein, paich bhoore rang ke, skelee aur mota hone kee sambhaavana adhik hotee hai.
kuchh log laal baadhaon ya spasht drav-bhare baadhaon ko vikasit karate hain jo “babalee” lagate hain aur jab kharonch hote hain, to samagr upasthiti mein geelepan joden.
samay ke saath dardanaak daraaren vikasit ho sakatee hain.
daant shareer par kaheen bhee sthit ho sakata hai lekin jyaadaatar chehare aur haathon aur pairon par, vishesh roop se kreez aur haathon aur pairon par paaya jaata hai. yah paitarn samajh mein aata hai kyonki chehare aur charam shareer ke kisee any bhaag se baaharee ejenton ke sampark mein hain.
khujalee itanee teevr ho sakatee hai ki yah neend mein hastakshep karatee hai.
vibhinn prakaar ke ekjima
etopik daarmaataitis-etopik daarmaataitis ek puraanee tvacha rog hai jo khujalee, soojan vaalee tvacha se visheshata hai. maana jaata hai ki etopik daarmaataitis shareer kee pratiraksha pranaalee ke asaamaany kaary ke kaaran hota hai. etopik daarmaataitis parivaaron mein chalatee hai, aur jo log is sthiti ko vikasit karate hain ve aksar asthama jaisee elarjee sthitiyon ka paarivaarik itihaas rakhate hain ya he pheevar.
sampark ekjima-sampark ekjima-sampark darmaataitis ek sthaaneey pratikriya hai jisamen laalee, khujalee aur jalan shaamil hai jahaan tvacha elarjee se sampark mein aatee hai (ek elarjee paida karane vaala padaarth jisake lie ek vyakti sanvedanasheel hota hai) ya ek saamaany pareshaanee ke saath jaise esid, ek saphaee ejent, ya any rasaayan. sampark ekjima ke any udaaharanon mein kapade dhone vaale ditarjent, nikal (aabhooshanon mein maujood), saundary prasaadhan, kapade, kapade aur itr kee pratikriya shaamil hain. jin padaarthon ke saath vyakti sampark karate hain, unake kaaran badee maatra mein sampark darmaataitis ke lie trigar nirdhaarit karana mushkil ho sakata hai. agar trigar ek pareshaan hota hai to trigar ek elarjee aur chidachidaahat sampark ekjima (chidachidaahat sampark tvacha rog) hota hai to sthiti ko kabhee-kabhee elarjee sampark ekjima (elarjik sampark daarmaataitis) ke roop mein jaana jaata hai. jahar aaeevee aur jahar sumaak ke lie tvacha pratikriyaen elarjee sampark ekjima ke udaaharan hain. ve log jinake paas elarjee ka itihaas hai sampark ekjima vikasit karane ke lie jokhim badh gaya hai.
sebarerik ekjima-sebarerik ekjima-sebarerik daarmaataitis agyaat kaaran kee tvacha soojan ka ek roop hai. saiborrhaiich ekjima ke lakshanon aur lakshanon mein khopadee, chehare, aur kabhee-kabhee shareer ke any hisson par tvacha ke peele, tel, skelee paich shaamil hain. shishuon mein daindraf aur “paalana topee” saiborrhaiich ekjima ke udaaharan hain. yah hai gaal aur / ya naak ke gumbadon kee kreez par chehare ko phenkane ke lie sebarerik daarmaataitis ke lie aam jagah. sebarerik daarmaataitis jarooree nahin hai ki khujalee se juda hua ho. yah sthiti parivaaron mein chalatee hai. bhaavanaatmak tanaav, tel kee tvacha, kam shaimpooing, aur mausam kee sthiti sabhee vyakti ko sebarerik ekjima ke vikaas ke jokhim mein vrddhi ho sakatee hai. eds vaale logon mein ek prakaar ka sebarerik ekjima bhee aam hai.
nyoomular ekjima-nyoomular ekjima-nyoomular daarmaataitis ko chidachidaahat tvacha ke sikka ke aakaar ke paich dvaara dikhaaya jaata hai – aamataur par baahon, peeth, nitambon aur nichale pairon par sthit hota hai-jo ki krasted, skeling aur behad khujalee ho sakatee hai. ekjima ka yah roop apekshaakrt asaamaany hai aur bujurg purushon mein aksar hota hai. nyoomular ekjima aamataur par puraanee sthiti hotee hai. etopik daarmaataitis, asthama, ya elarjee ke vyaktigat ya paarivaarik itihaas mein sthiti vikasit karane ka khatara badh jaata hai.
nyoorodarmaataitis- nyoorodarmaataitis, jise laiphan simpleks kronikas bhee kaha jaata hai, ek puraanee tvacha kee soojan hai jo ek sthaaneey khujalee (jaise ek keet kaatane) ke saath shuroo hotee hai jo kharonch ke dauraan teevr roop se pareshaan ho jaatee hai. purushon kee tulana mein mahilaen adhikatar nyoorodarmaataitis se prabhaavit hotee hain, ekjima ke is roop mein parinaam skel mein hota hai sir, nichale pair, kalaee, ya foraiarms par tvacha ke paich. samay ke saath, tvacha mota aur chamade ka ho sakata hai. tanaav nyoorodarmaataitis ke lakshanon ko badha sakata hai.
stesis daarmaataitis-stesis daarmaataitis nichale pairon par ek tvacha kee jalan hai, aamataur par parisar kee samasya se sambandhit parisancharan samasya se sambandhit hai, jisamen nason ke bheetar vaalv ke kaary se samajhauta kiya gaya hai. stesis daarmaataitis lagabhag madhyam aayu varg ke aur bujurg logon mein lagabhag vishesh roop se hota hai; lakshanon mein ek ya donon pairon par tvacha kee khujalee aur / ya laal-bhoore rang kee malinakiran shaamil hai. is sthiti kee pragati se blistaring ho sakatee hai, ekjima ke any roopon ke saath dekhee jaane vaalee tvacha ghaavon ko ujaagar kar sakata hai, aur alsar ho sakata hai prabhaavit kshetron mein vikasit karen. puraanee parisancharan sambandhee samasyaon se pairon mein drav nirmaan (edeema) mein vrddhi hotee hai. stesis daarmaataitis ko vairikaaz ekjima bhee kaha jaata hai.
dishadrotik ekjima-dishidrotik ekjima-dishidrotik daarmaataitis haathon ke haathon aur pairon ke talavon par tvacha kee jalan hai jo spasht, gahare phaphole dvaara khujalee aur jalatee hai. dishodrotik ekjima ka kaaran agyaat hai. dishidotik ekjima ko vaiseekyular paalloplaantar daarmaataitis, dishidrosis, ya pompholiks ke roop mein bhee jaana jaata hai. ekjima ka yah roop aamataur par vasant aur garmee ke maheenon aur garm mausam mein hota hai. nar aur maadaen samaan roop se prabhaavit hotee hain, aur kisee bhee umr ke logon mein sthiti ho sakatee hai.
ekjima ke lie homyopaithee upachaar
ghaavon kee upasthiti ke aadhaar par upachaar bhinn ho sakata hai. “veeping” ghaav, shushk skelee ghaav, ya puraanee sookhee, mota ghaav pratyek alag se ilaaj kiya jaata hai. lakshan homyopaithik davaen bina kisee dushprabhaav ke sabhee prakaar ke ekjima mein achchhee tarah se kaary karatee hain.
ekjima – etopik darmaataitis upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath etopik darmaataitis, ekjima, karappan noee ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Asthma Homeopathy Treatment
दमा
अस्थमा फेफड़ों के वायुमार्गों की एक बीमारी है जो विभिन्न प्रकार के ट्रिगर्स तक वायुमार्ग की संवेदनशीलता की विशेषता है। यह आम तौर पर एक एपिसोडिक बीमारी है, यानी, गंभीर हमलों के बाद लक्षण मुक्त अवधि होती है। यद्यपि अधिकतर हमले आम तौर पर कम रहते हैं, कभी-कभी गंभीर परिस्थितियां होती हैं जिनमें गंभीर अस्थमा कई घंटों या दिनों तक असंतुष्ट होता है, जैसे कि स्थिति अस्थमात्मकता।
क्या अस्थमा का कारण बनता है?
आम अस्थमा ट्रिगर्स:
अस्थमा के लक्षण और लक्षण
स्थमा दो राज्यों में मौजूद है: पुराने अस्थमा के लक्षणों की स्थिर स्थिति,
अस्थमा के लक्षणों की तीव्र उत्तेजना
अस्थमा के लिए होमो उपचार
उपचार का लक्ष्य उन पदार्थों से बचना है जो लक्षणों को ट्रिगर करते हैं और वायुमार्ग की सूजन को नियंत्रित करते हैं। होमो दवाएं तीव्र और पुरानी अस्थमात्मक स्थितियों में अच्छी तरह से कार्य करती हैं।
ब्रोन्कियल अस्थमा उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ अस्थमा, श्वास की समस्याएं, व्हीज़िंग के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
dama
asthama phephadon ke vaayumaargon kee ek beemaaree hai jo vibhinn prakaar ke trigars tak vaayumaarg kee sanvedanasheelata kee visheshata hai. yah aam taur par ek episodik beemaaree hai, yaanee, gambheer hamalon ke baad lakshan mukt avadhi hotee hai. yadyapi adhikatar hamale aam taur par kam rahate hain, kabhee-kabhee gambheer paristhitiyaan hotee hain jinamen gambheer asthama kaee ghanton ya dinon tak asantusht hota hai, jaise ki sthiti asthamaatmakata.
kya asthama ka kaaran banata hai?
asthama ka sahee kaaran gyaat nahin hai.
paarivaarik jeen aur kuchh paryaavaraneey eksapojar asthama ko vikasit karane ke lie baatacheet karate hain, jo aksar jeevan mein shuruaatee hote hain.
in kaarakon mein shaamil hain:
etopee naamak elarjee vikasit karane ke lie viraasat pravrtti
maata-pita jinhen asthama hai.
bachapan ke dauraan kuchh shvasan sankraman.
pratiraksha pranaalee vikasit hone par bachapan mein ya bachapan mein kuchh vaayaral sankramanon ke sampark mein kuchh eyaraborn elarjens ya eksapojar se sampark karen.
agar asthama ya etopee aapake parivaar mein chalatee hai, to eyaraborn elarjens (udaaharan ke lie, ghar dhool ke kaatane, tilachatte, aur sambhavatah billee ya kutte ke dendar) ke sampark mein aana aur pareshaan karane vaale (udaaharan ke lie, tambaakoo dhuaan) aapake vaayumaarg ko aur adhik bana sakata hai aapake dvaara saans lene vaalee hava mein padaarthon ke prati pratikriyaasheel.
doosaron ke mukaabale kuchh logon mein asthama ke kaaran vibhinn kaarakon kee sambhaavana adhik ho sakatee hai.
sanvedanasheel vyaktiyon mein, elarjee ke kaaran padaarthon mein saans lene se dama ke lakshanon ko trigar kiya ja sakata hai.
aam asthama trigars:
pashu (paalatoo baal ya dendar)
dhool
mausam mein parivartan (aksar thanda mausam)
hava mein ya bhojan mein rasaayan
vyaayaam
dhaalana
paraag
shvasan sankraman, jaise ki jukaam
majaboot bhaavanaen (tanaav)
tambaakoo ka dhuna
espirin aur any nonstairoidal virodhee bhadakaoo davaon (nsaids) kuchh rogiyon mein asthama uttejit.
asthama ke lakshan aur lakshan
aam asthama ke lakshanon mein shaamil hain:
khaansee. asthama se khaansee aksar raat ya subah jaldee kharaab hotee hai, jisase ise sona mushkil ho jaata hai.
gharagharaahat. ghoomana ek seetee ya skkekee dhvani hai jo saans lene par hotee hai.
seene mein jakadan. aisa lagata hai ki chhaatee par kuchh nichod ya baithana hai.
saanson kee kamee. ve mahasoos kar sakate hain ki aap apane phephadon se hava nahin nikaal sakate hain.
asthama do raajyon mein maujood hai: puraane asthama ke lakshanon kee sthir sthiti,
ek teevr asthama uttejana kee teevr sthiti.
rogee kis sthiti mein nirbhar karata hai isake aadhaar par lakshan bhinn hote hain.
ek sthir raajy mein asthama ke saamaany lakshanon mein shaamil hain:
raat ka samay khaansee,
shram ke saath saans kee takaleeph lekin baakee par koee dispanoa nahin,
puraanee gale-samaashodhan prakaar khaansee,
chhaatee mein tang lag raha hai.
asthama ke lakshanon kee teevr uttejana
ise aamataur par asthama ke daure ke roop mein jaana jaata hai.
hamale ke mukhy lakshan saans kee kamee (dispanoa) hain,
ghoomana aur seene mein kathorata.
sputam ko saaf karane ke lie khaansee.
chhaatee mein kasana kee bhaavana ke saath shuruaat achaanak ho sakatee hai, saans lene mein mushkil ho jaatee hai, aur gharagharaahat hotee hai
asthama ke lie homo upachaar
upachaar ka lakshy un padaarthon se bachana hai jo lakshanon ko trigar karate hain aur vaayumaarg kee soojan ko niyantrit karate hain. homo davaen teevr aur puraanee asthamaatmak sthitiyon mein achchhee tarah se kaary karatee hain.
bronkiyal asthama upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath asthama, shvaas kee samasyaen, vheezing ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Arthritis Homeopathy Treatment
गठिया
शरीर में दर्द और कठोरता को गठिया कहा जाता है। अधिकांश प्रकार के गठिया जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनते हैं। जोड़ वे स्थान हैं जहां दो हड्डियां मिलती हैं, जैसे कोहनी या घुटने। समय के साथ, एक सूजन संयुक्त गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो सकता है। कुछ प्रकार के गठिया अंगों में भी समस्याएं पैदा कर सकते हैं,
संधिशोथ और लक्षण के प्रकार
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस:
संधिशोथ:
किशोर संधिशोथ संधिशोथ:
गाउट:
संक्रामक संधिशोथ:
सोरियाटिक गठिया:
fibromyalgia:
एक प्रकार का वृक्ष:
बर्साइटिस और टेंडोनिटिस:
आंक्यलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस:
प्रतिक्रियाशील गठिया:
पोलिमेल्जिया रुमेटिका:
कारण
संधिशोथ में उपास्थि का टूटना शामिल है। कार्टिलेज सामान्य रूप से संयुक्त की रक्षा करता है, जो चिकनी गति के लिए अनुमति देता है। जब आप चलते हैं तो संयुक्त रूप से दबाव डालने पर कार्टिलेज भी सदमे को अवशोषित करता है। उपास्थि की सामान्य मात्रा के बिना, हड्डियां एक साथ रगड़ती हैं, दर्द, सूजन (सूजन) और कठोरता का कारण बनती हैं।
संयुक्त सूजन के कई कारण हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं:
संधिशोथ के लिए होम्योपैथी उपचार
गठिया के लिए होमो दवा लक्षणों की कुलता के तहत आधारित है। नियमित होम्योपैथिक दवाएं गठिया के लिए अच्छी तरह से मदद करती हैं।
संधिशोथ उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ गठिया, मुतु वाली, संयुक्त दर्द के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
gathiya
shareer mein dard aur kathorata ko gathiya kaha jaata hai. adhikaansh prakaar ke gathiya jodon mein dard aur soojan ka kaaran banate hain. jod ve sthaan hain jahaan do haddiyaan milatee hain, jaise kohanee ya ghutane. samay ke saath, ek soojan sanyukt gambheer roop se kshatigrast ho sakata hai. kuchh prakaar ke gathiya angon mein bhee samasyaen paida kar sakate hain,
sandhishoth aur lakshan ke prakaar
puraane ostiyoaartharaitis:
is tarah ke gathiya jodon mein vishesh roop se haathon aur shareer ke vajan vaale hisson mein hote hain. jodon mein ghutane, koolhe aur reedh kee haddee shaamil hain. is tarah ke gathiya upaasthi mein tootane ke kaaran hota hai. kaartilej ek ootak hai jo sanyukt roop se haddiyon ke siron ko kushan karata hai. ostiyoaartharaitis mein, upaasthi talana shuroo ho jaatee hai aur pooree tarah se door ho sakatee hai. ostiyoaartharaitis sanyukt dard aur kathorata ka kaaran ban sakata hai.
sandhishoth:
yah puraanee ya deerghakaalik beemaaree ka ek prakaar hai jo mukhy roop se shareer mein jodon ko prabhaavit karata hai. yahaan is prakaar kee shareer kee pratiraksha pranaalee jodon mein soojan ka kaaran banatee hai. yah soojan tab upaasthi aur haddiyon ko nukasaan pahunchaane vaale aasapaas ke ootakon tak phailatee hai. yah dard, kathorata, sanyukt nukasaan soojan aur kuchh haddiyon ke kaary kee haani banaata hai.
kishor sandhishoth sandhishoth:
yah durlabh prakaar ka gathiya hai jo mukhy roop se bachchon ko prabhaavit karata hai. yah dard, kathorata, soojan, jodon ke kaary kee haani ka kaaran banata hai. is prakaar ke gathiya ke kaaran ka kaaran ab tak gyaat nahin hai. lekin aisa maana jaata hai ki yah ek otomyoonyoon beemaaree hai. kishor sandhishoth gathiya vanshaanugat nahin hai.
gaut:
jodon mein yoorik esid kee suee kee tarah kristal kee jamaavat ke kaaran gathiya banaee jaatee hai. ye kristal prabhaavit sanyukt mein soojan, soojan aur dard ka kaaran banate hain, jo aksar bade pair kee angulee hotee hai. pair kee angulee ke alaava yah pair, takhane, ghutane ityaadi ko prabhaavit karata hai.
sankraamak sandhishoth:
is prakaar kee gathiya sankraamak ejenton jaise baikteeriya ya vaayaras ke kaaran hotee hai. is gathiya ke lie shuruaatee nidaan aur upachaar sankraman se chhutakaara pa sakata hai aur jodon ko nukasaan kam kar sakata hai.
soriyaatik gathiya:
is prakaar ka gathiya soraayasis vaale mareejon mein hota hai. psoriatich gathiya aksar ungaliyon aur pair kee ungaliyon ke siron par jodon ko prabhaavit karata hai. reedh kee haddee mein shaamil hone par peeth dard hota hai.
fibromyalgi:
yah shareer ke sir, gardan, reedh, koolhon, kohanee aur kandhe jaise nivida binduon par vyaapak dard ka kaaran banata hai. shareer ke ye bindu dard ko chhoone aur utpaadan karane ke lie atyadhik sanvedanasheel hote hain. phaibromaaljiya vaale logon mein aamataur par thakaan, pareshaan neend aur kathorata hotee hai. phaibromaaljiya kisee sanyukt ya maansapeshee kshati ka kaaran nahin banata hai.
ek prakaar ka vrksh:
yah ek prakaar kee beemaaree hai jo mukhy roop se tvacha aur jodon ko prabhaavit karatee hai aur kuchh maamalon mein yah gurde, phephadon ya dil jaise aantarik angon ko bhee prabhaavit kar sakatee hai. mahilaen is beemaariyon se adhik prabhaavit hotee hain to vahaan samakaksh hote hain.
barsaitis aur tendonitis:
bursitis aur tendonitis ek sanyukt ghaayal hone ya ovairusing se jalan ke kaaran hote hain. barsaitis burs naamak ek chhotee see thailee ko prabhaavit karata hai jo sanyukt roop se maansapeshiyon aur tendan ko kushan karane mein madad karata hai. tendonitis haddiyon ko pesh karane vaale tendan ko prabhaavit karata hai.
aankyalosing spondilaitis:
yah puraanee soojan gathiya ka ek prakaar hai jo mukhy roop se reedh aur shroni ko prabhaavit karata hai. yah soojan aur reedh kee haddee ke jodon kee jalan ke kaaran peeth mein dard aur kathorata ka kaaran banata hai. ye kaaran antatah jodon kee gatisheelata ko seemit kar sakate hain.
pratikriyaasheel gathiya:
yah jodon kee ek asthaayee soojan hai jo shareer mein kaheen aur sankraman kee pratikriya ke roop mein hotee hai.
polimeljiya rumetika:
yah kandhe aur ooparee bhuja, nitambon aur jaanghon mein maansapeshiyon aur mulaayam ootakon ko prabhaavit karane vaalee ek soojan kee sthiti hai. yah thakaavat, kathorata, vajan ghataane aur kabhee-kabhee parisancharan kee samasya ka kaaran banata hai.
kaaran
sandhishoth mein upaasthi ka tootana shaamil hai. kaartilej saamaany roop se sanyukt kee raksha karata hai, jo chikanee gati ke lie anumati deta hai. jab aap chalate hain to sanyukt roop se dabaav daalane par kaartilej bhee sadame ko avashoshit karata hai. upaasthi kee saamaany maatra ke bina, haddiyaan ek saath ragadatee hain, dard, soojan (soojan) aur kathorata ka kaaran banatee hain.
sanyukt soojan ke kaee kaaran hain, jinamen nimn shaamil hain:
ek otomyoonyoon beemaaree (shareer khud par hamala karata hai kyonki pratiraksha pranaalee ka maanana hai ki shareer ka hissa videshee hai)
tootee huee haddee
jodon par saamaany “pahanen aur phaaden”
sankraman (aamataur par baikteeriya ya vaayaras ke kaaran hota hai)
kuchh choten aur beemaariyaan,
ostiyoaartharaitis budhaape mein hone kee sambhaavana adhik hai.
vajan zyaada hona
pahale prabhaavit sanyukt ghaayal
ek doharaav vaalee kaarravaee mein prabhaavit sanyukt ka upayog karana jo sanyukt par tanaav daalata hai (besabol khilaadiyon, baile nartakiyon, aur nirmaan kaaryakartaon ko sabhee jokhim mein hain)
gathiya ek bahut hee aam sthiti hai jo jyaadaatar logon ko apane jeevanakaal mein kam se kam ek baar prabhaavit karatee hai.
kisee bhee umr ke log gathiya ke lakshan dikha sakate hain, jo ki madhy aayu mein jyaadaatar logon mein sanyukt soojan ke kuchh lakshan maujood hain.
jyaadaatar logon mein gathiya ek kamajor sthiti ho sakatee hai jisase utpaadakata mein kamee aatee hai aur kabhee-kabhee din-pratidin kaam karane mein mushkil hotee hai. gathiya ke saath kaee lakshan hain kyonki 100 se adhik vibhinn prakaar ke gathiya hain.
sandhishoth ke lie homyopaithee upachaar
gathiya ke lie homo dava lakshanon kee kulata ke tahat aadhaarit hai. niyamit homyopaithik davaen gathiya ke lie achchhee tarah se madad karatee hain.
sandhishoth upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath gathiya, mutu vaalee, sanyukt dard ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Anal Fissure Homeopathy Treatment
गुदा में दरार
गुदा फिशर – जिसे एक एनोरेक्टल फिशर भी कहा जाता है, निचला गुदा नहर की परत में एक रैखिक विभाजन या आंसू होता है। अधिकांश गुदा फिशर तब होते हैं जब एक बड़ा, कठोर मल गुदा उद्घाटन को बढ़ा देता है और नाजुक एनोडर्म को आँसू देता है। कम अक्सर, गुदा फिशर लंबे समय तक दस्त, सूजन आंत्र रोग या यौन संक्रमित बीमारियों के कारण एनोरेक्टल क्षेत्र से विकसित होता है। शॉर्ट टर्म गुदा फिशर्स आमतौर पर सतही और उथले होते हैं, लेकिन पुरानी लंबी अवधि के गुदा फिशर अंतर्निहित मांसपेशियों की सतह का पर्दाफाश करने के लिए एनोडर्म के माध्यम से गहराई से बढ़ सकते हैं।
एनल फिशर केस
गुदा फिशर आम तौर पर आघात के कारण होता है जो गुदा नहर को फैलाता है, जैसे बड़े या कठिन आंत्र आंदोलन या विस्फोटक दस्त के पारित होने के बाद। कम आम तौर पर, फिशर विदेशी शरीर सम्मिलन या गुदा संभोग के कारण होते हैं। गुदा फिशर उन रोगियों में भी हो सकते हैं जिनके पास क्रोन की बीमारी (आंतों की सूजन संबंधी बीमारी) जैसी अन्य चिकित्सीय स्थितियां हैं। नतीजतन, मूल्यांकन के हिस्से में इन शर्तों के लिए परीक्षण शामिल हो सकता है।
गुदा फिशर के लक्षण
गुदा फिशर के लिए उपचार
आमतौर पर अधिकांश डॉक्टर सर्जरी का संदर्भ देते हैं। लेकिन तथ्य यह है कि सर्जरी के बाद ज्यादातर मरीज़ खराब हो जाते हैं। होम्योपैथिक दवाएं फिशर में अच्छी तरह से कार्य करती हैं। होमियो दवाएं नियंत्रण दर्द, फैलाव और जलने की उत्तेजना को ठीक करने में मदद करता है।
गुदा फिशर उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ गुदा फिशर, आसाना वाई वेदिपू के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 9786901830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
guda mein daraar
guda phishar – jise ek enorektal phishar bhee kaha jaata hai, nichala guda nahar kee parat mein ek raikhik vibhaajan ya aansoo hota hai. adhikaansh guda phishar tab hote hain jab ek bada, kathor mal guda udghaatan ko badha deta hai aur naajuk enodarm ko aansoo deta hai. kam aksar, guda phishar lambe samay tak dast, soojan aantr rog ya yaun sankramit beemaariyon ke kaaran enorektal kshetr se vikasit hota hai. short tarm guda phishars aamataur par satahee aur uthale hote hain, lekin puraanee lambee avadhi ke guda phishar antarnihit maansapeshiyon kee satah ka pardaaphaash karane ke lie enodarm ke maadhyam se gaharaee se badh sakate hain.
enal phishar kes
guda phishar aam taur par aaghaat ke kaaran hota hai jo guda nahar ko phailaata hai, jaise bade ya kathin aantr aandolan ya visphotak dast ke paarit hone ke baad.
kam aam taur par, phishar videshee shareer sammilan ya guda sambhog ke kaaran hote hain. guda phishar un rogiyon mein bhee ho sakate hain jinake paas kron kee beemaaree (aanton kee soojan sambandhee beemaaree) jaisee any chikitseey sthitiyaan hain. nateejatan, moolyaankan ke hisse mein in sharton ke lie pareekshan shaamil ho sakata hai.
guda phishar ke lakshan
rektal dard, aamataur par jalane, kaatane, ya phaadane ke roop mein varnit hai
aantr aandolanon ke saath dard; guda kee chakkar ek guda phishar ke lie bahut sandigdh hai.
khoonee mal- aamataur par, mal kee satah par ujjval laal rakt dikhaee deta hai. rakt aamataur par mal mein mishrit nahin hota hai. kabhee-kabhee, ponchhane ke baad toyalet pepar par rakt paaya jaata hai. kuchh rogee koee khoon bah raha hai riport kar sakate hain.
shleshm nirvahan – nirvahan kee tarah ek pus
guda pruritas – guda mein khujalee
ek guda phistula vaala ek mareej ek gumaraah path ke kaaran aavartee malodorous pairianal jal nikaasee, pruritus, aavartee phode, bukhaar, ya periyaal dard kee shikaayat kar sakata hai.
dard kabhee-kabhee ek nae bahirvaah path ke ek traikt ya gathan ke saath svachaalit roop se hal ho jaata hai.
dard baithane, hilane, paraajit karane aur yahaan tak ki khaansee ke saath hota hai.
dard aamataur par gunavatta mein throbing hota hai aur poore din lagaataar rahata hai.
guda phishar ke lie upachaar
aamataur par adhikaansh doktar sarjaree ka sandarbh dete hain. lekin tathy yah hai ki sarjaree ke baad jyaadaatar mareez kharaab ho jaate hain. homyopaithik davaen phishar mein achchhee tarah se kaary karatee hain. homiyo davaen niyantran dard, phailaav aur jalane kee uttejana ko theek karane mein madad karata hai.
guda phishar upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath guda phishar, aasaana vaee vedipoo ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Anxiety neurosis Homeopathy Treatment
चिंता न्यूरोसिस
चिंता न्यूरोसिस उपरोक्त औसत खुफिया व्यक्तियों के बीच होने वाली मनोवैज्ञानिकता का सबसे आम रूप है। जो तनाव और तनाव के तनाव के लिए दोषपूर्ण अनुकूलन से उत्पन्न होता है। यह इन कठिनाइयों को पूरा करने के प्रयास में कार्रवाई के कारण होता है।
मरीजों द्वारा अनुभव किए जाने वाले विभिन्न लक्षणों की एक विस्तृत विविधता है जो पीड़ितों के लिए काफी कमजोर हो सकती है।
चिंता न्यूरोसिस के कारण:
चिंता का यह रूप विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है। शोधकर्ता और वैज्ञानिक अभी भी इस चिंता विकार का सही कारण खोजने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन निम्नलिखित प्रत्यक्ष कारण माना जाता है:
चिंता न्यूरोसिस के लक्षण
चिंता न्यूरोसिस का उपचार:
चिंता के साथ पीड़ित लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के विभिन्न उपचार हैं। इस चिंता विकार के इस रूप के कुछ सामान्य उपचारों में शामिल हैं:
होम्योपैथिक उपचार:
चिंता के साथ लोगों की मदद के लिए कई होम्योपैथी दवाएं उपलब्ध हैं। चिंता न्यूरोसिस के लिए होमो दवाएं सीबीटी जैसे अन्य उपचारों के साथ अच्छी तरह से कार्य करती हैं: संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, एक्सपोजर थेरेपी
चिंता न्यूरोसिस उपचार के लिए किससे संपर्क करें
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल नतीजों के साथ चिंता न्यूरोसिस के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 9 1 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
chinta nyoorosis
chinta nyoorosis uparokt ausat khuphiya vyaktiyon ke beech hone vaalee manovaigyaanikata ka sabase aam roop hai. jo tanaav aur tanaav ke tanaav ke lie doshapoorn anukoolan se utpann hota hai. yah in kathinaiyon ko poora karane ke prayaas mein kaarravaee ke kaaran hota hai.
mareejon dvaara anubhav kie jaane vaale vibhinn lakshanon kee ek vistrt vividhata hai jo peediton ke lie kaaphee kamajor ho sakatee hai.
chinta nyoorosis ke kaaran:
chinta ka yah roop vibhinn kaarakon ke kaaran ho sakata hai. shodhakarta aur vaigyaanik abhee bhee is chinta vikaar ka sahee kaaran khojane kee koshish kar rahe hain lekin nimnalikhit pratyaksh kaaran maana jaata hai:
jenetiks – yah kaaphee spasht hai ki chinta nyoorosis parivaaron mein chalatee hai. yadi maata-pita ya daadaajee jaise parivaar ke sadasy chinta vikaar se grast hain, to aapake paas vikaar vikasit karane kee sambhaavana adhik hai.
raasaayanik asantulan – mastishk mein raasaayanik asantulan chinta nyoorosis kee shuruaat mein ek badee bhoomika nibhaate hain. serotonin ya dopaamain jaise rasaayanon ke asantulan ho sakate hain jo logon ko chintit aur udaas mahasoos karane ke lie jaane jaate hain.
drags aur any padaarth – chinta se sambandhit lakshan mahasoos kie ja sakate hain yadi vyakti kuchh davaen jaise emphetaamain, iphedra, steroyad ityaadi leta hai.
vyaktitv prakaaron ko badalana – kuchh aise log hain jo chinta nyoorosis se adhik pravan hote hain. jin logon ke paas kam aatm sammaan hai aur unhen any logon ke saath baatacheet karane mein pareshaanee hai, ve chinta se sambandhit vikaar vikasit karane kee adhik sambhaavana rakhate hain.
chinta nyoorosis ke lakshan
aam taur par kuchh anishchit khatare, maanasik ashaanti aur tanaav se avagat hone kee bhaavana mein bandhan kee pareshaanee mahasoos karana ya pareshaan hona, chinta kee visheshata hai.
vidyaarthiyon ke phailaav, chehare kee paillar, paseene kee seemaen, taichirdiya, munh kee sookhaapan, dast, bhookh kee kamee, anidra, kaamechchha aur shakti mein kamee, raktachaap aur rakt sharkara ke star mein vrddhi aadi chinta sindrom ke saath vanaspati sanket.
do vikaaron, aatank vikaar aur saamaanyeekrt chinta vikaar kee pahachaan- jeeedee, phaayademand lagata hai aur chinta vikaaron ke beech, junoonee baadhyakaaree vikaar ko shaamil karana uchit hai.
aatank vikaar, phobik chinta vikaar, prerak – baadhyakaaree vikaar – in maanasik beemaariyon ko manovigyaan ke roop mein bhee jaana jaata hai. unake saath jude lakshan aur vikalaangata manovigyaan mein aane vaale logon kee tulana mein aksar kam gambheer hotee hai. uttaraarddh kee tarah, haalaanki, ve un logon mein hote hain jinake maanasik aur bauddhik vikaas saamaany roop se aage badh rahe the.
ve manovigyaan se bhee kaaphee bhinn hote hain ki prabhaavit vyakti na to vaastavikata se sampark kho deta hai aur na hee pareshaan vichaar prakriyaon ka anubhav karata hai. chinta ek lakshan hai jise ve sabhee aam hain.
chinta nyoorosis ka upachaar:
chinta ke saath peedit logon ke lie vibhinn prakaar ke vibhinn upachaar hain. is chinta vikaar ke is roop ke kuchh saamaany upachaaron mein shaamil hain:
dava: benzodaayajepain aur enteedripresents jaisee dava aksar chinta nyoorosis ke saath madad ke lie dee jaatee hai. lekin paaramparik upachaaron ke adhik dushprabhaav hote hain.
homyopaithik upachaar:
chinta ke saath logon kee madad ke lie kaee homyopaithee davaen upalabdh hain. chinta nyoorosis ke lie homo davaen seebeetee jaise any upachaaron ke saath achchhee tarah se kaary karatee hain: sangyaanaatmak vyavahaar therepee, eksapojar therepee
seebeetee: sangyaanaatmak vyavahaar therepee chinta ka ilaaj karane ka ek aam tareeka hai. therepee ka yah roop sangyaanaatmak aur vyavahaarik therepee ka sanyojan hai. sangyaanaatmak therepee chinta se nipatane ke adhik sakaaraatmak tareekon ke saath nakaaraatmak maladaptaid vichaaron ko badalane par kaam karata hai. vyavahaarik pahaloo logon ko in chintaon ko prerit paristhitiyon mein vyavahaar karane ke tareeke ko badalane ke lie kaam karata hai.
eksapojar therepee: therepee ke ye roop dheere-dheere chinta ka pardaaphaash karate hain jisase surakshit aur niyantrit vaataavaran mein chinta aur bhay kee bhaavanaen hotee hain.
chinta nyoorosis upachaar ke lie kisase sampark karen
vivekaanant klinik doktar saphal nateejon ke saath chinta nyoorosis ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Alopecia areata Homeopathy Treatment
एलोपेशिया एरियाटा
एलोपेस अरेटा का मतलब शरीर के बालों वाले हिस्सों में कहीं भी छोटे, गोल पैच में बालों के झड़ने का मतलब है। सबसे अधिक प्रभावित हिस्सा खोपड़ी है। एलोपेस अरेटा प्रभावित रोगियों और उनके परिवारों मंे जबरदस्त भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तनाव पैदा कर सकता है। एलोपेस अरेटा सभी शरीर के बालों के नुकसान को पूरा करने के लिए प्रगति कर सकते हैं। जबकि जीवन खतरनाक स्थिति नहीं है,
Alopecia Areata के कारण,
अल्पाशिया अरेटा के लिए कोई विशिष्ट कारण नहीं है। लेकिन कुछ कारक विचार कर सकते हैं
Alopecia Areata की उपस्थिति
नाखून भागीदारी
एलोपेसिया प्रकार और परिभाषाएं
एलोपेसिया इटाटा को इसके पैटर्न के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है।
Alopecia Areata का पारंपरिक उपचार
अल्पाशिया अरेटा के लिए कई अलग-अलग उपचार विकल्प हैं। सबसे आम अवलोकन है।
एक और विकल्प पैच के लिए एक मजबूत सामयिक स्टेरॉयड जैसे डीप्रोलिन या टेम्पोवेट को लागू कर रहा है। बालों को इस विधि का उपयोग करके वापस बढ़ने में कई महीने लग सकते हैं। एक और आम चिकित्सीय विकल्प एक स्टेरॉयड का इंजेक्शन है, जैसे सेलेस्टोन शामिल स्केलप त्वचा में। बाल के शुरुआती पुनरुत्थान को 4-8 सप्ताह में देखा जा सकता है और उपचार हर 4-6 सप्ताह में दोहराया जाता है। किसी भी स्टेरॉयड उपयोग से मुख्य दुष्प्रभाव त्वचा की पतली है। बाल विकास को बढ़ावा देने के लिए मिनॉक्सिडिल का उपयोग किया गया है और 30% मामलों में कॉस्मेटिक रूप से स्वीकार्य परिणाम दिखाए गए हैं। मिनॉक्सिडिल बीमारी की प्रक्रिया को रोक नहीं पाता है ताकि बाल बढ़ने के बाद आवेदनों को रोकना बालों को फिर से गिरने का कारण बन सकता है।
एलोपेसिया एरिया के लिए होम्योपैथी उपचार
लक्षण होम्योपैथी दवाएं एलोपेसिया एरिया, एलोपेसिया टोलिसिस, एलोपेसिया आंशिक मामलों के लिए अच्छी तरह से काम करती हैं। होमो दवाएं किसी भी दुष्प्रभाव के बिना काम करती हैं।
एलोपेसिया आर्य उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ एलोपेसिया एरिया, एलोपेसिया बार्बे, पुलु वीतु, पूची वीटू, पैची बालों के झड़ने के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 9786901830, + 9 1 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
elopeshiya eriyaata
elopes areta ka matalab shareer ke baalon vaale hisson mein kaheen bhee chhote, gol paich mein baalon ke jhadane ka matalab hai. sabase adhik prabhaavit hissa khopadee hai. elopes areta prabhaavit rogiyon aur unake parivaaron mein jabaradast bhaavanaatmak aur manovaigyaanik tanaav paida kar sakata hai. elopes areta sabhee shareer ke baalon ke nukasaan ko poora karane ke lie pragati kar sakate hain. jabaki jeevan khataranaak sthiti nahin hai,
alopaichi araiat ke kaaran,
alpaashiya areta ke lie koee vishisht kaaran nahin hai. lekin kuchh kaarak vichaar kar sakate hain
jenetik kaarak ek mahatvapoorn bhoomika nibhaate hain
prabhaavit logon mein alpasankhyak ilaake ke paarivaarik itihaas kee uchch aavrtti hai.
otomyoonyoon kaarak rogee ko vibhinn baal koop sanrachanaon ke lie enteebodee vikasit karane ka kaaran banata hai.
kuchh rasaayanon jo ki saitokins naamak pratiraksha pranaalee ka hissa hain, baal koop vikaas ko baadhit karake alagaav kshetr mein bhoomika nibha sakate hain.
bhaavanaatmak tanaav bhee alpaashiya areta ka kaaran ban sakata hai.
alopaichi araiat kee upasthiti
alpaashiya areta ka theth paich aamataur par gol ya andaakaar hota hai, aur pooree tarah se ganja aur chikana hota hai.
paich ke maarjin par “vismayaadibodhak chihn” baal dekha ja sakata hai.
aadhaar par tendar kuchh toote, chhote baal.
naakhoon bhaageedaaree
alpaasiya ilaake ke gambheer roopon vaale mareejon mein naakhoon kee bhaageedaaree sabase jyaada dekhee jaatee hai.
piting sabase aam khoj hai. kaee any asaamaanyataon mein hai
riport kiya gaya (udaaharan ke lie, trechiyoneechiya, beeo lain, onkorereksis, onkomemedesis, koiloneechiya, lyookoneechiya, red lunula).
phingaranel mukhy roop se prabhaavit hote hain.
elopesiya prakaar aur paribhaashaen
baal girane kee tarah alopaichi araiat-paich
elopesiya aanshik-baal khopadee ke ang ke aadhe hisse mein ya angon mein ya chehare mein girate hain.
elopesiya kul milaakar khopadee mein baal kee pooree giraphtaaree (ganjaapan nahin)
elopes yoonivarsalis-poore baal mein baalon ka poora nukasaan (khopadee, chehare, haath ka gaddha, jaghany, aur angon mein girane vaale poorn baal)
elopesiya itaata ko isake paitarn ke anusaar vargeekrt kiya ja sakata hai.
paichee alopeshiya areta- haayar los aksar sthaaneeyakrt aur paichee hai
alpaashiya eriyaata ke ophiyaasis paitarn– ek retikular paitarn tab hota hai jab baalon ke jhadane adhik vyaapak hote hain aur paich ko jodate hain. baalon ke jhadane ke dauraan ek ophiyaasis paitarn hota hai pakshon ke lie sthaanaantarit aur khopadee ke nichale hisse
alpaashiya areta ke sisaipho paitarn – vipareet roop se, sisaipho (ophiyaasis peechhe kee or vartanee) paitarn tab hota hai jab baalon ke jhadane se pakshon aur sir ke peechhe
elopesiya kulis-elopesiya kul milaakar khopadee par 100% baalon ke jhadane ke saath hota hai
elopesiya saarvabhaumik-elopesiya saarvabhaumik sabhee baalon vaale asar vaale kshetron par baal ke poorn nukasaan ke saath hota hai.
diphyooj alpesiya areta-elopeshiya areta aamataur par phokal hota hai; haalaanki, yah phail sakata hai, jisase telojen illooviyam (teeee) ya mahilaon mein endrojenetik elopesiya ke prakaar kee nakal karana
alopaichi araiat ka paaramparik upachaar
alpaashiya areta ke lie kaee alag-alag upachaar vikalp hain. sabase aam avalokan hai. ek aur vikalp paich ke lie ek majaboot saamayik steroyad jaise deeprolin ya tempovet ko laagoo kar raha hai. baalon ko is vidhi ka upayog karake vaapas badhane mein kaee maheene lag sakate hain. ek aur aam chikitseey vikalp ek steroyad ka injekshan hai, jaise seleston shaamil skelap tvacha mein. baal ke shuruaatee punarutthaan ko 4-8 saptaah mein dekha ja sakata hai aur upachaar har 4-6 saptaah mein doharaaya jaata hai. kisee bhee steroyad upayog se mukhy dushprabhaav tvacha kee patalee hai. baal vikaas ko badhaava dene ke lie minoksidil ka upayog kiya gaya hai aur 30% maamalon mein kosmetik roop se sveekaary parinaam dikhae gae hain. minoksidil beemaaree kee prakriya ko rok nahin paata hai taaki baal badhane ke baad aavedanon ko rokana baalon ko phir se girane ka kaaran ban sakata hai.
elopesiya eriya ke lie homyopaithee upachaar
lakshan homyopaithee davaen elopesiya eriya, elopesiya tolisis, elopesiya aanshik maamalon ke lie achchhee tarah se kaam karatee hain. homo davaen kisee bhee dushprabhaav ke bina kaam karatee hain.
elopesiya aary upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath elopesiya eriya, elopesiya baarbe, pulu veetu, poochee veetoo, paichee baalon ke jhadane ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. Vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. Niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Allergic Rhinitis Homeopathy Treatment
एलर्जी रिनिथिस
एलर्जिक राइनाइटिस लक्षणों का एक संग्रह है, ज्यादातर नाक और आंखों में, जो तब होता है जब कुछ में सांस लेने से एलर्जी होती है, जैसे कि धूल, डेंडर या पराग।
एलर्जीय राइनाइटिस आमतौर पर घास बुखार कहा जाता है।
व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए, एलर्जेंस मौसमी और बारहमासी समूहों में विभाजित किया जा सकता है।
एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षण
लक्षण लक्षणों में शामिल हैं
लक्षण भी शामिल कर सकते हैं
एलर्जी राइनाइटिस का होमो उपचार
सबसे अच्छा उपचार यह है कि इससे पहले कि आपके एलर्जी संबंधी लक्षण पहले से क्यों हों। अपने सभी ट्रिगर्स से पूरी तरह से बचना असंभव हो सकता है, लेकिन आप एक्सपोजर को कम करने के लिए अक्सर कदम उठा सकते हैं।
एलर्जीय राइनाइटिस के इलाज के लिए कई अलग-अलग होम्योपैथिक दवाएं उपलब्ध हैं। दवाएं लक्षण, आयु, और अन्य चिकित्सीय स्थितियों (जैसे अस्थमा) के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करती हैं।
लक्षण होम्योपैथिक दवाएं सभी प्रकार के एलर्जिक राइनाइटिस के लिए अच्छी तरह से काम करती हैं। होम्योपैथी दवाएं किसी भी दुष्प्रभाव के बिना सर्वश्रेष्ठ कार्य करती हैं।
एलर्जीय राइनाइटिस उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ एलर्जीय राइनाइटिस, धूल एलर्जी, नाक ब्लॉक, बच्चों के लिए आवर्ती ठंड, छींकने, नाक चलने के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 97869 01830, + 91 94430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
elarjee rinithis
elarjik rainaitis lakshanon ka ek sangrah hai, jyaadaatar naak aur aankhon mein, jo tab hota hai jab kuchh mein saans lene se elarjee hotee hai, jaise ki dhool, dendar ya paraag.
elarjeey rainaitis aamataur par ghaas bukhaar kaha jaata hai.
vyaavahaarik uddeshyon ke lie, elarjens mausamee aur baarahamaasee samoohon mein vibhaajit kiya ja sakata hai.
mausamee elarjens mukhy roop se paraag hote hain.
mahatv ke baarahamaasee elarjee mold, ghar kee dhool aur pashu daindars hain.
sardiyon ke dauraan samasyaagrast, jab log apana adhikaansh samay ghar ke andar bitaate hain.
mold ya to inador ya aautador elarjee ho sakate hain
haus dhool lagabhag 28 elarjanik ghatakon ka mishran hai.
dhool ke kaatane (haalaanki ve kul nikaalane kee tulana mein bahut kam imyoonolojikal shaktishaalee hote hain). sanyukt raajy amerika mein 2 pramukh dhool ke kaatane mein darmaatophagoids pataronisinas aur darmaatophagoids phareena hain. ve gadde, takie, asabaabavaala pharneechar, aur kaaleenon mein prachur maatra mein hain.
elarjik rainaitis ke lakshan
lakshan lakshanon mein shaamil hain
doharaav chheenkana;
raino riya (naak bahatee hai);
naak drip;
naak band;
pruritis (khujalee) aankhen, kaan, naak ya gale
saamaanyeekrt thakaan.
lakshan bhee shaamil kar sakate hain
gharagharaahat,
aankh phaadana,
gale mein kharaas,
avaanchhit gandh
puraanee khaansee postnasal drip ke lie maadhyamik ho sakata hai, lekin asthama ke lie galat nahin hona chaahie.
sainas siradard aur kaan plaging bhee aam hain,
elarjee rainaitis ka homo upachaar
sabase achchha upachaar yah hai ki isase pahale ki aapake elarjee sambandhee lakshan pahale se kyon hon. apane sabhee trigars se pooree tarah se bachana asambhav ho sakata hai, lekin aap eksapojar ko kam karane ke lie aksar kadam utha sakate hain.
elarjeey rainaitis ke ilaaj ke lie kaee alag-alag homyopaithik davaen upalabdh hain. davaen lakshan, aayu, aur any chikitseey sthitiyon (jaise asthama) ke prakaar aur gambheerata par nirbhar karatee hain.
lakshan homyopaithik davaen sabhee prakaar ke elarjik rainaitis ke lie achchhee tarah se kaam karatee hain. homyopaithee davaen kisee bhee dushprabhaav ke bina sarvashreshth kaary karatee hain.
elarjeey rainaitis upachaar ke lie kisase sampark karana hai
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath elarjeey rainaitis, dhool elarjee, naak blok, bachchon ke lie aavartee thand, chheenkane, naak chalane ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 97869 01830, + 9 1 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen,
Acne-Pimples Homeopathy Treatment
मुँहासे / मुर्गी कौन मिलता है
मुँहासे / मुर्गी के अंदर क्या है
त्वचा में स्नेहक ग्रंथियों नामक मिनट ग्रंथियां होती हैं जो बाल कूप में खुलती हैं। ये ग्रंथियां सेबम नामक एक तेल पदार्थ को छिड़कती हैं, जो बाल कूप के माध्यम से त्वचा की सतह में खाली होती है। युवावस्था के दौरान, नर सेक्स हार्मोन जो आम तौर पर नर और मादा दोनों में मौजूद होते हैं, वे वृद्धि में वृद्धि करते हैं और वे आकार में वृद्धि के लिए मलबेदार ग्रंथियों को सक्रिय करते हैं, जिससे बदले में सेबम के स्राव में वृद्धि होती है। दूसरा, कोशिकाओं को तेजी से बहाया जाता है और वे बालों के कूप के उद्घाटन को जोड़ते हुए एक साथ चिपके रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ‘सफेद सिर’ होते हैं। जब हवा से उजागर होता है तो सफेद सिर में वर्णक मेलेनिन काले सिर बनाता है। तीसरा, बैक्टीरिया विशेष रूप से ‘propionibacterium मुँहासा’ संख्या में और मुँहासे के गठन में जोड़ें। जब कूप घुल जाता है, इसकी दीवार टूट जाती है। सेबम, बैक्टीरिया और मृत कोशिकाएं आस-पास के ऊतक से बचती हैं और पस्ट्यूल, नोड्यूल, फोड़े और सिस्ट के रूप में मुँहासे के अधिक गंभीर रूप के गठन की ओर ले जाती हैं।
मुँहासे के गठन के कारण?
मुँहासे आमतौर पर उन लोगों में होता है जो आनुवंशिक रूप से पूर्वनिर्धारित होते हैं। क्रीम, तेल आधारित मॉइस्चराइज़र, तेल आधारित नींव, आदि जैसे सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग मुँहासे पैदा कर सकता है।
मैं क्या करना चाहता हूं ‘मुँहासे के साथ क्या करें और क्या नहीं करते?
मुँहासे – मुर्गी होम्योपैथी उपचार
मुँहासा और मुंहासे लक्षण लक्षण होम्योपैथिक दवाएं किसी भी दुष्प्रभाव के बिना बहुत अच्छी तरह से काम करती हैं,
मुँहासे के लिए संपर्क करने के लिए – Pimples उपचार
विवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ पिंपल, मुगापरू, मुँहासे के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानांत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 9786901830, + 9 1 9 4430 54168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com पर मेल करें
munhaase / murgee kaun milata hai
13 se 30 saal ke aayu varg mein munhaase / murgee adhik aam hai
lekin yah is aayu seema se bhee ho sakata hai ya jaaree rah sakata hai.
endrojan gatividhi ke kaaran maadaon kee tulana mein nar aksar prabhaavit hote hain.
projesteron naamak haarmon ke star mein vrddhi ke kaaran mahilaon ko pree-menastral phleyar mil sakata hai.
munhaase / murgee ke andar kya haitvacha mein snehak granthiyon naamak minat granthiyaan hotee hain jo baal koop mein khulatee hain. ye granthiyaan sebam naamak ek tel padaarth ko chhidakatee hain, jo baal koop ke maadhyam se tvacha kee satah mein khaalee hotee hai. yuvaavastha ke dauraan, nar seks haarmon jo aam taur par nar aur maada donon mein maujood hote hain, ve vrddhi mein vrddhi karate hain aur ve aakaar mein vrddhi ke lie malabedaar granthiyon ko sakriy karate hain, jisase badale mein sebam ke sraav mein vrddhi hotee hai. doosara, koshikaon ko tejee se bahaaya jaata hai aur ve baalon ke koop ke udghaatan ko jodate hue ek saath chipake rahate hain, jisake parinaamasvaroop saphed sir hote hain. jab hava se ujaagar hota hai to saphed sir mein varnak melenin kaale sir banaata hai. teesara, baikteeriya vishesh roop se propionibachtairium munhaasa sankhya mein aur munhaase ke gathan mein joden. jab koop ghul jaata hai, isakee deevaar toot jaatee hai. sebam, baikteeriya aur mrt koshikaen aas-paas ke ootak se bachatee hain aur pastyool, nodyool, phode aur sist ke roop mein munhaase ke adhik gambheer roop ke gathan kee or le jaatee hain.
munhaase ke gathan ke kaaran?
munhaase aamataur par un logon mein hota hai jo aanuvanshik roop se poorvanirdhaarit hote hain. kreem, tel aadhaarit moischaraizar, tel aadhaarit neenv, aadi jaise saundary prasaadhanon ka upayog munhaase paida kar sakata hai.
khopadee par bhaaree tel ya jel ka upayog peeth aur maathe par murgiyon kee or jaata hai.
jo log raasaayanik ya tel udyogon mein kaam karate hain aur haidrokaarban, bhaaree tel, aur tel, mom, aur tel aur koyala tair derivetiv kaatane se sampark mein aate hain, munhaase vikasit kar sakate hain.
garm aur aardr jalavaayu mein kaam karane vaale log munhaase vikasit kar sakate hain.
maukhik garbh nirodhakon, steroyad, aaisoniyaazid, lithiyam, phenitoin, aayodaids ityaadi jaisee davaen murgiyaan paida kar sakatee hain.
ek poorv-maujooda ghaav par nichodane ya chunane se maadhyamik sankraman aur badhee huee pigmenteshan ho jaegee.
tanaav munhaase ko badha dega.
ant mein, yadi munhaase chikitsa upachaar ke baavajood banee rahatee hai ya yadi rogee ke paas any suvidhaon jaise baalon ke jhadane hote hain, to antahsraaveey vikaar par vichaar kiya jaana chaahie aur tadanusaar jaanch kee jaanee chaahie.
main kya karana chaahata hoon munhaase ke saath kya karen aur kya nahin karate?
din mein kam se kam 3-4 baar halke saabun ya thande paanee ke saath apana chehara dhoen.
santare ke phal jaise santare, angoor, neemboo aur neemboo aur any khaady padaarthon ka sevan badhaen jo vitaamin see aur jasta mein uchch hote hain.
bahut saare paanee peeen.
munh ko na len ya nichod na karen kyonki isase sankraman, pigmenteshan aur skaarphing ho jaatee hai.
doodh aur jail saaph karane, tel ke saundary prasaadhanon ke upayog se bachen.
agar aapako maathe par munhaase ho to atyadhik baal tel laagoo na karen.
tanaav kaarakon se bachen.
dheeraj rakho aur kaary karane ke lie davaen kuchh samay den.
munhaase – murgee homyopaithee upachaar
munhaasa aur munhaase lakshan lakshan homyopaithik davaen kisee bhee dushprabhaav ke bina bahut achchhee tarah se kaam karatee hain,
munhaase ke lie sampark karane ke lie – pimplais upachaar
vivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath pimpal, mugaaparoo, munhaase ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanaant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 9 1 9 4430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com par mel karen
डैंड्रफ होमो ट्रीटमेंटलक्षण होम्योपैथी दवाएं डैंड्रफ स्थितियों में अच्छी तरह से कार्य करती हैं डैंड्रफ़ – स्केलप सोरायसिस ट्रीटमेंट के लिए किससे संपर्क करना हैविवेकानंत क्लिनिक डॉक्टर सफल परिणामों के साथ डंड्रफ, पोडकु, पोडू, स्केलप सोरायसिस के कई मामलों का इलाज करते हैं। विवेकानंत क्लिनिक से इलाज करने के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। आप विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में डॉक्टरों से मिल सकते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 9786901830, + 9 1 9 4430 54168 पर कॉल करें या परामर्श.ur.dr@gmail.com पर मेल करें,
daindraph kaaran• daindraph ke mukhy kaaran saamaany svaasthy kee haani hain,• mukhy roop se galat khaady padaarth lene ke kaaran jahareelee sthiti ka vikaas,• kabj,• sankraamak beemaariyon ke kaaran kam jeevan shakti.• is vikaar mein yogadaan dene vaale any kaarak bhaavanaatmak tanaav hain,• harsh shaimpoo,• thand ke lie eksapojar,• saamaany thakaavat.
daindraph lakshan• jab baalon ko kombed kiya jaata hai ya brash kiya jaata hai, ya jab khopadee kharonch hotee hai, to khopadee ke taraajoo barphabaaree kee tarah girate hain aur aankhon ke brows, kandhe aur kapade par vyavasthit hote hain. ye taraajoo kabhee-kabhee khopadee par gaanth ya parat ke roop mein dikhaee dete hain.• khujalee vahaan hai aur khopadee laal ho sakatee hai.• aksar khujalee bhee hotee hai aur khopadee kharonch se laal ho sakatee hai. daindraph homo treetamentlakshan homyopaithee davaen daindraph sthitiyon mein achchhee tarah se kaary karatee hain daindraf – skelap soraayasis treetament ke lie kisase sampark karana haivivekaanant klinik doktar saphal parinaamon ke saath dandraph, podaku, podoo, skelap soraayasis ke kaee maamalon ka ilaaj karate hain. vivekaanant klinik se ilaaj karane ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. aap vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein doktaron se mil sakate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, +91 9 4430 54168 par kol karen ya paraamarsh.ur.dr@gmail.chom par mel karen,
This is google translation – Please read this article in English by clicking following link
Prostate Problems Homeopathy Treatment – BPH
प्रोस्टेट क्या है?
प्रोस्टेट अखरोट के आकार का ग्रंथि है जो पुरुष प्रजनन प्रणाली का हिस्सा बनता है। प्रोस्टेट गुदा के सामने और मूत्राशय के ठीक नीचे स्थित है, जहां मूत्र संग्रहित होता है। प्रोस्टेट भी मूत्रमार्ग से घिरा हुआ है, नहर जिसके माध्यम से मूत्र और वीर्य शरीर से बाहर निकलता है। प्रोस्टेट मूत्रमार्ग में द्रव को निचोड़ने के लिए यौन उत्थान के दौरान शुक्राणु के रूप में वीर्य बनाने में मदद करता है।
प्रोस्टेट ग्लैंड को प्रभावित करने वाली स्थितियां
तीव्र जीवाणु प्रोस्टेटाइटिस कारण और लक्षणतीव्र जीवाणु प्रोस्टेटाइटिस प्रोस्टेट का एक संक्रमण है जो प्रायः कुछ बैक्टीरिया के कारण होता है जो मूत्राशय संक्रमण का कारण बनता है। इनमें ई कोलाई, क्लेब्सीला और प्रोटीस शामिल हैं। हालांकि इसे यौन संक्रमित बीमारी के रूप में अधिग्रहित किया जा सकता है, संक्रमण रक्त प्रवाह के माध्यम से सीधे प्रोस्टेट में फैल सकता है, सीधे आसन्न अंग से, या प्रोस्टेट बायोप्सी की जटिलता के रूप में। तीव्र बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस वाले मरीजों को संक्रमण के लक्षणों के साथ उपस्थित होता है और हो
हिला।आम तौर पर पेशाब और डिससुरिया (दर्दनाक या मुश्किल पेशाब) की तात्कालिकता और आवृत्ति होती है।
संक्रमण के कारण क्रोनिक प्रोस्टेटाइटिस कारण और लक्षणबिना संक्रमण के क्रोनिक प्रोस्टेटाइटिस, जिसे क्रोनिक पेल्विक दर्द सिंड्रोम भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जहां मूत्राशय संक्रमण के सबूत के बिना आवर्ती श्रोणि, टेस्टिकल या रेक्टल दर्द होता है। दर्दनाक पेशाब या स्खलन, और सीधा दोष के साथ कठिनाइयों हो सकती है। संक्रमण के बिना पुरानी प्रोस्टेटाइटिस का कारण स्पष्ट रूप से समझा नहीं जाता है।
पुरस्थ ग्रंथि में अतिवृद्धिबेनिन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया – जिसे बीपीएच भी कहा जाता है- एक ऐसी स्थिति है जो पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि को प्रभावित करती है। पुरुषों की उम्र के रूप में, प्रोस्टेट ग्रंथि धीरे-धीरे बढ़ता है (या बढ़ता है)। जैसे प्रोस्टेट बड़ा हो जाता है, यह मूत्रमार्ग पर दबा सकता है और मूत्र का प्रवाह धीमा और कम बलवान हो सकता है। “बेनिन” का मतलब है कि विस्तार कैंसर या संक्रमण के कारण नहीं होता है। “हाइपरप्लासिया” का अर्थ बढ़ाना है।
लक्षण
यूपीथ्रा में बाधा और मूत्राशय समारोह के क्रमिक नुकसान से बीपीएच स्टेम के कई लक्षण, जिसके परिणामस्वरूप मूत्राशय के अपूर्ण खाली हो जाते हैं। बीपीएच के लक्षण अलग-अलग होते हैं, लेकिन सबसे आम लोगों में पेशाब के साथ परिवर्तन या समस्याएं शामिल होती हैं, जैसे कि
बहुत से बढ़े ग्रंथियों वाले कुछ पुरुषों में थोड़ी सी बाधा होती है और कुछ लक्षण होते हैं जबकि अन्य, जिनके ग्रंथियां कम हो जाती हैं, में अधिक अवरोध और अधिक समस्याएं होती हैं।कभी-कभी एक आदमी को पता नहीं होता कि उसे कोई बाधा नहीं है जब तक वह अचानक खुद को पेशाब करने में असमर्थ न हो। इस स्थिति को तीव्र मूत्र प्रतिधारण कहा जाता है, मूत्र प्रतिधारण भी शराब, ठंडे तापमान, या अखंडता की लंबी अवधि के द्वारा लाया जा सकता है।गंभीर बीपीएच समय के साथ गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। मूत्राशय पर मूत्र प्रतिधारण और तनाव से मूत्र पथ संक्रमण, मूत्राशय या गुर्दे की क्षति, मूत्राशय के पत्थर, और असंतुलन – पेशाब को नियंत्रित करने में असमर्थता हो सकती है। अगर मूत्राशय स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो बीपीएच के लिए उपचार अप्रभावी हो सकता है। जब बीपीएच अपने शुरुआती चरणों में पाया जाता है, तो ऐसी जटिलताओं को विकसित करने का कम जोखिम होता है।
इलाज
लक्षण होम्योपैथी दवाएं प्रोस्टेटिक समस्याओं में सर्वश्रेष्ठ कार्य करती हैं, बीपीएच के लिए होमो दवाएं और अन्य प्रोस्टेटिक समस्याएं लक्षण समानता के तहत आधारित होती हैं; लक्षण होम्योपैथी दवाएं किसी भी दुष्प्रभाव के बिना अच्छी तरह से काम करती हैं।
प्रोस्टेटिक समस्याएं बीपीएच उपचार के लिए किससे संपर्क करना है
डॉ। सेंथिल कुमार प्रोस्टेटिक प्रॉब्लम्स के कई मामलों का इलाज करता है – बीपीएच, सफल परिणामों के साथ अपने चिकित्सा पेशेवर अनुभव में। डॉ। सेंथिल कुमार से इलाज के बाद कई रोगियों को राहत मिलती है। डॉ। सेंथिल कुमार विवेकानंत होम्योपैथी क्लिनिक, वेलाचेरी, चेन्नई 42 में चेन्नई जाते हैं। नियुक्ति पाने के लिए कृपया 9786901830, + 91 9443054168 पर कॉल करें या consult.ur.dr@gmail.com,,
Submit
prostet kya hai?
prostet akharot ke aakaar ka granthi hai jo purush prajanan pranaalee ka hissa banata hai. prostet guda ke saamane aur mootraashay ke theek neeche sthit hai, jahaan mootr sangrahit hota hai. prostet bhee mootramaarg se ghira hua hai, nahar jisake maadhyam se mootr aur veery shareer se baahar nikalata hai. prostet mootramaarg mein drav ko nichodane ke lie yaun utthaan ke dauraan shukraanu ke roop mein veery banaane mein madad karata hai.
prostet glaind ko prabhaavit karane vaalee sthitiyaaprostetaitis: prostet granthi kee soojan. yah aksar jeevaanu sankraman ka parinaam hota haibadhaaya prostet: prostet ka ek gair kainsar vrddhi jo peshaab mein hastakshep kar sakatee hai. lakshanon mein shaamil hain: peshaab ke lie tatkaal shulk, kamajor mootr pravaah, peshaab kee lagaataar aavashyakata, mootr ka anaichchhik nirvahanprostet kainsar: kainsar prostet granthi ko prabhaavit karata hai. yah amerikee purushon mein sabase aam kainsar hai. prostet kainsar dheere-dheere badhata hai aur kaee saalon tak phail nahin sakata hai. lakshanon mein shaamil hain: mootr pravaah shuroo karane mein kathinaee, peshaab ke dauraan dard, vajan ghataane aur bhookh, mootr mein rakt, dardanaak skhalan. prostet pareeksha prostet kainsar ko rokane mein madad kar sakatee hai.
teevr jeevaanu prostetaitis kaaran aur lakshanteevr jeevaanu prostetaitis prostet ka ek sankraman hai jo praayah kuchh baikteeriya ke kaaran hota hai jo mootraashay sankraman ka kaaran banata hai. inamen ee kolaee, klebseela aur protees shaamil hain. haalaanki ise yaun sankramit beemaaree ke roop mein adhigrahit kiya ja sakata hai, sankraman rakt pravaah ke maadhyam se seedhe prostet mein phail sakata hai, seedhe aasann ang se, ya prostet baayopsee kee jatilata ke roop mein. teevr baikteeriyal prostetaitis vaale mareejon ko sankraman ke lakshanon ke saath upasthit hota hai aur ho sakata hai:· bukhaar,· thand, aur· hila.aam taur par peshaab aur disasuriya (dardanaak ya mushkil peshaab) kee taatkaalikata aur aavrtti hotee hai. sankraman ke kaaran kronik prostetaitis kaaran aur lakshanbina sankraman ke kronik prostetaitis, jise kronik pelvik dard sindrom bhee kaha jaata hai, ek aisee sthiti hai jahaan mootraashay sankraman ke saboot ke bina aavartee shroni, testikal ya rektal dard hota hai. dardanaak peshaab ya skhalan, aur seedha dosh ke saath kathinaiyon ho sakatee hai. sankraman ke bina puraanee prostetaitis ka kaaran spasht roop se samajha nahin jaata hai. purasth granthi mein ativrddhibenin prostetik haiparaplaasiya – jise beepeeech bhee kaha jaata hai- ek aisee sthiti hai jo purushon mein prostet granthi ko prabhaavit karatee hai. purushon kee umr ke roop mein, prostet granthi dheere-dheere badhata hai (ya badhata hai). jaise prostet bada ho jaata hai, yah mootramaarg par daba sakata hai aur mootr ka pravaah dheema aur kam balavaan ho sakata hai. “benin” ka matalab hai ki vistaar kainsar ya sankraman ke kaaran nahin hota hai. “haiparaplaasiya” ka arth badhaana hai.
lakshanyoopeethra mein baadha aur mootraashay samaaroh ke kramik nukasaan se beepeeech stem ke kaee lakshan, jisake parinaamasvaroop mootraashay ke apoorn khaalee ho jaate hain. beepeeech ke lakshan alag-alag hote hain, lekin sabase aam logon mein peshaab ke saath parivartan ya samasyaen shaamil hotee hain, jaise ki · ek sankoch, baadhit, kamajor dhaara· taatkaalikata aur leek ya drababling· vishesh roop se raat mein adhik baar peshaab bahut se badhe granthiyon vaale kuchh purushon mein thodee see baadha hotee hai aur kuchh lakshan hote hain jabaki any, jinake granthiyaan kam ho jaatee hain, mein adhik avarodh aur adhik samasyaen hotee hain.kabhee-kabhee ek aadamee ko pata nahin hota ki use koee baadha nahin hai jab tak vah achaanak khud ko peshaab karane mein asamarth na ho. is sthiti ko teevr mootr pratidhaaran kaha jaata hai, mootr pratidhaaran bhee sharaab, thande taapamaan, ya akhandata kee lambee avadhi ke dvaara laaya ja sakata hai.gambheer beepeeech samay ke saath gambheer samasyaen paida kar sakata hai. mootraashay par mootr pratidhaaran aur tanaav se mootr path sankraman, mootraashay ya gurde kee kshati, mootraashay ke patthar, aur asantulan – peshaab ko niyantrit karane mein asamarthata ho sakatee hai. agar mootraashay sthaayee roop se kshatigrast ho jaata hai, to beepeeech ke lie upachaar aprabhaavee ho sakata hai. jab beepeeech apane shuruaatee charanon mein paaya jaata hai, to aisee jatilataon ko vikasit karane ka kam jokhim hota hai.
ilaajlakshan homyopaithee davaen prostetik samasyaon mein sarvashreshth kaary karatee hain, beepeeech ke lie homo davaen aur any prostetik samasyaen lakshan samaanata ke tahat aadhaarit hotee hain; lakshan homyopaithee davaen kisee bhee dushprabhaav ke bina achchhee tarah se kaam karatee hain. prostetik samasyaen beepeeech upachaar ke lie kisase sampark karana haido. senthil kumaar prostetik problams ke kaee maamalon ka ilaaj karata hai – beepeeech, saphal parinaamon ke saath apane chikitsa peshevar anubhav mein. do. senthil kumaar se ilaaj ke baad kaee rogiyon ko raahat milatee hai. do. senthil kumaar vivekaanant homyopaithee klinik, velaacheree, chennee 42 mein chennee jaate hain. niyukti paane ke lie krpaya 9786901830, + 91 94430 54168 par kol karen ya consult.ur.dr@gmail.com, par mel karen,
Piles treatment without surgery – ஆப்ரேசன் இல்லாமல் மூல நோய் சிகிச்சை சென்னை
moola noi sikichai chennai, moolam home treatment chennai, blood in moolam, bleeding moolam, bleeding piles, pails treatment chennai, chennai moolam specialist, moolam specialist doctor chennai, moolam doctor velacheri, moolam doctor adayar, piles doctor velacheri, piles clinic velacheri, mulam clinic chennai, pailes treatment bails treatment chennai, bailes doctor tamil, moolam detail in tamil, pailes detail in tamil, piles details in tamil, piles treatment without surgery, மூல நோய் சிகிச்சை சென்னை, ரத்தமூலம் சிகிச்சை, ஆசன வாய் அரிப்பு சிகிச்சை, மலச்சிக்கல் சிகிச்சை, மூலம் ஓமியோபதி சிகிச்சை, மூல நோய் மருத்துவர் சென்னை, மூலம் ஆஸ்பத்திரி வேலச்செரி, வெலச்செரி பைல்ச் டாக்டர், பைல்ஸ் டாக்டர் வேளச்சேரி,
பய நோய் – பேனிக் அட்டாக் – Panic attack – Fear Diseases
ஏறக்குறைய அனைத்து உடல் மற்றும் மன நோய்களுக்கும் அச்சம் பயம் ஒரு அடிப்படைக் காரணமாக இருக்கிறது. பயம் இருந்தால் நமது உடல் சோர்வுற்று எளிதாக எந்த நோயும் வந்துவிடும் என்பதை நாம் மறக்கக்கூடாது.
பயமும் பாதுகாப்பின்மையும் தான் மனநோயின் ஆரம்ப அறிகுறி. அச்சம், படபடப்பு, பாதுகாப்பின்மை இந்த மூன்றும் பெரும்பாலும் மன நல பிரச்சனைகள் ஏற்பட அடிப்படைக் காரணமாக அமைந்து விடுகின்றன. இந்த பிரச்சனைகள் எந்த வயதிலும் வரலாம். ஆனால் அதன் அறிகுறிகளை உடனடியாக கண்டுபிடிக்க முடியாது. ஏதோ ஒரு சூழலில் ஏதாவதொரு நேரத்தில், அல்லது சந்தர்ப்பத்தில் திடீரென இந்த பய உணர்வு வெளிப்படலாம்.
பய நோய் Phobia
இந்த பயங்கள் தேவையற்றது என கருதி தவிர்க்க நினைத்தும் இயலாத நிலை
எண்ணம் மற்றும் செயல் சுழற்சி நோய் OCD – Obsessive Compulsive Disorder.
திரும்ப திரும்ப ஒரே எண்ணங்கள் மனதிற்குள் வந்து தொல்லை தருவதும், அவை தேவையற்றது என தெரிந்து தவிர்க்க முற்பட்டும் முடியாத நிலை.
ஒரு நாளின் பெரும் பகுதி இந்த எண்ணங்களோடு போராடுவதிலேயே செலவாகிவிடுவது
திரும்ப திரும்ப ஒரே செயலைச் செய்து கொண்டு இருப்பது
உதாரணமாக:
நம்மிடையே ஒரு கெட்ட பழக்கம் இருக்கிறது. அதாவது, ஒருவருக்கு சிறு மனக் குழப்பம் இருந்தாலும் அவருக்கு பைத்தியம் என்று சொல்லி அழைப்பது அல்லது ஒதுக்கி வைப்பது.
உண்மையில் அனைத்து மனக் குழப்பங்களையும் மனநோய் என்று சொல்ல முடியாது.
மனக் குழப்பம், மன நோய் உள்ளவர்களிடம் அன்புகாட்டி அவரை தங்களில் ஒருத்தராக கருதவேண்டும். அந்த ஆதரவும் அரவணைப்புமே மன பிரச்சனைக்கான முதல் மருந்து.
Panic attack Treatment
உளவியல் ஆலோசனையுடன் Psychological Counseling with காக்னிடிவ் பிஹேவியர் தெராபியும் CBT, நோயின் அறிகுறிகளுக்கு தகுந்த ஓமியோபதி மருந்துகளும் Symptomatic Homeopathy Medicines இந்த பிரச்சனைக்கு நல்ல பலனலிக்கும்.
For more details & Consultation Feel free to contact us.
Vivekanantha Clinic & Psychological Counseling Centre Consultation Champers
at
Chennai:- 9786901830
Pondicherry:- 9865212055
Panruti:- 9443054168
Mail : consult.ur.dr@gmail.com, homoeokumar@gmail.com
For appointment: please Call us or Mail Us
Few commonly known fears – Phobia
Ablutophobia- Fear of washing or bathing.
Aerophobia- Fear of drafts, air swallowing, or airbourne noxious substances.
Atychiphobia- Fear of failure.
Automysophobia- Fear of being dirty.
Brontophobia- Fear of thunder and lightning.
Belonephobia- Fear of pins and needles.
Batophobia- Fear of heights or being close to high buildings.
Ballistophobia- Fear of missiles or bullets.
Caligynephobia- Fear of beautiful women.
Catapedaphobia- Fear of jumping from high and low places.
Climacophobia- Fear of stairs, climbing, or of falling downstairs.
Decidophobia- Fear of making decisions.
Demophobia- Fear of crowds.
Didaskaleinophobia- Fear of going to school.
Electrophobia- Fear of electricity.
Erotophobia- Fear of sexual love or sexual questions.
Felinophobia- Fear of cats.
Frigophobia- Fear of cold or cold things.
Gamophobia- Fear of marriage.
Genophobia- Fear of sex.
Gelotophobia- Fear of being laughed at.
Gerascophobia- Fear of growing old.
Hydrophobia- Fear of water or of rabies..
Hodophobia- Fear of road travel.
Iatrophobia- Fear of going to the doctor or of doctors.
Insectophobia – Fear of insects.
Isolophobia- Fear of solitude, being alone.
Judeophobia- Fear of Jews.
Kainolophobia or Kainophobia- Fear of anything new, novelty.
Kakorrhaphiophobia- Fear of failure or defeat.
Kymophobia- Fear of waves.
Logizomechanophobia- Fear of computers.
Limnophobia- Fear of lakes.
Ligyrophobia- Fear of loud noises.
Mastigophobia- Fear of punishment.
Menophobia- Fear of menstruation
Mycophobia- Fear or aversion to mushrooms.
Myctophobia- Fear of darkness.
Necrophobia- Fear of death or dead things.
Nosocomephobia- Fear of hospitals.
Neophobia- Fear of anything new.
Odontophobia- Fear of teeth or dental surgery.
Oneirophobia- Fear of dreams.
Ostraconophobia- Fear of shellfish.
Ouranophobia or Uranophobia- Fear of heaven.
Panthophobia- Fear of suffering and disease.
Paralipophobia- Fear of neglecting duty or responsibility.
Pyrophobia- Fear of fire.
Radiophobia- Fear of radiation, x-rays
Rectophobia- Fear of rectum or rectal diseases.
Siderodromophobia- Fear of trains, railroads or train travel.
Spectrophobia- Fear of specters or ghosts.
Tachophobia- Fear of speed.
Tocophobia- Fear of pregnancy or childbirth.
Testophobia- Fear of taking tests.
Urophobia- Fear of urine or urinating.
Virginitiphobia- Fear of rape.
Vaccinophobia- Fear of vaccination.
Wiccaphobia: Fear of witches and witchcraft.
Xerophobia- Fear of dryness.
Zeusophobia- Fear of God or gods.
Fear of death மனக்கவலை சிகிச்சை சென்னை, fear depression டிப்ரசன் சிகிச்சை சென்னை, mental phobia மூளை வலி சிகிச்சை சென்னை, panic attack மன நோய் சிகிச்சை சென்னை, fear of disease சிகிச்சை தமிழ், phobia counseling சிகிச்சை வேளச்சேரி, fear of doctor treatment Chennai, fear of hospital treatment detail in tamil, bayam mind problem detail in tamil, panic disorder detail in tamil, panic attack detail in tamil, fear problem treatment in tamil. Fear of dark treatment Chennai, saikalagi treatment Chennai. Mind Disease details in tamil, brain disease treatment in tamil, depression treatment in villupuram, depression treatment in Cuddalore, depression treatment in trichy, depression treatment in Pondicherry, depression treatment in panruti, depression treatment in neyveli, depression treatment in salem, depression treatment in kallakurichi, depression treatment in Madurai, depression treatment in Coimbatore, depression treatment in tanjur,
மனக்கவலை நோயிலிருந்து விடுபட எளிய வழி – Depression Counseling & Treatment
சிலர் வேலைப்பளு அல்லது குடும்ப சூழல் காரணமாக நான் இன்னைக்கு டிப்ரஸ்டா இருக்கேன்’ என்று கூறுவது வேறு, மன அழுத்தம் அல்லது டிப்ரசன் நோய் Depressive disorder என்பது வேறு.
மன அழுத்தம் Depression, டென்சன் Tension என்ற வார்த்தைகள் இன்றைக்கு அதிகம் பயன்படுத்தப்படும் வார்த்தைகளாகி வருகிறது. இதற்கு காரணம் அலுவலகத்தில் கொடுக்கப்படும் வேலை அழுத்தம் work stress, வாழ்க்கைப் பற்றிய பயமும் fear of feature மன அழுத்தத்திற்கு காரணமாகிறது. இதனால் எதிர்மறை எண்ணங்களும் negative thoughts, கவலை worries, பயம் fear போன்றவையும் ஏற்படுகின்றன. எனவே மன அழுத்தத்தினால் பாதிக்கப்பட்டவர்களிடம் அன்பாக பழகினால் அவர்களை மன அழுத்தத்தில் இருந்து விடுவிக்கலாம்.
சந்தேகமும் suspecting others அச்சமும் anxieties எதையும் சமாளிக்கும் ஆற்றலை குறைத்தும் குலைத்தும் மனிதனை நிலைகுலையச் செய்து விடும்.
மன அழுத்தத்தினால் பாதிக்கப்பட்டவர்களின் முகம் இருண்டுபோய் இருக்கும் dull looking face. சிந்தனையில் தெளிவிருக்காது no clear idea. இரவில் தூக்கம் வராமல் தவிப்பார்கள் sleeping disturbance. தனிமையையே அதிகம் விரும்புவார்கள் like to be alone. எப்போதும் எதிர்மறையான சிந்தனையுடனே இருப்பார்கள் living with negative thoughts.
மன அழுத்தத்தினால் பாதிக்கப்பட்டவர்கள் அதிக சந்தோசம், அதிக கவலையினால் பீடிக்கப்படுகின்றனர். இதற்கு மேனிக் டிப்ரசன் Manic Depression என்று பெயர். இதனால் இவர்களின் மூட் எந்த நேரத்தில் எப்படி மாறும் என்று கண்டுபிடிக்க முடியாததாகிவிடுகிறது. இவர்கள் நார்மல் போல தோற்றமளித்தாலும், ஒருசில சமயங்களில் அதிக மகிழ்ச்சியுடன் உற்சாகமாக திரிவார்கள். சில சமயங்களில் அதிக கவலையுடன் சோகத்தில் மூழ்கிவிடுவார்கள் Mood swings.
மன அழுத்தத்தினால் பாதிக்கப்பட்டவர்கள் மனைவி, குழந்தைகள் மற்றும் நண்பர்களுடன் உரையாடுவதை கூட விரும்புவதில்லை. தனிமையில் அமர்ந்து எதையாவது சிந்தித்த வண்ணம் இருப்பார்கள்.
இதனால் வேலைகளில் ஆர்வமின்மையும், கவனிக்கும் திறனும் குறைகிறது. எனவே எதிர்காலத்தை பாதிக்கும் இந்த மன அழுத்தத்தை களைவது அவசியம்.
சிலர் காலையில் மிகவும் கலகலப்பாக இருப்பார்கள். மாலையில் மன இறுக்கத்துடன் அமைதியாக இருப்பார்கள். இவர்கள் எப்போது சந்தோஷமாக இருக்கிறார்கள், எப்போது துக்கமாக இருக்கிறார்கள் என்பது யாருக்கும் தெரியாது. காரணமே தெரியாமல் துக்கமாகவும், சந்தோஷமாகவும் இருக்கும் இந்த மனபாதிப்பு பைபோளர் மேனியாக் டிப்ரச்ஷன் Bi Polar Maniac Depression என்று அழைக்கப்படுகிறது.
சந்தோஷம், துக்கம், கோபம், விரக்தி, பயம் போன்ற உணர்ச்சிகள் எல்லோருக்கும் பொதுவானவை. இந்த உணர்ச்சிகள் சிலரிடம் அதிகமாக இருக்கும், சிலரிடம் குறைவாக இருக்கும். இதுபோன்ற உணர்ச்சிகளுக்கு அடிமையாகாமல் மனதை நம்முடைய கட்டுப்பாட்டுக்குள் வைத்துக் கொள்ள வேண்டும்.
ஆரம்பத்தில் சிறிய அழுத்தமாக உருவாவது neurotic depression to psychotic depression பிறகு பெரிய மன அழுத்தமாக உருவெடுக்கிறது. எனவே கவலைகளையும். எந்த சந்தேகங்களையும் வளர விடாதீர்கள்,
மனக்கவலை சிகிச்சை – Depression Treatment
சைக்கோதெராபியும் நோயின் அறிகுறிகளுக்கேற்ற ஓமியோபதி மருத்துவமும் மனக்கவலை பிரச்சனையிலிருந்து விடுபட உதவும். Psychotherapy counselling and symptomatic constitutional homeopathy medicines helps to over come depression.
Manakavalai மனக்கவலை சிகிச்சை சென்னை, depression டிப்ரசன் சிகிச்சை சென்னை, mental pain மூளை வலி சிகிச்சை சென்னை, mind problem மன நோய் சிகிச்சை சென்னை, brain problem சிகிச்சை தமிழ், tiprasan சிகிச்சை வேளச்சேரி, diprasan treatment Chennai, dibrasan treatment detail in tamil, moolai kulapam detail in tamil, depression detail in tamil, mana alutham detail in tamil, mind problem treatment in tamil. stress treatment Chennai, saikalagi treatment Chennai. Mind Disease details in tamil, brain disease treatment in tamil, depression treatment in villupuram, depression treatment in Cuddalore, depression treatment in trichy, depression treatment in Pondicherry, depression treatment in panruti, depression treatment in neyveli, depression treatment in salem, depression treatment in kallakurichi, depression treatment in Madurai, depression treatment in Coimbatore, depression treatment in tanjur,
அந்தரங்கப் பகுதிகளில் வரும் மருக்களை அலட்சியப்படுத்தாதீர்கள்.
‘ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ்’ என்கிற கிருமியால் உண்டாகிற அந்தரங்க உறுப்புகளில் தோன்றும் மருக்கள்தான் அதிக ஆபத்தானவை. ‘ஜெனிட்டல் வார்ட்ஸ் Genital Warts’ எனப்படுகிற HPV viral warts
‘ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ்’ என்கிற கிருமியால் உண்டாகிற பிறப்புறுப்பு மருக்கள், பால்வினை நோய்களில் STD குறிப்பிடத்தக்கவை. இவற்றிற்கு தகுந்த சிகிச்சை எடுக்காவிட்டால் பின்னாளில் புற்றுநோய்க்கும் காரணமாகலாம். இது உலகின் இரண்டாவது பெரிய பால்வினை நோய்.
கிருமித்தொற்று இல்லாமலே முத்து முத்தாக Penile Papules ஆண்குறி நுனி மொட்டை சுற்றியும், HPV எனப்படுகிற ஒருவகையான Virus கிருமித்தொற்று நோயின் இரண்டாவது கட்டத்திலும் காலிஃப்ளவர் போன்ற மருக்கள் தோன்றும். பிறப்புறுப்பு, ஆசனவாய், ஆணுறுப்பு, கருப்பை வாய்ப்பகுதி, பிறப்புறுப்பின் முன்பகுதி, முன்தோலின் அடிப்பகுதி போன்ற இடங்களில் தோன்றி, பிற இடங்களுக்குப் பரவும் மருக்கள் அனைத்தும் கிருமித் தொற்றி, 2 அல்லது 3 வருடங்களில்தான் வளர்ச்சி அடையும். நாள்பட்ட நிலையில் புற்றுநோயாக மாற வாய்ப்புண்டு.
இவை ஆரம்பநிலையில் போது தேமல் போன்று தெரியும். பிறப்புறுப்பு தோலின் மேலே வளரும் போது காலிஃபிளவர் போல இருக்கும். ஆரம்பநிலையிலேயே கண்டுபிடித்து தகுந்த சிகிச்சை அளித்தால், வளர்ந்து பெரிய பிரச்னைகளுக்குக் காரணமாவதைத் தவிர்க்கலாம்.
மருக்கள் வந்திருந்தால் அவற்றைக் கிள்ளவோ, நசுக்கவோ கூடாது. ஆங்கில மருத்துவ முறையில் ஆயின்மென்ட், திரவ நைட்ரஜன், லேசர் முறையிலும் நீக்குவார்கள். ஆனால் திரும்ப வரும் வாய்ப்புகள் அதிகம்.
திருமனத்திற்க்கு முன்பாக பாதுகாப்பற்ற உடலுறவு வைத்திருந்தால், கருத்தரிப்பதற்கு முன்பே பால்வினை மருக்கள் இருக்கின்றனவா எனப் பரிசோதித்து, அவற்றை நீக்கும் சிகிச்சைகளை மேற்கொள்ள வேண்டும். இல்லாவிட்டால் அவை குழந்தைக்கும் தொற்றும் வாய்ப்புகள் உண்டு.
கருப்பையில் வளர்கின்ற மருக்கள் சில நேரங்களில் பிறப்புறுப்பைக் கூட மூடிவிடுகின்றன. இதனால் குழந்தை பிறப்பதற்கு சிரமமாகும் அபாயமும் உண்டு.
ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ் பிறப்புறுப்பு மருக்கள் பால்வினை நோய் என்பதால் சிகிச்சை பெறும் போது பாதிக்கப்பட்டவரும், அவரது வாழ்க்கைத் துணையும் சேர்ந்து சிகிச்சை பெற வேண்டும். நோய் குணமாகும் வரை பாதுகாப்பற்ற உடல் உறவையும் தவிர்க்க வேண்டும்.
HPV ஓமியோபதி சிகிச்சை
நோயின் அறிகுறிகளுக்கேற்ற ஓமியோபதி மருந்துகள் ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ் மருக்களுக்கு நல்ல பலனளிக்கும்.
Whom to contact for ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ் HPV Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ், Genital warts, HPV Viral Warts with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
Vivekanantha Clinic Consultation Champers
ஹியூமன் பாப்பிலோமா வைரஸ் சிகிச்சை சென்னை, HPV சிகிச்சை சென்னை, genital warts சிகிச்சை சென்னை, viral warts நோய் சிகிச்சை சென்னை, maru in penis சிகிச்சை தமிழ், kuru in scrotum சிகிச்சை வேளச்சேரி, genital viral warts HPV treatment Chennai, genital viral warts HPV treatment detail in tamil, genital viral warts HPV detail in tamil, genital viral warts HPV treatment in tamil. genital viral warts HPV treatment in villupuram, genital viral warts HPV treatment in Cuddalore, genital viral warts HPV treatment in trichy, genital viral warts HPV treatment in Pondicherry, genital viral warts HPV treatment in panruti, genital viral warts HPV treatment in neyveli, genital viral warts HPV treatment in salem, genital viral warts HPV treatment in kallakurichi, genital viral warts HPV treatment in Madurai, genital viral warts HPV treatment in Coimbatore, genital viral warts HPV treatment in tanjur, aanurupil maru treatment Chennai, பிறப்புறுப்பில் மரு சிகிச்சை, பெனிஸ் மரு, ஆணுருப்பில் சதைவளர்ச்சி, வஜைனல் வார்ட், vaginal hpv wart treatment chennaia, wart in vagina treatment Chennai,
Varicocele
A varicocele is an enlargement of the veins in the scrotum, the the bag that contains the testes. They are similar to varicose veins of the leg.
They affect a type of vein known as the pampiniform plexus.
The pampiniform plexus is found in the spermatic cord. This cord also holds the vas deferens, the tube that carries sperm, and the testicular artery, which transports blood to the testicles.
The creation of sperm is most efficient at around 34.5 degrees Celsius, or 94.1 degrees Fahrenheit, rather than the body’s standard 37 degrees Celsius. This is one reason why the testes are physically separate from the trunk of the body.
The main role of the pampiniform plexus is to cool the arterial blood before it reaches the sperm. It does this through a “heat exchange” mechanism.
Varicoceles can disrupt this cooling system. This can prevent the testicles from producing good quality sperm.
Symptoms
A varicocele often produces no signs or symptoms. Rarely, it might cause pain. The pain may:
With time, varicoceles might enlarge and become more noticeable. A varicocele has been described as looking like a “bag of worms.” The condition might cause a swollen testicle, almost always on the left side.
A varicocele might cause:
Varicocele Homeopathy Treatment
Symptomatic constitutional Homeopathy treatment helps for Varicocele,
Whom to contact for Varicocele Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of Varicocele Problems with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
வெரிகோசில் சிகிச்சை சென்னை, விரை வீக்கம் சிகிச்சை சென்னை, விதை நரம்பு வலி சிகிச்சை சென்னை, நரம்பு சுருட்டல் நோய் சிகிச்சை சென்னை, விந்து குழாய் வலி சிகிச்சை தமிழ், நரம்பு தடித்தல் சிகிச்சை வேளச்சேரி, vericocele treatment Chennai, varicosil treatment detail in tamil, narambu thadippu detail in tamil, low semen detail in tamil, low sperm count detail in tamil, vinthu pirachanai treatment in tamil. Vericocele grade 1 treatment Chennai, left side varicocele grade 1 treatment Chennai. varicocele Disease details in tamil, varicocele disease treatment in tamil, varicocele treatment in villupuram, varicocele treatment in Cuddalore, varicocele treatment in trichy, varicocele treatment in Pondicherry, varicocele treatment in panruti, varicocele treatment in neyveli, varicocele treatment in salem, varicocele treatment in kallakurichi, varicocele treatment in Madurai, varicocele treatment in Coimbatore, varicocele treatment in tanjur,
வெரிகோசில் – Varicocele
குழந்தையின்மை பிரச்சினைக்கு காரணமாக வெரிகோசில் அமைகிறது. சில ஆண்களுக்கு விதை பகுதியில் Varicocele சுருள் சிரை varicose ஏற்படுகின்றது. அதாவது, ஆண்களின் விதையை சுற்றியுள்ள பகுதிகளில் அதிகமான நேரம் இரத்தம் தேங்கியிருக்கும் போது அந்த இரத்தத்தால் ஏற்படும் அதிகமான வெப்பநிலையினால் விதைசெயல்படும் தன்மை குறைகிறது.
இப்பிரச்சினையுள்ள ஆண்களுக்கு உயிரணுக்களின் எண்ணிக்கையும் Sperm count அதன் துடிப்பும் மிகவும் குறைவாகவே காணப்படுகின்றது.
இதனால் கருத்தரிப்பதற்கான Infertility வாய்ப்பு மிகவும் குறைவாகலாம். இதனால் பெண்கள் குழந்தையின்மை பிரச்சினைக்கு தள்ளப்படுகின்றனர். ஆனால் ஒரு சில ஆண்களுக்கு வெரிகோஸிலின் பிரச்சினை இருந்தும் கூட ஆரோக்கியமான உயிரணுக்கள் Healthy Sperms இருப்பதைப் பார்க்கலாம்.
குழந்தையின்மைக்கு ஆண்களின் காரணமாக வெரிகோஸில் வெயின் பிரச்னை இருக்கிறது. இதனால், விந்தணுக்களின் ஊர்ந்து செல்லும் பாதிப்பு Motility, உருவ அமைப்பில் மாறுபாடுகள் ஏற்படுகின்றன Abnormal shape sperms. விந்தில் குறைபாடு உள்ள அணுக்களும் defective sperms, முதிராத அணுக்களும் Immature sperms நிறைய காணப்படும்.
ஒரு விரையைவிட இன்னொரு விரை சிறியதாக இருந்தால் small size testes அது வெரிகோஸ் வெயின் பிரச்னையாக இருக்கலாம். பாதிக்கப்பட்டவரைக் குனியவைத்து, மூச்சை இழுத்துவிடச் சொன்னால், அந்த அழுத்தத்தில் விரை வீங்கும்.
விதைப்பை டாப்ளர் Scrotal Doppler பரிசோதனை, வெப்பப் பரிசோதனை மூலமும் வெரிக்கோஸ் வெயின் பிரச்னை உள்ளதா என்பதை கண்டுபிடிக்கலாம். மற்றொரு எளிய வழி வெப்ப பரிசோதனை. வெப்பப் பரிசோதனை செய்யும்போது, ஒரு விரையின் வெப்பம் இன்னொரு விரையைவிட அதிகமாகவோ, குறைவாகவோ இருந்தால் அது வெரிகோஸ் வெயின் பிரச்னையின் குறியாக இருக்கலாம்.
வெரிகோஸ் பிரச்சினை இருந்து உயிரணுக்கள் குறைபாடுகள் இல்லாதிருந்தால் அறுவை சிகிச்சை அவசியமில்லை. வெரிகோஸ் பிரச்சினை உள்ளவர்கள் கருத்தரிப்பு சிகிச்சைக்கு முன்னுரிமை கொடுக்க வேண்டும்,
நோயின் அறிகுறிகளுக்கேற்ற ஹோமியோபதி மருந்துவகைகளை கொடுத்து உயிரணுக்களை அதிகரிக்கச் செய்யலாம்.
மேலும் விபரங்களுக்கும் ஆலோசனைக்கும் சிகிச்சைக்கும் 9786901830 என்ற எண்னை அழைக்கவும்
வெரிகோசில் சிகிச்சை சென்னை, விரை வீக்கம் சிகிச்சை சென்னை, விதை நரம்பு வலி சிகிச்சை சென்னை, நரம்பு சுருட்டல் நோய் சிகிச்சை சென்னை, விந்து குழாய் வலி சிகிச்சை தமிழ், நரம்பு தடித்தல் சிகிச்சை வேளச்சேரி, verecocele treatment Chennai, varicosil treatment detail in tamil, narambu thadippu detail in tamil, low semen detail in tamil, low sperm count detail in tamil, vinthu pirachanai treatment in tamil. Vericocele grade 1 treatment Chennai, left side varicocele grade 1 treatment Chennai.
Persistent Sexual Arousal Syndrome (PSAS) or Persistent Genital Arousal Disorder (PGAD) is a phenomenon relating mainly to women’s sexual health, in which afflicted women complain of sudden and frequent feelings of genital arousal that are qualitatively different from the kind of sexual arousal that is associated with sexual desire or subjective arousal. Masturbation and orgasms offer little or no relief.
PGAD/ReGS is a medical condition, in which false signals are sent out continuously, leading to the feeling of being on the verge of orgasm 24/7. In some cases these symptoms are accompanied by pain and in almost all cases accompanied by constantly feeling the need or urge to urinate.
Cause
Sex Therapy/Counselling:
Cognitive behavioral interventions may be recommended for women with Persistent Genital Arousal Disorder.
Vivekanantha Psychological Clinic provides confidential Sexual Health counselling service, specialized in sexual health and relationship issues. We have experienced sex therapists and relationship counselors who offer counseling and support for women with Persistent Sexual Arousal Disorder and their partners.
We offer individual / couple’s counselling. Face to face counseling in Velacheri, Chennai,
Sex therapy/counselling for Persistent Genital Arousal Disorder may include some of the following:
If you wish to make an appointment with our friendly counselors or require further information, please don’t hesitate to contact us.
Homeopathy Treatment
Symptomatic Homeopathy medicines helps for Persistent Genital Arousal Disorder,. It’s good to consult a experienced Homeopathy physician.
For more details and Consultation
Contact us
Vivekanantha Clinic & Psychological Counseling Center, at
For appointment please Call us or Mail Us
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – over sex desire, always wants to have sex, sex problem – 21st Oct, Sunday – Chennai), You will receive Appointment details through SMS.
தொடர்ச்சியான பாலியல் தொற்று நோய்க்குறி (PSAS) அல்லது தொடர்ச்சியான பிறப்புறுப்புக் கோளாறு நோய் (PGAD) என்பது பெண்கள் பாலியல் ஆரோக்கியத்திற்கு முக்கியத்துவம் வாய்ந்த ஒரு நிகழ்வாகும், இதில் பாதிக்கப்பட்ட பெண்களுக்கு திடீரென ஏற்படும் பாலின உணர்ச்சிகளின் அதிர்ச்சியூட்டும் மற்றும் அடிக்கடி உணர்ச்சிகளைப் பற்றி புகார் தெரிவிக்கும் பாலியல் விழிப்புணர்வு பாலியல் ஆசை அல்லது அகநிலை விழிப்புடன் தொடர்புடையது. சுய இன்பம் மற்றும் orgasms சிறிய அல்லது இல்லை நிவாரண வழங்குகின்றன.
அறிகுறிகள்
சிண்ட்ரோம் சகிப்புத்தன்மை, தேவையற்ற, தொடர்ந்து மற்றும் ஊடுருவலான பிறப்புறுப்பு விழிப்புணர்வு மூலம் வகைப்படுத்தப்படுகிறது.
இந்த நிலை, சாதாரண மன அழுத்தத்தை தூண்டக்கூடிய உடல் ரீதியான அல்லது உளவியல் தூண்டுதலால் ஏற்படக்கூடிய பாலியல் விழிப்புணர்வை ஏற்படுத்துகிறது.
உணர்ச்சியைப் போல் தோன்றும் இந்த உணர்ச்சிகள், பாலியல் ஆசை, பாலியல் எண்ணங்கள் அல்லது பாலியல் நடத்தை சார்ந்தவை அல்ல:
இந்த நிலை முற்றிலும் அல்லாத பாலியல் மற்றும் லிபிடோ செய்ய முற்றிலும் இல்லை.
அறிகுறிகளின் தீவிரம் மாறுபடும், சில தூண்டுதல்களைப் பொறுத்து மாறுபடும். பிறப்புறுப்புகளில் அல்லது சுற்றியுள்ள எந்த அழுத்தமும் அதிகரித்த தீவிரத்திற்கு வழிவகுக்கிறது. குறிப்பாக உட்கார்ந்து ஒரு பெரிய தீவிரம் வழிவகுக்கிறது.
பிற தூண்டுதல்களில் அடங்கும்: இறுக்கமான ஆடை, பைக்கிங், சில தசைகள் பயன்படுத்துதல் போன்றவற்றில் தூக்கி எறியவும் கூட ஈர்ப்பு.
PGAD / ReGS என்பது ஒரு மருத்துவ நிபந்தனையாகும், இதில் தவறான சமிக்ஞைகள் தொடர்ச்சியாக வெளியேறுகின்றன, இது உச்சந்தலையில் 24/7 விளிம்பில் இருப்பதை உணர்கிறது. சில சந்தர்ப்பங்களில் இந்த அறிகுறிகளும் வலி மற்றும் கிட்டத்தட்ட எல்லா சந்தர்ப்பங்களிலும் தொடர்ந்து தேவைப்படுவதால் அல்லது சிறுநீர் கழிப்பதை ஊக்குவிக்கின்றன.
காரணம்
தற்போது நரர்ஸ் புடண்டெஸ் என்றழைக்கப்படும் நர்ஸ் டோர்சிலிஸ் குளோரிடிடிஸ் / ஆண்குறி என்ற ஒரு கிளையின் ஒரு நரம்பியல் உள்ளது.
இந்த நிலையில் நோயாளிகள் பெரும்பாலும் உடலின் மற்ற பகுதிகளில் orgasmic உணர்வுகளை தெரிவிக்கின்றனர். யூரெத்ரா மற்றும் ஆசஸ் அடிக்கடி குறிப்பிடப்படுகின்றன. தொடை, இடுப்பு, அடி மற்றும் / அல்லது கால்விரல்கள் அடிக்கடி தெரிவிக்கப்படுகின்றன.
இந்த நரம்புகள் / கிளைகள் மூலம் அதிகமான சமிக்ஞைகள் அனுப்பப்படுவது ஏன் என்பது தெரியவில்லை. பல ஆண்டுகளாக பெண்களிடமிருந்து வரும் அறிக்கைகளின் அடிப்படையில், இந்த விநோத அறிகுறிகள் பல்வேறு காரணங்களால் ஏற்படுகின்றன என்று கருதுவது பாதுகாப்பானது.
செக்ஸ் சிகிச்சை / ஆலோசனை:
புலனுணர்வு சார்ந்த பிறப்புறுப்பு சீர்குலைவு நோய் கொண்ட பெண்களுக்கு புலனுணர்வு சார்ந்த நடத்தை தலையீடுகள் பரிந்துரைக்கப்படலாம்.
விவேகானந்த சைக்காலஜி கிளினிக் இரகசிய பாலியல் சுகாதார ஆலோசனை சேவை வழங்குகிறது, இது பாலின ஆரோக்கியம் மற்றும் உறவு சிக்கல்களில் சிறப்பாகும். நாங்கள் பாலியல் மருத்துவர்கள் மற்றும் உறவினர் ஆலோசகர்களை அனுபவித்திருக்கிறோம், அவை நிரந்தர பாலியல் ஒழுங்கீனம் கோளாறு மற்றும் அவர்களது கூட்டாளிகளுக்கு ஆலோசனை வழங்கவும், ஆதரவும் வழங்குகின்றன.
நாங்கள் தனிப்பட்ட / ஜோடி ஆலோசனை வழங்கும். வெல்லச்சேரியில், சென்னை,
தொடர்ச்சியான பிறப்புறுப்பு சீர்குலைவுக்கான செக்ஸ் சிகிச்சை / ஆலோசனை பின்வரும் சிலவற்றை உள்ளடக்கியிருக்கலாம்:
சுய-தோற்கடிக்க, சுய-குற்றம் அல்லது நம்பிக்கையற்ற சிந்தனை
புலனுணர்வு சார்ந்த நடத்தை தலையீடுகள்
சமாளிக்கும் நடத்தைகள் மேம்படுத்துதல்
கவலை குறைப்பு நுட்பங்கள்
எங்கள் நட்பு ஆலோசகர்களுடன் ஒரு சந்திப்பைச் செய்ய விரும்பினால் அல்லது கூடுதல் தகவல் தேவைப்பட்டால், எங்களை தொடர்பு கொள்ள தயங்காதீர்கள்.
ஹோமியோபதி சிகிச்சை
அறிகுறியல் ஹோமியோபதி மருந்துகள் பெர்மிட்டென்ட் ஜெனரல் அட்ரசல் கோளாறுக்கு உதவுகின்றன. இது ஒரு அனுபவம் ஹோமியோபதி மருத்துவர் ஆலோசனை நல்லது.
மேலும் விவரங்களுக்கு மற்றும் ஆலோசனைக்காக
எங்களை தொடர்பு கொள்ள விவேகானந்த கிளினிக் & சைக்காலஜிகல் கவுன்சலிங் மையம், மணிக்கு சென்னை: – 9786901830, பன்ருதி: – 9443054168
பாண்டிச்சேரி: – 9865212055, மெயில்: consult.ur.dr@gmail.com, homoeokumar@gmail.com
சந்திப்புக்காக தயவுசெய்து எங்களை அழை அல்லது எங்களை அஞ்சல் செய்யுங்கள்
சந்திப்புக்காக: உங்கள் பெயர் -அஞ்சல் – மொபைல் எண் – ஒற்றை வார்த்தையில் சிக்கல் – தேதி மற்றும் நாள் – சந்திப்பு இடம் (உதாரணம்: ரஜினி – 99xxxxxxx0 – செக்ஸ் விருப்பத்திற்கு மேல், எப்போதும் பாலியல், செக்ஸ் பிரச்சனை – 21st Oct, ஞாயிறு – சென்னை ), நீங்கள் எஸ்எம்எஸ் மூலம் நியமனம் விவரங்களை பெறுவீர்கள்.
Toṭarcciyāṉa pāliyal toṟṟu nōykkuṟi (PSAS) allatu toṭarcciyāṉa piṟappuṟuppuk kōḷāṟu nōy (PGAD) eṉpatu peṇkaḷ pāliyal ārōkkiyattiṟku mukkiyattuvam vāynta oru nikaḻvākum, itil pātikkappaṭṭa peṇkaḷukku tiṭīreṉa ēṟpaṭum pāliṉa uṇarccikaḷiṉ atircciyūṭṭum maṟṟum aṭikkaṭi uṇarccikaḷaip paṟṟi pukār terivikkum pāliyal viḻippuṇarvu pāliyal ācai allatu akanilai viḻippuṭaṉ toṭarpuṭaiyatu. Cuya iṉpam maṟṟum orgasms ciṟiya allatu illai nivāraṇa vaḻaṅkukiṉṟaṉa.
Aṟikuṟikaḷ
ciṇṭrōm cakipputtaṉmai, tēvaiyaṟṟa, toṭarntu maṟṟum ūṭuruvalāṉa piṟappuṟuppu viḻippuṇarvu mūlam vakaippaṭuttappaṭukiṟatu.
Inta nilai, cātāraṇa maṉa aḻuttattai tūṇṭakkūṭiya uṭal rītiyāṉa allatu uḷaviyal tūṇṭutalāl ēṟpaṭakkūṭiya pāliyal viḻippuṇarvai ēṟpaṭuttukiṟatu.
Uṇarcciyaip pōl tōṉṟum inta uṇarccikaḷ, pāliyal ācai, pāliyal eṇṇaṅkaḷ allatu pāliyal naṭattai cārntavai alla:
Inta nilai muṟṟilum allāta pāliyal maṟṟum lipiṭō ceyya muṟṟilum illai.
Aṟikuṟikaḷiṉ tīviram māṟupaṭum, cila tūṇṭutalkaḷaip poṟuttu māṟupaṭum. Piṟappuṟuppukaḷil allatu cuṟṟiyuḷḷa enta aḻuttamum atikaritta tīvirattiṟku vaḻivakukkiṟatu. Kuṟippāka uṭkārntu oru periya tīviram vaḻivakukkiṟatu.
Piṟa tūṇṭutalkaḷil aṭaṅkum: Iṟukkamāṉa āṭai, paikkiṅ, cila tacaikaḷ payaṉpaṭuttutal pōṉṟavaṟṟil tūkki eṟiyavum kūṭa īrppu.
PGAD/ ReGS eṉpatu oru maruttuva nipantaṉaiyākum, itil tavaṟāṉa camikñaikaḷ toṭarcciyāka veḷiyēṟukiṉṟaṉa, itu uccantalaiyil 24/7 viḷimpil iruppatai uṇarkiṟatu. Cila cantarppaṅkaḷil inta aṟikuṟikaḷum vali maṟṟum kiṭṭattaṭṭa ellā cantarppaṅkaḷilum toṭarntu tēvaippaṭuvatāl allatu ciṟunīr kaḻippatai ūkkuvikkiṉṟaṉa.
Kāraṇam
taṟpōtu narars puṭaṇṭes eṉṟaḻaikkappaṭum nars ṭōrcilis kuḷōriṭiṭis/ āṇkuṟi eṉṟa oru kiḷaiyiṉ oru narampiyal uḷḷatu.
Inta nilaiyil nōyāḷikaḷ perumpālum uṭaliṉ maṟṟa pakutikaḷil orgasmic uṇarvukaḷai terivikkiṉṟaṉar. Yūretrā maṟṟum ācas aṭikkaṭi kuṟippiṭappaṭukiṉṟaṉa. Toṭai, iṭuppu, aṭi maṟṟum/ allatu kālviralkaḷ aṭikkaṭi terivikkappaṭukiṉṟaṉa.
Inta narampukaḷ/ kiḷaikaḷ mūlam atikamāṉa camikñaikaḷ aṉuppappaṭuvatu ēṉ eṉpatu teriyavillai. Pala āṇṭukaḷāka peṇkaḷiṭamiruntu varum aṟikkaikaḷiṉ aṭippaṭaiyil, inta vinōta aṟikuṟikaḷ palvēṟu kāraṇaṅkaḷāl ēṟpaṭukiṉṟaṉa eṉṟu karutuvatu pātukāppāṉatu.
Ceks cikiccai/ ālōcaṉai:
Pulaṉuṇarvu cārnta piṟappuṟuppu cīrkulaivu nōy koṇṭa peṇkaḷukku pulaṉuṇarvu cārnta naṭattai talaiyīṭukaḷ parinturaikkappaṭalām.
Vivēkāṉanta caikkālaji kiḷiṉik irakaciya pāliyal cukātāra ālōcaṉai cēvai vaḻaṅkukiṟatu, itu pāliṉa ārōkkiyam maṟṟum uṟavu cikkalkaḷil ciṟappākum. Nāṅkaḷ pāliyal maruttuvarkaḷ maṟṟum uṟaviṉar ālōcakarkaḷai aṉupavittirukkiṟōm, avai nirantara pāliyal oḻuṅkīṉam kōḷāṟu maṟṟum avarkaḷatu kūṭṭāḷikaḷukku ālōcaṉai vaḻaṅkavum, ātaravum vaḻaṅkukiṉṟaṉa.
Nāṅkaḷ taṉippaṭṭa/ jōṭi ālōcaṉai vaḻaṅkum. Vellaccēriyil, ceṉṉai,
toṭarcciyāṉa piṟappuṟuppu cīrkulaivukkāṉa ceks cikiccai/ ālōcaṉai piṉvarum cilavaṟṟai uḷḷaṭakkiyirukkalām:
Cuya-tōṟkaṭikka, cuya-kuṟṟam allatu nampikkaiyaṟṟa cintaṉai
pulaṉuṇarvu cārnta naṭattai talaiyīṭukaḷ
camāḷikkum naṭattaikaḷ mēmpaṭuttutal
kavalai kuṟaippu nuṭpaṅkaḷ
eṅkaḷ naṭpu ālōcakarkaḷuṭaṉ oru cantippaic ceyya virumpiṉāl allatu kūṭutal takaval tēvaippaṭṭāl, eṅkaḷai toṭarpu koḷḷa tayaṅkātīrkaḷ.
Hōmiyōpati cikiccai
aṟikuṟiyal hōmiyōpati maruntukaḷ permiṭṭeṉṭ jeṉaral aṭracal kōḷāṟukku utavukiṉṟaṉa. Itu oru aṉupavam hōmiyōpati maruttuvar ālōcaṉai nallatu.
Mēlum vivaraṅkaḷukku maṟṟum ālōcaṉaikkāka
eṅkaḷai toṭarpu koḷḷa, vivēkāṉanta kiḷiṉik& caikkālajikal kavuṉcaliṅ maiyam, maṇikku
ceṉṉai: – 9786901830, Paṉruti: – 9443054168, Pāṇṭiccēri: – 9865212055, Meyil: Consult.Ur.Dr@gmail.Com, homoeokumar@gmail.Com
cantippukkāka tayavuceytu eṅkaḷai aḻai allatu eṅkaḷai añcal ceyyuṅkaḷ
cantippukkāka: Uṅkaḷ peyar -añcal – mopail eṇ – oṟṟai vārttaiyil cikkal – tēti maṟṟum nāḷ – cantippu iṭam (utāraṇam: Rajiṉi – 99xxxxxxx0 – ceks viruppattiṟku mēl, eppōtum pāliyal, ceks piraccaṉai – 21st Oct, ñāyiṟu – ceṉṉai), nīṅkaḷ esemes mūlam niyamaṉam vivaraṅkaḷai peṟuvīrkaḷ.
கேள்வி: மதிப்பிற்குறிய மருத்துவர் அவர்களுக்கு வணக்கம், எனக்கு திருமனமாகி 10 மாதங்கள் ஆகிறது. எனது கணவருக்கு விந்து சீக்கிரம் வந்துவிடும் Quick semen discharge பிரச்சனை இருக்கிறது, எனது உறுப்பில் அவரது ஆண்குறியை வைக்கும் முன்பே அவருக்கு சீக்கிரம் விந்து தண்ணி வந்து விடுகிறது, சில நேரங்களில் அவரது ஆணுறுப்பை என் கையால் பிடித்தாலும் உடனே விந்து வந்துவிடுகிறது. அவருக்கு திருமனத்திற்க்கு முன்பு கைப்பழக்கம் Self sex habit இருந்திருக்கிறது என என்னிடம் சொல்லியுள்ளார். இதனால் நான் கர்பமாவதும் தள்ளிபோகிறது, மேலும் உடல் உறவில் திருப்தியில்லாமல் அவர் மீது அதிக கோவமும் வெறுப்பும் வருகிறது. விந்து முந்தி வரும் பிரச்சனை எதனால் ஏற்படுகிறது. இதற்கு சிகிச்சை உண்டா அல்லது டைவர்ஸ் வாங்கிவிடலாமா.
மருத்துவர் பதில்: அன்பிற்குறிய **** அவர்களுக்கு. இது சரிசெய்யக்கூடிய பிரச்சனையே. இதற்கெல்லாம் டைவர்ஸ் வாங்கக்கூடாது
உடலுறவில் ஏற்படுகின்ற திருப்தியானது இரு மனங்கள் சம்பந்தப்பட்டது. உடலுறவில் ஈடுபடுகின்ற இருவருமே ஒருவரை ஒருவர் புரிந்து கொண்டதாக , மற்றவரை திருப்திப் படுத்துபவராக இல்லாமல் இருப்பதே நிறைய பேரின் இல்லற வாழ்வின் முறிவுகளுக்கு காரணம் ஆகிவிடுகின்றது.
தன் துணையை திருப்திப் படுத்த முடியாமல் ஆண்களை சங்கடத்திற்கு உள்ளாக்கும் ஒரு பிரச்சினையே Premature Ejaculation எனப்படுகிறது. தமிழில் சொல்வதானால் பெண் உண்மையான திருப்தி நிலையை உச்சகட்டம் ஆர்கசம் Orgasm அடையும் முன்பே ஆண் உச்ச நிலையை அடைந்து, ஆண்குறி விந்தை கக்கி விடுதல் Quick emission of semen.
இவ்வாறு பெண் உச்ச நிலை அடையும் முன்பே ஆண் உச்ச நிலை அடைவது, பெண்ணுக்கு போதிய திருப்தியை அளிக்காமல் உடலுறவில் வெறுப்பை ஏற்படுத்துவதுடன், ஆணின் மனதிலும் தன்னால் துணையை சந்தோசப்படுத்த முடியவில்லையே என்ற தாழ்வு மன நிலையை உருவாக்கி விடுகிறது. இதுவே அவர்களின் இல்லறத்தின் முறிவுக்கு முதல் படிநிலையாக அமைந்து விடலாம்.
உண்மையில் இது ஒரு பெரிய பிரச்சினையா?
இல்லை
இந்த விந்து முந்தி வெளிப்படுவது ஆண்களுக்கு மிகவும் பொதுவாக காணப்படும் பிரச்சினையாகும். நூறு ஆண்களை எடுத்துக் கொண்டால் முப்பது பேருக்கு இந்தப் பிரச்சினை உண்டு.
என்ன காரணத்தால் இது ஏற்படுகிறது?
இது உடல் மற்றும் மனம் சம்பந்தப்பட்டதாகும். ஆண்களுக்கு ஏற்படுகின்ற அச்ச நிலை, ஆரம்ப காலத்தில் ஏற்படும் பதட்டம், தன்னால் ஒரு பெண்ணை திருப்தி படுத்த முடியுமா என்ற சந்தேகங்களே இதற்கு முக்கிய காரணம். எஜாகுலேடரி டக்ட் Ejaculatory Duct எனப்படும் விந்து வெளியேற்றுவதை கட்டுப்படுத்தும் குழாய் தளர்வதனாலும் Weakness of Ejaculatory Duct இந்த பிரச்சனை ஏற்படலாம்.
உடலுறவில் ஈடுபடத்தொடங்கிய காலத்தில் நிறைய ஆண்கள் இதனால் பாதிக்கப்படுகின்றார்கள். இருந்தாலும் நாள் செல்ல செல்ல அநேகமான ஆண்கள் இந்தப் பிரச்சினையினால் தாழ்வு மனநிலை Stress and low libido கொண்டவர்களாகவே மாறி விடுகிறார்கள்.
சுய இன்பத்தில் masturbation ஈடுபடுவதால் இந்த நிலை ஏற்படுமா?
நிறைய ஆண்கள் தாங்கள் சிறுவயதில சுய இன்பத்தில் ஈடுபட்டதை எண்ணி அதனால் தங்களால் தன் துணையை திருப்த்திப் படுத்த முடியாமல் போய்விடும் என்ற அச்சத்தினாலேயே இந்தப் பிரச்சினைக்கு உள்ளாகி விடுகிறார்கள். எப்போதாவது செய்யும் சுய இன்பத்தினால் இந்த பிரச்சனை ஏற்படாது. ஆனால் அடிக்கடி சுய இன்பம் Over masturbation or Masturbation addiction செய்வதனால் மனதில் விரைப்புத்தன்மை வந்தவுடன் விந்தை வெளியேற்றிவிடவேண்டும் என்ற எண்ணம் நிரந்தரமாக ஏற்பட வாய்ப்பு உண்டு அதனால் அடிக்கடி கைப்பழக்கம் செய்வதை தவிர்க்கலாம்.
இதற்கு என்ன தீர்வு?
இந்தப் பிரச்சினையில் இருந்து வெளிவருவதற்கு பெண்ணின் துணையும் நிச்சயமாகத் தேவை. முதலில் ஆண் மனதளவில் தன்னைத் திடப்படுத்திக் கொள்ள வேண்டும்.
எடுத்த எடுப்பிலேயே புணர்ச்சியை நோக்கி செல்லாமல் அதற்கு முந்திய Foreplay எனப்படும் முன்விளையாட்டு தொடுகை செய்கைகள் மூலம் உணர்வுகளைப் பரிமாரிக்கொள்ளவேண்டு. அப்போது ஆணுறுப்பை தொடுவதை இறுதிவரை தவிர்க்க வேண்டும் don’t touch penis during foreplay to avoid quick semen discharge.
அடுத்ததாக ஆண் உறவில் ஈடுபடும் போது உச்சநிலை நெருங்கி வரும்போது புணர்ச்சிய நிறுத்தி சற்று மனதை நிதானமாக்கி relax மீண்டும் புணர்ச்சியை ஆரம்பித்து மீண்டும் உச்ச நிலை அடையும் நிலை வரும் போது புணர்ச்சியைத் தவிர்த்து சற்று ஓய்வெடுத்து மீண்டும் ஆரம்பிக்க வேண்டும். இவ்வாறு செய்வதால் நாளடைவில் இந்தப் பிரச்சினையில் இருந்து விடுபடலாம்.
இதன் மூலமும் தீர்வு கிடைக்காவிட்டால் தம்பதிகள் இருவரும் மருத்துவர் / உளவியல் ஆலோசகரை சந்தித்து சரியான மருத்துவ சிகிச்சை மற்றும் sex therapy ஆலோசனையைப் பெறுவது உதவியாக இருக்கும். Proper treatment and sex therapy helps for quick semen ejaculation.
மேலும் விபரங்களுக்கும், ஆலோசனைக்கும் சிகிச்சைக்கும் தொடர்பு கொள்க.
விவேகானந்தா கிளினிக் & தொடர்பு எண்கள்
சென்னை:- 9786901830
பண்ருட்டி:- 9443054168
புதுச்சேரி:- 9865212055
முன்பதிவிற்கு: உங்களின் பெயர் – வயது – அலைபேசி எண் – பிரச்சனை (ஒரு வரியில் உதாரணம்: குடும்ப பிரச்சனை அல்லது திருமணத்திற்கு பிந்தய ஆலோசனை) தேதி – கிழமை – இடம், முதலியவற்றை குறுந்தகவல் மூலம் அனுப்பவும். உதாரணம்: ரமேஷ் – 28 – 99******00 – விந்து முந்துதல், விந்தில் இரத்தம் வருதல், Blood in semen – 20-12-2017 – சனிக்கிழமை – சென்னை,
மருத்துவர் உங்களின் முன்பதிவை குறுந்தகவல் மூலம் உறுதிப்படுத்துவார்.
Eṉakku tirumaṉamāki 10 mātaṅkaḷ ākiṟatu. Eṉatu kaṇavarukku vintu cīkkiram vantuviṭum Quick semen discharge piraccaṉai irukkiṟatu, eṉatu uṟuppil avaratu āṇkuṟiyai vaikkum muṉpē avarukku cīkkiram vintu taṇṇi vantu viṭukiṟatu, cila nēraṅkaḷil avaratu āṇuṟuppai eṉ kaiyāl piṭittālum uṭaṉē vintu vantuviṭukiṟatu. Avarukku tirumaṉattiṟkku muṉpu kaippaḻakkam Self sex habit iruntirukkiṟatu eṉa eṉṉiṭam colliyuḷḷār. Itaṉāl nāṉ karpamāvatum taḷḷipōkiṟatu, mēlum uṭal uṟavil tiruptiyillāmal avar mītu atika kōvamum veṟuppum varukiṟatu. Vintu munti varum piraccaṉai etaṉāl ēṟpaṭukiṟatu. Itaṟku cikiccai uṇṭā allatu ṭaivars vāṅkiviṭalāmā.
Benign Prostatic Hyperplasia (BPH)
An enlarged prostate is the slow growth of the prostate gland, which is involved in the production of semen and reproductive function in men. The prostate wraps around the tube that transports urine out of the bladder. It is very common for the prostate gland to become enlarged as a man ages. An enlarged prostate is also known as benign prostatic hyperplasia (BPH). BPH is generally not caused by infection or cancer.
Some facts about prostate enlargement:
Treatment
Treatment for enlarged prostate will vary depending on the severity of the symptoms. Constitutional and Symptomatic Homeopathy medicines help for BPH.
Whom to contact for BPH Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of Benign Prostatic Hyperplasia, with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
Vivekanantha Clinic Consultation Champers at
Pondicherry:- 9865212055 (Camp)
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 9 – 99xxxxxxx0 – BPH, Prostate problem, – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS
BPH homeopathy treatment in Chennai, prostate enlargement best homeo treatment in Chennai, prostate cancer homeopathy specialist in Chennai, best homeo doctor for prostate, allergy homeopathy clinic Chennai, புரோஸ்டேட் பிரச்சனை ஓமியோபதி டாக்டர், பி பி ஹெச் புரோஸ்டேட் வீக்கம் பெஸ்ட் ஓமியோபதி கிளினிக் சென்னை, மூத்திர எரிச்சல் ஹோமியோபதி மருத்துவர் சென்னை, சொட்டு மூத்திரம் சிகிச்சை ஓமியோபதி மருத்துவர் சென்னை, புரோசுடேட் கேன்சர் பெஸ்ட் ஓமியோபதி மருத்துவர் சென்னை,
Back pain
Back pain is a relatively common complaint characterized by a painful sensation in the patient’s back that may be attributed to a number of conditions.
Causes:
Signs and Symptoms:
Diagnosis:
A test is usually not necessary to diagnose back pain. However, a physician may perform some diagnostic tests to determine the cause or origins of the pain, as well as its severity. If a tumour, infection, fracture, or any other specific condition is suspected, a physician may recommend: x-rays, MRI or CT scans, bone scans, and nerve studies such as electromyography.
Treatment:
Most cases of back pain are resolved after a few weeks of home treatment and a period of rest. In more serious cases, however, some medications may be necessary. Additionally, physical therapy and exercise are integral parts of treatment. Very rarely, surgery may be recommended to correct the underlying structural anomalies that cause the pain.
Symptomatic Homeopathy medicines works well in Back aches
Whom to contact for முதுகு வலி, Back pain Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of back pain with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For more details & Consultation
Contact us.
For appointment please Call us or Mail Us.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – back pain – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
Back pain homeopathy treatment, pain in back homeopathy treatment, backache homeo treatment, spinal card pain homoeopathy treatment, lumbar pain homoeopathy treatment, cervical pain treatment, spinal card specialist in velacheri, backpain specialist treatment in chennai, muthuku vali treatment in chennai, mudhugu vali treatment in velacheri, best ortho homeopathy clinic in velacheri, best bone specialist homeo doctor in velacheri, top 10 artho homeopathy clinic in chennai, top ten spinal card specialist homeo doctors in chennai, top ten skin homeopathy clinic in india, top 10 homeopathy doctors in india, muthugu vali omiyo treatment, mudugu pain treatment in Chennai, kurukku vali treatment in Chennai, iduppu vali treatment in Chennai, spinal card problems details in tamil, muthuku thandu specialist doctor in Chennai, முதுகுவலி ஓமியோ சிகிச்சை சென்னை, பேக் பெயின் சிகிச்சை, ஸ்பைனல் கார்ட் பிரச்சனை சிகிச்சை சென்னை, முதுகுதண்டு வலி சிகிச்சை சென்னை, லம்பார் பெயின் சிகிச்சை சென்னை, செர்விகல் வலி சிகிச்சை வேளச்சேரி, செர்விக்கல் கம்ப்ரசன் சிகிச்சை சென்னை, முதுகு தண்டு தேய்மானம் சிகிச்சை சென்னை, டிஸ்க் பல்ஜிங் சிகிச்சை சென்னை, முதுகெலும்பு தேய்மானம் சிகிச்சை சென்னை, முதுகு தண்டு சவ்வு பிதுங்குதல் சிகிச்சை சென்னை, disk bulging homeopathy treatment in Chennai, spinal card disk compression homeo treatment in Chennai, spinal card disk prolapsed homeopathy treatment in Chennai,
Bad Breath
Bad breath is known medically as halitosis. It pertains to bad odour emanating from an individual’s oral cavity, usually as a result of poor hygiene, certain diets, or bacterial infections.
Bad breath – smell can be attributed to numerous possible causes.
Bad breath can be easily diagnosed through its symptoms. Persistent bad breath may need further diagnostic tests to determine the exact dental or medical cause.
Most cases of bad breath can be cured through improvements in the affected individual’s dental hygiene. However, in cases where bad breath is a symptom of some underlying dental or medical condition, treatment efforts must be targeted at treating those conditions first.
Homeopathy medicines works well in bad breath if treated under signs and symptoms. Symptomatic Constitutional Homoeopathic medicines works well for Bad breath.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – Bad smell in mouth, vai thurnatram, – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
Bad breath homeopathy treatment, bad smell in mouth homeopathy treatment, vaithur natram homeo treatment, vayil ketta vadai veesuthal homoeopathy treatment, bad odour in mouth homoeopathy treatment, vai vadai varuthu treatment, recurrent cold treatment in velacheri, Low immunity treatment in chennai, immunity treatment in chennai, low immune power children treatment in velacheri, best homeopathy clinic in velacheri, best homeo doctor in velacheri, top 10 homeopathy clinic in chennai, top ten homeo doctors in chennai, top ten homeopathy clinic in india, top 10 homeopathy doctors in india, வாயில் துர்நாற்றம் வீசுதல் சிகிச்சை, பேட் பிரீத் சிகிச்சை, வாயில் வாடை வருதல் சிகிச்சை, வாய் துர்நாற்றம் ஓமியோபதி சிகிச்சை,
EUPATORIUM PERFOLIATUM – யுபடோரியம் பெர்போலியேடம்
இவர்களுக்கு தோன்றும் வாத வலியானது (அ) எந்த வலியானாலும் எப்படி இருக்கும் என்றால், கை, கால், மூட்டு எல்லாம் கழண்டு போகிற மாதிரி வலிக்குது என்பார். அவ்வளவு வலிங்க (துணி கூட அங்கு பட முடியலிங்க என்றால் ARN. மூட்டில் வைத்து நசுக்கினால் (அ) ஏறி மிதித்தால் நன்றாக இருக்கிறது என்றால் BRY.) வலியுள்ள மூட்டை இப்படியும், அப்படியும் முறுக்கி கொண்டும், நெட்டு எடுத்து கிட்டே இருந்தால் சுகம் என்றால் RHUST. இந்த வலினால் மனசு இருப்பு கொள்ளவில்லை டென்ஷன் என்றால் ARS.. இது எலும்பு இரணம் மாதிரி வலி. வலி திடீர்ன்னு வருது, திடீர்ன்னு மறையுது. குறிப்பிட்ட நேரமானால் வலி வருது, அடிப்பட்டு நசுக்கிய மாதிரி வலி, நெஞ்சு, பின் மண்டை, எலும்பு, நுரையீரல், வயிறு போன்ற பகுதிகளில் தாக்கும். ஆனால் இதன் முக்கிய ஒரே குறி எலும்பு மூட்டே கழண்டு போகிற மாதிரி வலிக்குது என்பார். கையோ, காலோ, இடுப்போ, எந்த மூட்டாக இருந்தாலும் இப்படி சொன்னால் இது தான் ஒரே மருந்து.
முக்கிய குறிப்பு:
மருந்துகளை மருத்துவரின் ஆலோசனையின்றி உட்கொள்ள கூடாது
மேலும் விபரங்களுக்கும் ஆலோசனைக்கும் சிகிச்சைக்கும் தொடர்பு கொள்க
விவேகானந்தா கிளினிக் ஆலோசனை மையங்கள் & தொடர்பு எண்கள்
புதுச்சேரி:- 9865212055 (Camp)
மின் அஞ்சல் : consult.ur.dr@gmail.com, homoeokumar@gmail.com
முன்பதிவிற்கு அழைக்கவும் அல்லது மின் அஞ்சல் அனுப்பவும்.
முன்பதிவிற்கு: உங்களின் பெயர் – வயது – அலைபேசி எண் – பிரச்சனை (ஒரு வரியில்) தேதி – கிழமை – இடம், முதலியவற்றை குறுந்தகவல் மூலம் அனுப்பவும். உதாரணம்: சுந்தர் – 26, விரைப்பு தண்மை குறைபாடு, குழந்தையின்மை, – 99******00 – 20-12-2014 – சனிக்கிழமை – சென்னை,
Best homeopathy clinic for fever, fever homeopathy medicines, body pain homeopathy medicines, fibromyalgia homeopathy treatment in chennai, dengue homeopathy doctor in chennai, flu fever homeopathy treatment in chennai, chicken gunya homeopathy treatment in chennai,
——–
Bacterial vaginosis BV is an infection caused when too much of certain bacteria change the normal balance of bacteria in the vagina.
Bacterial vaginosis is the most common vaginal infection in women ages 15-44.
Doctors and scientists do not completely understand how BV is spread, and there are no known best ways to prevent it.
The following basic prevention steps may help lower your risk of developing BV:
STDs & Pregnancy
Pregnant women can get BV. Pregnant women with BV are more likely to have babies who are born premature (early) or with low birth weight than women who do not have BV while pregnant. Low birth weight means having a baby that weighs less than 5.5 pounds at birth.
Treatment is especially important for pregnant women.
Many women with BV do not have symptoms. If you do have symptoms, you may notice a thin white or gray vaginal discharge, odor, pain, itching, or burning in the vagina. Some women have a strong fish-like odor, especially after sex. You may also have burning when urinating; itching around the outside of the vagina, or both.
BV can cause some serious health risks, including
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – Vaginosis, White discharge, vellai paduthal, yest infection. Trichomonus vaginalis TV – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
BV என்பது ஒரு பெண்ணின் புணர்புழையில் காணப்படும் “நன்மை” மற்றும் “தீங்கு விளைவிக்கும்” பாக்டீரியாவின் ஏற்றத்தாழ்வுடன் தொடர்புடையது.
ஒரு புதிய பாலின பங்குதாரர் அல்லது பல பாலியல் பங்காளிகள் மற்றும் douching கொண்ட ஒரு புணர்புழை உள்ள பாக்டீரியா சமநிலை சீர்குலைக்க மற்றும் பி.வி. பெற அதிக ஆபத்தில் பெண்கள் வைத்து என்று எங்களுக்கு தெரியும்.
எவ்வாறாயினும், BV க்கு பாலியல் பங்களிப்பு. BV என்பது ஒரு STD ஆக கருதப்படுவதில்லை, ஆனால் பி.டி. வின் ஒரு STD ஐப் பெறுவதற்கான வாய்ப்புகளை அதிகரிக்க முடியும். BV கூட செக்ஸ் இல்லாத பெண்கள் பாதிக்கும்.
கழிப்பறை இடங்கள், படுக்கைகள் அல்லது நீச்சல் குளங்கள் ஆகியவற்றிலிருந்து BV ஐ பெற முடியாது.
பாக்டீரியல் வஜினோசிஸை நான் எப்படி தவிர்க்க முடியும்?
BV எவ்வாறு பரவுகிறது என்பதை முழுமையாக புரிந்து கொள்ள மாட்டார்கள், அதை தடுக்க எந்த சிறந்த வழியும் இல்லை.
BV ஐ உருவாக்குவதற்கான உங்கள் ஆபத்தை குறைக்க பின்வரும் அடிப்படை தடுப்பு நடவடிக்கைகள் உதவும்:
செக்ஸ் இல்லாமல்;
பாலின பங்காளர்களின் எண்ணிக்கையை குறைத்தல்; மற்றும்
துள்ளல் இல்லை.
STD க்கள் & கர்ப்பம்
நான் கர்ப்பமாக இருக்கிறேன். பாக்டீரியல் வஜினோஸிஸ் என் குழந்தையை எவ்வாறு பாதிக்கிறது?
கர்ப்பிணிப் பெண்களுக்கு பி.வி. BV உடன் கர்ப்பிணி பெண்கள் கர்ப்பிணி போது பி.ஜி. இல்லாத பெண்கள் விட முன்கூட்டியே (ஆரம்ப) அல்லது குறைந்த பிறந்த எடை கொண்ட குழந்தைகள் அதிக வாய்ப்பு உள்ளது. குறைந்த பிறப்பு எடையானது 5.5 பவுண்டுகள் குறைவாக எடையைக் கொண்டிருக்கும் குழந்தையைப் பெறுகிறது.
கர்ப்பிணி பெண்களுக்கு சிகிச்சை மிகவும் முக்கியமானது.
எனக்கு பாக்டீரியா வஜினோசீஸ் இருந்தால் எனக்கு எப்படி தெரியும்?
BV உடைய பல பெண்கள் அறிகுறிகள் இருந்தால், நீங்கள் ஒரு மெல்லிய வெள்ளை அல்லது சாம்பல் நிற திரவம் யோனி வெளியேற்றும், வாசனையை, வலி, அரிப்பு, அல்லது யோனி எரியும். சில பெண்களுக்கு வலுவான மீன் போன்ற வியர்வை, குறிப்பாக செக்ஸ் பிறகு. சிறுநீர் கழிக்கும் போது நீங்கள் எரியும்; யோனி வெளியே வெளியே சுற்றி அரிப்பு, அல்லது இரண்டும்.
हम बी.वी. के कारण के बारे में नहीं जानते हैं या कुछ महिलाएं इसे कैसे प्राप्त करती हैं बीवी को “अच्छा” और “हानिकारक” जीवाणुओं के असंतुलन से जोड़ा जाता है जो सामान्यत: किसी महिला की योनि में पाए जाते हैं।
हम यह जानते हैं कि एक नया सेक्स पार्टनर या एकाधिक सेक्स पार्टनर होने और डचिंग योनि में बैक्टीरिया के संतुलन को परेशान कर सकते हैं और बीवी प्राप्त करने के लिए महिलाओं को अधिक जोखिम में डाल सकते हैं।
हालांकि, हम नहीं जानते कि कैसे सेक्स बी.वी. को योगदान देता है। बी.वी. को एसटीडी नहीं माना जाता है, लेकिन बी.वी. से एसटीडी प्राप्त होने की संभावना बढ़ सकती है। BV उन महिलाओं को भी प्रभावित कर सकती हैं जिन्होंने कभी सेक्स नहीं किया हो।
आप शौचालय सीटें, बिस्तर, या स्विमिंग पूल से बी.वी. प्राप्त नहीं कर सकते।
मैं बैक्टीरियल vaginosis से कैसे बच सकता हूं?
डॉक्टर और वैज्ञानिक पूरी तरह से समझ नहीं पाते हैं कि बी.वी. कितना फैल गया है, और इसे रोकने के लिए कोई भी ज्ञात सर्वोत्तम तरीके नहीं हैं।
निम्न बुनियादी रोकथाम के कदम बीवी विकसित करने के अपने जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं:
सेक्स न होने;
सेक्स भागीदारों की संख्या को सीमित करना; तथा
डचिंग नहीं
एसटीडी और गर्भावस्था
मैं गर्भवती हूँ। बैक्टीरियल vaginosis मेरे बच्चे को कैसे प्रभावित करती है?
गर्भवती महिलाएं बीवी प्राप्त कर सकती हैं बी.वी. के साथ गर्भवती महिलाओं की अधिक संभावना है कि जो बच्चे शुरुआती (शुरुआती) या कम जन्म के समय में पैदा होते हैं, वे महिलाओं की अपेक्षा बी.वी. होने पर गर्भवती हों। कम जन्म के वजन का अर्थ है कि जन्म लेने वाले बच्चे का वजन 5.5 पौंड से कम होता है।
उपचार गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है
मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे जीवाणु योनिजन है?
बी.वी. के साथ कई महिलाओं में लक्षण नहीं होते हैं यदि आपके लक्षण हैं, तो आप योनि में एक पतली सफेद या ग्रे योनि स्राव, गंध, दर्द, खुजली या जलन देख सकते हैं। कुछ महिलाओं के पास एक मजबूत मछली जैसी गंध है, खासकर सेक्स के बाद जब पेशाब हो तब भी आप जलते रहें; योनि के बाहर चारों ओर खुजली, या दोनों।
ബി.വി.യുടെ കാരണത്തെക്കുറിച്ച് നമുക്ക് അറിയില്ല, അല്ലെങ്കിൽ ചില സ്ത്രീകൾക്ക് അത് എങ്ങനെ ലഭിക്കുന്നു. ഒരു സ്ത്രീയുടെ യോനിയിൽ സാധാരണയായി കാണപ്പെടുന്ന “നല്ല”, “ഹാനികരമായ” ബാക്ടീരിയകൾ എന്നിവയുടെ അസന്തുലിതാവസ്ഥയുമായി ബി.വി.യുമായി ബന്ധമുണ്ട്.
ഒരു പുതിയ ലൈംഗിക ബന്ധം അല്ലെങ്കിൽ ഒന്നിലധികം ലൈംഗിക പങ്കാളികളും ഡച്ചുകാരിയും യോനിയിൽ ബാക്ടീരിയയുടെ ബാലൻസ് അസ്വസ്ഥരാക്കി ബി.വി.ക്ക് ലഭിക്കുന്ന റിസ്ക് വർദ്ധിപ്പിക്കും.
എന്നിരുന്നാലും, ബി.വി.ക്ക് എങ്ങനെയാണ് ലൈംഗിക സംഭാവന നൽകുന്നത് എന്ന് ഞങ്ങൾക്ക് അറിയില്ല. ബി.വി. ഒരു എസ്.ടി.ഡി ആയി കണക്കാക്കില്ല, പക്ഷേ ബി.വി. ഒരു എസ്.ടി.ഡി ലഭിക്കാനുള്ള സാധ്യത വർദ്ധിപ്പിക്കുന്നു. ലൈംഗികബന്ധമില്ലാത്ത സ്ത്രീകളെ BV ബാധിക്കാം.
ടോയ്ലറ്റ് സീറ്റുകൾ, ഫുട്വെയർ, നീന്തൽ കുളങ്ങളിൽ നിന്ന് നിങ്ങൾക്ക് BV കിട്ടില്ല.
ബാക്ടീരിയൽ വാഗിനൈസിസ് എങ്ങനെ ഒഴിവാക്കാനാകും?
ബി.വി. എങ്ങനെ പടർന്നിരിക്കുന്നു എന്ന് ഡോക്ടർമാരും ശാസ്ത്രജ്ഞരും പൂർണ്ണമായും മനസിലാക്കുന്നില്ല, അത് തടയാൻ മികച്ച മാർഗങ്ങളില്ല.
BV വികസിപ്പിക്കുന്നതിനുള്ള നിങ്ങളുടെ റിസ്ക് കുറയ്ക്കുന്നതിന് ഇനിപ്പറയുന്ന അടിസ്ഥാന പ്രതിരോധ നടപടികൾ സഹായിച്ചേക്കാം:
ലൈംഗിക ബന്ധമില്ല;
നിങ്ങളുടെ ലൈംഗിക പങ്കാളികളുടെ എണ്ണം പരിമിതപ്പെടുത്തുക; ഒപ്പം
കുഴഞ്ഞുമറിഞ്ഞില്ല.
എസ്.ടി.ഡി.കളും ഗർഭധാരണവും
ഞാൻ ഗർഭിണിയാണ്. ബാക്റ്റീരിയൽ വാഗിനൊസിസ് എന്റെ കുഞ്ഞിനെ എങ്ങനെ ബാധിക്കുന്നു?
ഗർഭിണികൾക്ക് സ്ത്രീകൾക്ക് ബി.വി. ലഭിക്കും. ഗർഭിണികളായ സമയത്ത് ഗർഭിണിയായ ബി.വി. പ്രസവിക്കാത്ത കുഞ്ഞുങ്ങളേക്കാൾ അകാല ജനനം അല്ലെങ്കിൽ കുറഞ്ഞ ജനനസമയത്ത് ജനിക്കുന്ന ബി.വി. ജനനസമയത്ത് 5.5 പൗണ്ട് തൂക്കമുള്ള കുഞ്ഞിന് ജനന ശേഷി കുറവാണ്.
ഗർഭിണികൾക്കുള്ള ചികിത്സ പ്രധാനമാണ്.
എനിക്ക് ബാക്ടീരിയ vaginosis ഉണ്ടെങ്കിൽ എനിക്ക് എങ്ങനെ അറിയാൻ കഴിയും?
ബി.വി.യിലെ പല സ്ത്രീകളും ലക്ഷണങ്ങളില്ല. നിങ്ങൾക്ക് ലക്ഷണങ്ങൾ ഉണ്ടെങ്കിൽ, നിങ്ങൾ നേർത്ത വെളുത്ത അല്ലെങ്കിൽ ഗ്രേ യോനിയിൽ ഡിസ്ചാർജ്, ഗന്ധം, വേദന, ചൊറിച്ചിൽ അല്ലെങ്കിൽ യോനിയിൽ കത്തുന്ന. ചില സ്ത്രീകൾക്ക് പ്രത്യേകിച്ച് ലൈംഗിക ശേഷിയുണ്ടാകും. മൂത്രം ഉരുകുമ്പോൾ നിങ്ങൾ കത്തുന്നതായിരിക്കാം; യോനിയിൽ പുറകിൽ ചുറ്റിത്തിരിയുക, അല്ലെങ്കിൽ രണ്ടും.
Pi.Vi.Yiṉ kāraṇattaip paṟṟi eṅkaḷukku teriyātu allatu cila peṇkaḷ atai eppaṭip peṟukiṟārkaḷ eṉpatu namakkut teriyātu. BV eṉpatu oru peṇṇiṉ puṇarpuḻaiyil kāṇappaṭum”naṉmai” maṟṟum”tīṅku viḷaivikkum” pākṭīriyāviṉ ēṟṟattāḻvuṭaṉ toṭarpuṭaiyatu.
Oru putiya pāliṉa paṅkutārar allatu pala pāliyal paṅkāḷikaḷ maṟṟum douching koṇṭa oru puṇarpuḻai uḷḷa pākṭīriyā camanilai cīrkulaikka maṟṟum pi.Vi. Peṟa atika āpattil peṇkaḷ vaittu eṉṟu eṅkaḷukku teriyum.
Evvāṟāyiṉum, BV kku pāliyal paṅkaḷippu emakkut teriyātu. BV eṉpatu oru STD āka karutappaṭuvatillai, āṉāl pi.Ṭi. Viṉ oru STD aip peṟuvataṟkāṉa vāyppukaḷai atikarikka muṭiyum. BV kūṭa ceks illāta peṇkaḷ pātikkum.
Kaḻippaṟai iṭaṅkaḷ, paṭukkaikaḷ allatu nīccal kuḷaṅkaḷ ākiyavaṟṟiliruntu BV ai peṟa muṭiyātu.
Pākṭīriyal vajiṉōcisai nāṉ eppaṭi tavirkka muṭiyum?
BV evvāṟu paravukiṟatu eṉpatai ṭākṭarkaḷum viññāṉikaḷum muḻumaiyāka purintu koḷḷa māṭṭārkaḷ, atai taṭukka enta ciṟanta vaḻiyum illai.
BV ai uruvākkuvataṟkāṉa uṅkaḷ āpattai kuṟaikka piṉvarum aṭippaṭai taṭuppu naṭavaṭikkaikaḷ utavum:
Ceks illāmal;
pāliṉa paṅkāḷarkaḷiṉ eṇṇikkaiyai kuṟaittal; maṟṟum
tuḷḷal illai.
STD kkaḷ& karppam
nāṉ karppamāka irukkiṟēṉ. Pākṭīriyal vajiṉōsis eṉ kuḻantaiyai evvāṟu pātikkiṟatu?
Karppiṇip peṇkaḷukku pi.Vi. BV uṭaṉ karppiṇi peṇkaḷ karppiṇi pōtu pi.Ji. Illāta peṇkaḷ viṭa muṉkūṭṭiyē (ārampa) allatu kuṟainta piṟanta eṭai koṇṭa kuḻantaikaḷ atika vāyppu uḷḷatu. Kuṟainta piṟappu eṭaiyāṉatu 5.5 Pavuṇṭukaḷ kuṟaivāka eṭaiyaik koṇṭirukkum kuḻantaiyaip peṟukiṟatu.
Karppiṇi peṇkaḷukku cikiccai mikavum mukkiyamāṉatu.
Eṉakku pākṭīriyā vajiṉōcīs iruntāl eṉakku eppaṭi teriyum?
BV uṭaiya pala peṇkaḷ aṟikuṟikaḷ illai. Nīṅkaḷ aṟikuṟikaḷ iruntāl, nīṅkaḷ oru melliya veḷḷai allatu cāmpal yōṉi veḷiyēṟṟa, vācaṉaiyai, vali, arippu, allatu yōṉi eriyum. Cila peṇkaḷukku valuvāṉa mīṉ pōṉṟa viyarvai, kuṟippāka ceks piṟaku. Ciṟunīr kaḻikkum pōtu nīṅkaḷ erikkalām; yōṉi veḷiyē veḷiyē cuṟṟi arippu, allatu iraṇṭum.
Female Pattern Baldness:
Female pattern baldness (Alopecia in women; Baldness – female; Hair loss in women; Androgenic alopecia in women) involves a typical pattern of loss of hair in women, caused by hormones, aging, and genes.
Causes
Hair loss can occur in women for reasons other than female pattern baldness, including the following:
Thinning of hair over the entire head
Exams and Tests
Treatment for Female pattern baldness
Symptomatic Homeopathy medicines works well for Female Pattern baldness
Whom to contact for Female pattern Baldness – FPB Treatment
Vivekananda Clinic Doctors Treats many cases of Female pattern Baldness – FPB, with successful results. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 30 – 99xxxxxxx0 – Female pattern Baldness – FPB – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS.
Hair falling for ladies, hair falling for girls, women hair loss, pattern baldness for ladies, mudi kottuthu, mudi uthirthal, valukkai treatment, sottai treatment, hair fall doctor in Chennai, hair growth treatment in Chennai, beast hair clinic in Chennai, hair specialist in Chennai, velacheri hair clinic, பெண்களுக்கு முடி கொட்டுதல், முடி உதிர்தல் சிகிச்சை, பெண்களுக்கு வழுக்கை விழுதல், ஹேர் டாக்டர் சென்னை, பொடுகு சிகிச்சை சென்னை, வேளச்செரி ஸ்கின் டாக்டர்,
महिलाओं के लिए बाल गिरने, लड़कियों के लिए बाल गिरने, महिलाओं के लिए बालों के झड़ने, महिलाओं के लिए पैटर्न की गंजापन, मुडी कोट्टुथु, मुड़ी uthirthal, वैलकाई उपचार, सोटई उपचार, चेन्नई में बाल गिरने डॉक्टर, चेन्नई में बाल विकास उपचार, चेन्नई में पशु बाल क्लिनिक, बाल चेन्नई में विशेषज्ञ, वेलचेरी हेयर क्लिनिक
ചെന്നൈയിലെ മുടി കൊഴിച്ചിൽ, മുടി കൊഴിച്ചിൽ, മുടി കൊഴിച്ചിൽ, മുടി കൊഴുകുന്ന, മുട്ടക്കോട്ടുകൽ, വാളുക്കുടി ചികിത്സ ചെന്നൈയിൽ വെളച്ചേരി മുടി ക്ലിനിക്
சென்னையில் முடி உதிர்தல், சென்னையில் முடி வளர்ச்சி மருத்துவர், சென்னையிலுள்ள மயிரைத் தாக்கும் சிகிச்சை, சென்னையில் மயிர்க்கால்களில் முடி உதிர்தல், மயிர் கூத்து, மடி uthirthal, valukkai சிகிச்சை, sottai சிகிச்சை, சோட்டாய் சிகிச்சை, பெண்கள் மயிர், பெண்கள் முடி இழப்பு, பெண்கள் முடி இழப்பு, சென்னை, வெலச்சேரி முடி மருத்துவமனை
ஒரு மாதத்தில் சராசரியாக 1/2 இன்ச் சராசரியாக அதன் முடிவில் இருந்து முடி வளரும். ஒவ்வொரு முடிவும் 2 முதல் 6 வருடங்கள் வரை வளர்கிறது, பின்னர் தங்கியுள்ளது, பின்னர் வெளியே வரும். ஒரு புதிய முடி விரைவில் அதன் இடத்தில் வளரும். எந்த நேரத்திலும், சுமார் 85% முடி வளரும் மற்றும் 15% ஓய்வெடுக்கிறது.
முடி உதிர்தலைத் தொட்டால், புதிய இடத்தில் அதன் முடி வளரவில்லை. பெண் முரட்டுத்தன்மையில் புதிய முடி வளரத் தவறியது நன்கு புரிந்து கொள்ளப்படவில்லை, ஆனால் இது மரபியல் முன்கணிப்பு, வயதானது மற்றும் எண்டோகிரைன் ஹார்மோன்களின் அளவு (குறிப்பாக ஆன்ட்ரோஜென்ஸ், ஆண் பாலியல் ஹார்மோன்கள்) தொடர்புடையது.
ஆண்ட்ரோஜனின் அளவுகளில் ஏற்படும் மாற்றங்கள் முடி உற்பத்தியை பாதிக்கலாம். உதாரணமாக, மாதவிடாயின் ஹார்மோன் மாற்றங்களின் பின்னர், தலைமுடியில் இருக்கும் தலைமுடி மெல்லியதாக இருக்கும் என்று பல பெண்கள் கண்டுபிடித்துள்ளனர். புதிய முடி தயாரிக்கப்படவில்லை என்றாலும், புதிய மயிர் வளர்ச்சியின் வாய்ப்பைப் பரிந்துரைக்கும் நுண்ணுயிர்கள் உயிருடன் இருக்கும்.
ஆண் பாலுணர்வின் மென்மையானது பொதுவாக ஆண் பாட்டுப் பாட்டில் இருந்து வேறுபடுகிறது. தலைமுடி முழுவதும் தலையைத் துடைக்கிறது, ஆனால் முன்னணி முடிச்சு பராமரிக்கப்படுகிறது. கிரீடத்தின் மீது ஒரு மிதமான இழப்பு இருக்கலாம், ஆனால் இது மனிதர்களுக்குள்ளாக மொத்தமாகவோ அல்லது மொட்டையடிப்பதற்கோ அரிதாகவே முன்னேறும்.
एक बाल अपनी कूप से बढ़ता है, प्रति माह लगभग 1/2 इंच की औसत दर से। प्रत्येक बाल 2 से 6 साल तक बढ़ता है, फिर आराम करता है, और फिर बाहर निकल जाता है। एक नया बाल जल्द ही उसके स्थान पर बढ़ रहा है। किसी भी समय, लगभग 85% बाल बढ़ रहे हैं और 15% आराम कर रहा है।गंजापन तब होता है जब बाल बाहर निकलते हैं लेकिन नए बाल उसके स्थान पर नहीं होते। मादा पैटर्न गंजापन में नए बाल विकसित करने में विफलता का कारण अच्छी तरह से नहीं समझा जाता है, लेकिन यह आनुवांशिक गड़बड़ी, उम्र बढ़ने और अंतःस्रावी हार्मोन (विशेष रूप से एण्ड्रोजन, पुरुष सेक्स हार्मोन) के स्तर के साथ जुड़ा हुआ है।
एण्ड्रोजन के स्तर में परिवर्तन बाल उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, रजोनिवृत्ति के हार्मोनल परिवर्तन के बाद, कई महिलाओं को पता चलता है कि सिर पर बाल पतला हो जाता है, जबकि चेहरे के बाल मोटे होते हैं। हालांकि नए बालों का उत्पादन नहीं किया जाता है, रोम में जीवित रहते हैं, नए बाल विकास की संभावना का सुझाव देते हुए।महिला पैटर्न गंजापन आम तौर पर पुरुष पैटर्न गंजापन से भिन्न होता है बाल पूरे सिर पर गिरता है, लेकिन ललाट का सिरदर्द बनाए रखा जाता है। मुकुट पर बाल का एक सामान्य नुकसान हो सकता है, लेकिन यह शायद ही कभी कुल मिलाकर या गंजापन के करीब पहुंचता है क्योंकि यह पुरुषों में हो सकता है।
Sex therapy
It is the treatment of sexual dysfunction, such as non-consummation, premature ejaculation, erectile dysfunction, low libido, unwanted sexual fetishes, sexual addiction, painful sex, or a lack of sexual confidence, assisting people who are recovering from sexual assault, problems commonly caused by stress, tiredness, and other environmental and relationship factors. Sex therapists assist those experiencing problems in overcoming them, in doing so possibly regaining an active sex life.
Types of Sexual Dysfunctions
Male Sexual Dysfunction
Female Sexual Dysfunction
Stages in Sex Therapy
As an outcome of doing this exercise, many couples detect revolutionary ways to feel pleasure, beyond sexual relation. Other exercises treat particular problems such as women’s unfitness to have sexual climax and men’s erectile dysfunction and premature ejaculation. Frequent complaints like these can generally be solved in two months to a year of sex therapy.
Whom to contact for Sex Theraphy Counseling & Treatment
Dr. Senthil Kumar is well experienced Psychologist who treats many cases of Male Sexual Dysfunctions & Female Sexual Dysfunctions with successful outcomes. Many of the clients get relief after attending psychological counseling & Therapy with him. Dr. Senthil Kumar visits Vivekanantha Homeopathy Clinic & Psychological Counseling Center, Velachery, Chennai. To fix an appointment, please call or mail us:
The “Psychologist” Psychological Counseling Centre’s at
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – Family Counseling, Sex Therapy – 21st Oct, Sunday – Chennai )
You will receive Appointment details through SMS
SEX Therapy doctor in Chennai, sex therapist in velacheri, sex therapy psychologist in Chennai, psychologist in Chennai, velacheri psychologist, sex specialist for couples, couples sex problem treatment Chennai, செக்ஸ் தெராபிஸ்ட் சென்னை, செக்ஸ் பிராப்ளம் சைக்காலஜிஸ்ட் சென்னை, செக்ஸ் கவுன்சிலிங் சென்னை, செக்ஸ் தெராபி கவுன்சிலிங் சென்னை,
चेन्नई में सेक्स थेरेपी चिकित्सक, वेलचारी में सेक्स थेरेपिस्ट, चेन्नई में सेक्स थेरपी मनोवैज्ञानिक, चेन्नई में मनोवैज्ञानिक, वेलैचेरी मनोवैज्ञानिक, जोड़ों के लिए सेक्स विशेषज्ञ, जोड़ों के सेक्स समस्या उपचार चेन्नई,
chennai mein sex therapy chikitsak, velacheri mein sex therepist, chennai mein sex therape manovaigyaanik, chennai mein manovaigyaanik, velaichere manovaigyaanik, jodon ke lie sex visheshagy, jodon ke seks samasya upachaar chennai,
–==–
What is chlamydia?
Chlamydia is a common STD that can infect both men and women. It can cause serious, permanent damage to a woman’s reproductive system, making it difficult or impossible for her to get pregnant later on.
Chlamydia is a common sexually transmitted disease (STD) that can be easily cured.
If left untreated, chlamydia can make it difficult for a woman to get pregnant
How is chlamydia spread?
How can I reduce my risk of getting chlamydia?
If you are sexually active, you can do the following things to lower your chances of getting chlamydia:
Am I at risk for chlamydia?
How do I know if I have chlamydia?
Most people who have chlamydia have no symptoms. If you do have symptoms, they may not appear until several weeks after you have sex with an infected partner. Even when chlamydia causes no symptoms, it can damage your reproductive system.
Women with symptoms may notice
Symptoms in men can include
Men and women can also get infected with chlamydia in their rectum, either by having receptive anal sex, or by spread from another infected site (such as the vagina).
While these infections often cause no symptoms, they can cause
You should be examined by doctor if you notice any of these symptoms or if your partner has an STD or symptoms of an STD, such as an unusual sore, a smelly discharge, burning when urinating, or bleeding between periods.
Lab test for chlamydia
Can chlamydia be cured?
I was treated for chlamydia. When can I have sex again?
What happens if I don’t get treated?
Untreated chlamydia may also increase your chances of getting or giving HIV – the virus that causes AIDS.
Homeopathy treatment for Chlamydia
Symptomatic Homeopathy medicines helps for Chlamydia
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 30 – 99xxxxxxx0 – white discharge, yeast infection,TV, itching in vagina, watery discharge from vagina, – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS
Sex problem treatment clinic velacheri, sex doctor velacheri, sex clinic Chennai, sex clinic in tamil nadu, sex diseases treatment in Chennai, sax prabalam, sx problem, ssx problem, pal vinai noi, palvinainoi, penies problem, பால்வினை நோய் சிகிச்சை, செக்ஸ் டாக்டர் வேளச்சேரி, செக்ஸ் கிளினிக் வேளச்சேரி,
.
Sexually transmitted infections (STIs) are passed from one person to another through unprotected sex or genital contact.
You can be tested for STIs Clinical Lab after consulting the doctor.
Chlamydia
Chlamydia is the most common STI and is easily passed on during sex. Most people don’t experience any symptoms, so they are unaware they’re infected.
In women, chlamydia can cause pain or a burning sensation when urinating, a vaginal discharge, pain in the lower abdomen during or after sex, and bleeding during or after sex or between periods. It can also cause heavy periods.
In men, chlamydia can cause pain or a burning sensation when urinating, a white, cloudy or watery discharge from the tip of the penis, and pain or tenderness in the testicles.
It’s also possible to have a chlamydia infection in your rectum (bottom), throat or eyes.
Diagnosing chlamydia is done with a urine test or by taking a swab of the affected area.
Chlamydia Treatment
The infection is easily treated with symptomatic medicines, but can lead to serious long-term health problems if left untreated, including infertility.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 30 – 99xxxxxxx0 – Sex Diseases Treatment – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS
Ankylosing spondylitis –ஆங்கைலோசிங் ஸ்பாண்டிலட்டிஸ் – முதுகு தண்டுவட பிரச்சனை
Ankylosing spondylitis is a long-term type of arthritis. It most commonly affects the bones and joints at the base of the spine where it connects with the pelvis.
These joints become swollen and inflamed. Over time, the affected spinal bones join together.
Alternative Names
Spondylitis; Spondyloarthropathy – முதுகு தண்டு எலும்பு இறுக்கம் தேய்மானம்,
Causes – காரணங்கள்
The cause of ankylosing spondylitis is unknown. Genes seem to play a role.
The disease most often begins between ages 20 and 40, but it may begin before age 10. It affects more males than females.
Symptoms – அறிகுறிகள்
The disease starts with low back pain that comes and goes. Low back pain is present most of the time as the condition progresses.
Fatigue is also a common symptom.
Less common symptoms include:
Exams and Tests – பரிசோதணை
Tests may include:
Homeopathy Treatment – ஆங்கைலோசிங் ஸ்பாண்டிலைட்டிஸ் ஓமியோபதி சிகிச்சை
Symptomatic Constitutional Homeopathy medicines helps for ankylosing spondylitis,.
Exercises can help improve posture and breathing. Lying flat on your back at night can help you keep a normal posture.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – pain in neck, pain in lower back, back pain, முதுகு தண்டு வலி, கழுத்து எலும்பு வலி, – 21st Oct, Sunday – Chennai), You will receive Appointment details through SMS.
முதுகு வலி ஓமியோபதி சிகிச்சை சென்னை, முதுகு தண்டு வீக்கம் ஓமியோபதி சிகிச்சை, ஸ்பைனல் கார்ட் பிராப்ளம் சிகிச்சை சென்னை, கழுத்து வலி ஓமியோபதி சிகிச்சை, டிஸ்க் பிராப்ளம், டிஸ்க் பல்ஜிங் பிராப்ளம், முதுகு தண்டு இறுக்கம் வலி, செர்விகல் ஸ்பாண்டிலைட்டிஸ் ஹோமியோபதி சிகிச்சை, லம்பார் ஸ்பாண்டிலைட்டிஸ் ஓமியோபதி சிகிச்சை சென்னை, இடுப்பு வலி ஓமியோபதி சிகிச்சை சென்னை, வேளச்சேரி, spinal card problem treatment in Chennai, disk bulging problem treatment in Chennai, spoidylitis homeopathy treatment Chennai, neck pain homeopathy treatment in Chennai, back pain homeopathy treatment Chennai, cervical pain homeo treatment Chennai, thoracic pain homoeopathy treatment Chennai, Lumbar pain homoeopathy treatment Chennai, Chennai spinal card homeopathy treatment specialist, disk prolapsed homeopathy treatment Chennai, pain in lower back homeopathy treatment Chennai,
चेन्नई में स्पाइनल कार्ड समस्या उपचार, चेन्नई में डिस्क उभड़ा हुआ समस्या उपचार, चेन्नई में स्पाइन्डिलाईटिस होम्योपैथी उपचार चेन्नई, गर्दन का दर्द होम्योपैथी उपचार, पीठ दर्द होम्योपैथी उपचार चेन्नई, गर्भाशय ग्रीवा के दर्द होमियो उपचार चेन्नई, छाती दर्द होम्योपैथी उपचार चेन्नई, लंबर दर्द होम्योपैथी उपचार चेन्नई, चेन्नई स्पाइनल कार्ड होम्योपैथी उपचार विशेषज्ञ, डिस्प्ले प्रमोशन होम्योपैथी उपचार चेन्नई, पीठ के निचले हिस्से में होम्योपैथी उपचार में दर्द चेन्नई,
chennai mein spainal kaard samasya upachaar, chennai mein disk ubhada hua samasya upachaar, chennai mein spaindilaeetis homyopaithee upachaar chennai, gardan ka dard homyopaithee upachaar, peeth dard homyopaithee upachaar chennai, garbhaashay greeva ke dard homiyo upachaar chennai, chhaatee dard homyopaithee upachaar chennai, lambar dard homyopaithee upachaar chennai, chennai spainal kaard homyopaithee upachaar visheshagy, disple pramoshan homyopaithee upachaar chennee, peeth ke nichale hisse mein homyopaithee upachaar mein dard chennee
Chennai Marriage Problems Counselling
In this fast growing modern world the sad thing is that the success rate of every marriage is very small, many marriages ends in divorce rather than a happy life. There are many reasons for this failure in marriage, here in this article we are not going to see why a marriage fails, but the steps to prevent a marriage from divorce.
The first step to save a marriage is to understand you fully, and try not to be yours. This may seem weird as you read but thinking of the past since you are yourself the marriage has now come to an end if not divorce. Now it’s time for you to rethink the strategy of your life, this does not mean that you should neglect yourself or try to stay away from society. Learn to control what you do or say. When some heated conversation starts just control you, stay calm, and respond in a cool and collective way. If you do not control your anger, betrayal, confusion or hurt you will lose everything to your spouse and obviously regret is the only thing you will have.
Leave your spouse alone, don’t pester or irritate him/her out of anger or rage. Try to pull yourself up together and start a normal regular life. Have healthy food on time to keep your thoughts sharp and sensible. Give space for the spouse to take up a decision or to understand the gravity of the situation. Don’t bother your spouse and don’t rush it constantly by being in their ear, this will aggravate the situation and make they leave you.
The important and final step is to find a plan and work it to the fullest, but obviously you don’t really have a plan. This is not something we learn in school or college but out of experience only you can find the plan. Try to understand your spouse what they like and importantly what they don’t like. If you stop doing the things your spouse don’t like its more than a better option to start rebuilding the relationship. Just be relaxed and understanding for any relationship to work out!
Whom to contact for Counseling & Treatment
Dr. Senthil Kumar is well experienced Psychologist who treats many cases of family issues with successful outcomes. Many of the clients get relief after attending psychological counseling with him. Dr. Senthil Kumar visits Vivekanantha Homeopathy Clinic & Psychological Counseling Center, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – Personal Counseling, Post marriage counselling, Family counselling, couple counselling, Relationship Counseling, – 21st Oct, Sunday – Chennai), You will receive Appointment details through SMS
Post marriage psychologist in Chennai, family counselling in Chennai, velacheri psychologist, Chennai psychologist, after marriage psychology counselling Chennai, before marriage counselling in Chennai, couple counselling clinic Chennai, family counselling clinic in Chennai, family problem counselling in Chennai, husband and wife problems counselling in Chennai, spouse counselling in Chennai, personal counselling in Chennai, counselling in tamil, tamil speaking psychologist in Chennai, family counselling in tamil, tamil speaking counsellor in Chennai, குடும்ப பிரச்சனை கவுன்சிலிங், திருமனத்திற்கு பிந்தைய கவுன்சிலிங், குடும்ப தகராறு கவுன்சிலிங், கணவன் மனைவி பிரச்சனை கவுன்சிலிங், சென்னை சைக்காலஜி கவுன்சிலிங் கிளினிக், பெஸ்ட் சைக்காலஜிஸ்ட் சென்னை, சிறந்த உளவியல் மருத்துவர் சென்னை, சென்னை சிறந்த மனநல ஆலோசகர், தமிழ் சைக்காலஜிஸ்ட் சென்னை, கவுன்சிலிங் தமிழில்,
சென்னை குடும்ப உளவியல் ஆலோசகர், சென்னை குடும்ப ஆலோசனை, சென்னை குடும்ப ஆலோசகர், சென்னை உளவியலாளர், சென்னை திருமண ஆலோசனை, ஜோடி ஆலோசனை சென்னை, சென்னை குடும்ப நல ஆலோசனை மையம், கணவன் மற்றும் மனைவி பிரச்சினைகள், குடும்ப பிரச்சனை ஆலோசனை சென்னை, சென்னை தனிப்பட்ட ஆலோசனை, தமிழ் ஆலோசனை, தமிழ் பேசும் உளவியலாளர், தமிழில் குடும்ப ஆலோசனை, சென்னை தமிழ் பேசும் ஆலோசகர்,
Cheṉṉai kuṭumpa uḷaviyal alosakar, Cheṉṉai kuṭumpa alosaṉai, Cheṉṉai uḷaviyalāḷar, , ceṉṉai kuṭumpa nala alosaṉai maiyam, , kaṇavaṉ maṉaivi piracciṉaikaḷ, kuṭumpa piraccaṉai alosaṉai tamiḻ ālōcaṉai, tamiḻ pēcum uḷaviyalāḷar, tamiḻil kuṭumpa alosaṉai, Cheṉṉai tamiḻ pesum counsellor,
Anal sex
Anal sex is any type of sexual activity that involves the anal area – bottom. This includes:
What are the main risks of anal sex?
Penetrative anal sex has a higher risk of spreading STIs than many other types of sexual activity. This is because the lining of the anus is thin and can easily be damaged, which makes it more vulnerable to infection.
STIs that can be passed on through anal sex include:
Some infections caused by bacteria or viruses can be passed on through oral–anal sex, such as hepatitis A or E. coli.
It’s also possible to pass on an STI by inserting a finger into someone’s anus.
How can I make anal sex safer?
Anal Sex Dos & Don’ts
While certainly not as taboo as it has been in the past, anal sex is still a little outside the norm in the average bedroom. Strictly speaking, the anus was not designed for penetration, but when done right, but play can feel pretty amazing. If you’re planning on putting anal on the sexual menu with your girlfriend, there are a few dos and don’ts to keep in mind so that both of you enjoy it.
Don’t do it if she’s pregnant
Anal sex is best avoided during pregnancy. The first reason to skip anal while she’s with child is that haemorrhoids are a common side effect of pregnancy and could make anal sex very painful. Secondly, you don’t want to risk an infection in her vagina if you happen to transfer bacteria from her anus to her vagina. The most important reason to not suggest having anal sex while she’s experiencing the joys of pregnancy is that it will not score you any daddy points. Tell her you think pregnant women are sexy and do it the old-fashioned way.
For more details & Consultation feel free to contact us.
Chennai: – 9786901830
Pondicherry: – 9865212055
Panruti: – 9443054168
Mail: consult.ur.dr@gmail.com, homoeokumar@gmail.com
Anus sex diseases treatment in Chennai, back side sex problems treatment in Chennai, sex in women back problems, buttock sex problem, back hole sex problems, bottom sex problems, male to male sex problem treatment in Chennai, குதவழி செக்ஸ், ஆசன வாய் செக்ஸ் பிரச்சனை, பின் புறம் செக்ஸ் பிரச்சனை,
चेन्नई में अनुसूचित यौन रोगों का इलाज, चेन्नई में पीठ के साथ सेक्स की समस्याओं का इलाज, महिलाओं की पीठ की समस्याओं में सेक्स, नितंब सेक्स की समस्या, बैक्वेयर सेक्स की समस्याएं, नीचे सेक्स की समस्याएं, चेन्नई में पुरुष सेक्स की समस्या के इलाज के लिए पुरुष.
chennai mein anusoochit yaun rogon ka ilaaj, chennai mein peeth ke saath sex kee samasyaon ka ilaaj, mahilaon kee peeth kee samasyaon mein seks, nitamb sexs kee samasya, baikveyar sexs kee samasyaen, neeche sexs kee samasyaen, chennai mein purush seks kee samasya ke ilaaj ke lie purush
Blood in the semen
Blood in the semen is called hematospermia. It may be in amounts too small to be seen except with a microscope, or it may be visible in the ejaculation fluid.
Semen – bloody; Blood in ejaculation
Most of the time, blood in the semen is caused by
or seminal vesicles. The problem may occur after a.
Blood in the semen may also be caused by:
Often, the cause of the problem cannot be found.
Depending on the cause, other symptoms that may occur include:
Homeopathy treatment for Blood in Semen
Symptomatic constitutional Homeopathy medicines works well for Blood in semen,
Whom to contact for Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of Semen Sperm problems with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – Blood in sperm, blood in urine, – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
Blood in penis after sex, bleeding after intercourse, bleeding after sex, blood comes in penis, blood in sperm treatment, blood in semen treatment, vinthu iratham treatment, plood in penes, semen bleeding, sperm blood, உடலுரவிற்கு பின் ரத்தம் வருதல், செக்சிற்கு பின் ரத்தம் வருதல், விந்தில் ரத்தம் வருதல், பிலீடிங் செக்ஸ்,
सेक्स के बाद लिंग में लिंग, संभोग के बाद खून बह रहा, सेक्स के बाद खून बह रहा, लिंग का खून, शुक्राणु उपचार में रक्त, वीर्य उपचार में रक्त, विंथु इरेथम उपचार, पंस में छुटकारा, वीर्य खून बह रहा, शुक्राणु रक्त,
seks ke blood ling mein ling, sambhog ke blad khoon bah raha, seks ke blaad khoon bah raha, ling ka khoon, shukraanu upachaar mein rakt, veery upachaar mein rakt, vinthu iretham upachaar, pans mein chhutakaara, veery khoon bah raha, shukraanu rakt,
Vitiligo விட்டிலிகோ, லூகோடெர்மா is a pigmentation disorder in which melanocytes (the cells that make pigment) in the skin are destroyed. As a result, white patches appear on the skin in different parts of the body. Similar patches also appear on both the mucous membranes (tissues that line the inside of the mouth and nose), and the retina (inner layer of the eyeball). The hair that grows on areas affected by Vitiligo sometimes turns white.
The cause of Vitiligo is not known, but doctors and researchers have several different theories. There is strong evidence that people with Vitiligo inherit a group of three genes that make them susceptible to depigmentation. The most widely accepted view is that the depigmentation occurs because Vitiligo is an autoimmune disease — a disease in which a person’s immune system reacts against the body’s own organs or tissues. As such, people’s bodies produce proteins called cytokines that alter their pigment-producing cells and cause these cells to die. Another theory is that melanocytes destroy themselves. Finally, some people have reported that a single event such as sunburn or emotional distress triggered Vitiligo; however, these events have not been scientifically proven as causes of Vitiligo.
Who is affected by Vitiligo?
Half the people who have Vitiligo develop it before age 20; the disorder affects both sexes and all races equally; however, it is more noticeable in people with dark skin.
Vitiligo seems to be somewhat more common in people with certain autoimmune diseases. These autoimmune diseases include hyperthyroidism (an overactive thyroid gland), adrenocortical insufficiency (the adrenal gland does not produce enough of the hormone called corticosteroid), alopecia areata (patches of baldness), and pernicious anaemia (a low level of red blood cells caused by the failure of the body to absorb vitamin B12). Scientists do not know the reason for the association between Vitiligo and these autoimmune diseases. However, most people with Vitiligo have no other autoimmune disease.
Vitiligo may also be hereditary; that is, it can run in families. Children whose parents have the disorder are more likely to develop Vitiligo. In fact, 30 percent of people with Vitiligo have a family member with the disease. However, only 5 to 7 percent of children will get Vitiligo even if a parent has it, and most people with Vitiligo do not have a family history of the disorder.
Vitiligo Symptoms – விட்டிலிகோ அறிகுறிகள்
People who develop Vitiligo usually first notice white patches (depigmentation) on their skin. These patches are more commonly found on sun-exposed areas of the body, including the hands, feet, arms, face, and lips. Other common areas for white patches to appear are the armpits and groin, and around the mouth, eyes, nostrils, navel, genitals, and rectum.
Vitiligo generally appears in one of three patterns:
2. Segmental pattern — depigmented patches develop on only one side of the body – வெண்புள்ளிகள் உடலின் ஒரு பக்கத்தில் மட்டுமே தோன்றும்.
3. Generalized pattern — the most common pattern. Depigmentation occurs symmetrically on both sides of the body. வெண்புள்ளிகள் உடலின் இருபுறமும் தோன்றும்,
In addition to white patches on the skin, people with Vitiligo may have premature greying of the scalp hair, eyelashes, eyebrows, and beard. People with dark skin may notice a loss of colour inside their mouths.
Will the depigmented patches spread?
Focal pattern Vitiligo and segmental Vitiligo remain localized to one part of the body and do not spread. There is no way to predict if generalized Vitiligo will spread. For some people, the depigmented patches do not spread. The disorder is usually progressive, however, and over time the white patches will spread to other areas of the body. For some people, Vitiligo spreads slowly, over many years. For other people, spreading occurs rapidly. Some people have reported additional depigmentation following periods of physical or emotional stress.
The main goal of treating Vitiligo is to improve appearance. Therapy for Vitiligo takes a long time-it usually must be continued for minimum 12 to 18 months. The choice of therapy depends on the number of white patches; their location, sizes, and how widespread they are; and what you prefer in terms of treatment. Each patient responds differently to therapy, Homeopathy medicines works well without any side effect.
Whom to contact for Vitiligo, Leucoderma Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of VItiligo, White patches in Skin with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 30 – 99xxxxxxx0 – Vitiligo, Leucoderma, வெண் புள்ளிகள், வெண் தோல், லூக்கோடெர்மா, விட்டிலிகோ, வெண் குஷ்டம், – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS
ven kustam, ven pulligal, vetelego treatment, licoterma treatment, leucoderma homeopathy treatment in chennai, white patches in skin treatment chennai, pigmentation problem treatment in chennai, pigmentation disorder treatment in velacheri, hypopigmentation problem homeopathy treatment, best skin doctor in chennai, best homeopathy skin clinic in chennai, homeo skin specialty clinic chennai, வென்குஷ்டம் சிகிச்சை, பிக்மெண்டேசன் பிராப்லம் சிகிச்சை, லுகொடெர்மா சிகிச்சை, ஹோமியோபதி தோல் மருத்துவர் சென்னை, ஓமியோபதி ஸ்கின் கிளினிக் சென்னை, வேலச்சேரி தோல் மருத்துவர்,
चेन्नई में वेटेलीगो उपचार, लाइकोटर्मा उपचार, लेकोडर्मा होम्योपैथी उपचार, त्वचा उपचार में चेन्नई में सफेद पैच, चेन्नई में पीगुमेन्टेशन समस्या उपचार, वेलैकी में रंजकता विकार उपचार, hypopigmentation समस्या होम्योपैथी उपचार, चेन्नई में सर्वश्रेष्ठ त्वचा चिकित्सक, चेन्नई में सबसे अच्छा होम्योपैथी त्वचा क्लिनिक, होमयो त्वचा विशेषज्ञ क्लिनिक चेन्नई
chennai mein veteleego upachaar, laikotarma upachaar, lekodarma homyopaithee upachaar, tvacha upachaar mein chennai mein saphed paich, chennai mein peegumenteshan samasya upachaar, velaicheri mein ranjakata vikaar upachaar, hypopigmaintation samasya homyopaithee upachaar, chennai mein sarvashreshth tvacha chikitsak, chennai mein sabase achchha homyopaithee tvacha klinik, homayo tvacha visheshagy klinik chennai
vitiligo detalis in tamil
Allergic Rhinitis
Allergic rhinitis is an inflammation of the nasal passages, usually associated with watery nasal discharge and itching of the nose and eyes.
Allergic rhinitis affects about 20 percent of the population and ranks as one of the most common illnesses in the world. The symptoms occur in the nose and eyes and usually occur after exposure to dust, dander’s, or certain seasonal pollens in people that are allergic to these substances.
Patients can be severely restricted in their daily activities, resulting in excessive time away from school or work.
Causes of Allergic Rhinitis
Symptoms of Allergic Rhinitis
Symptoms can also include
A chronic cough may be secondary to postnasal drip, but should not be mistaken for asthma. Sinus headaches and ear plugging are also common
Homeopathy Treatment of Allergic Rhinitis
The goal of treatment is to reduce the allergy symptoms. Avoidance of the allergen or minimization of contact with it is the best treatment, but relief may be found with the Homeopathic medications.
Symptomatic Constitutional Homoeopathic medicines works well for Allergic Rhinitis.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – Allergic Rhinitis, Running Nose, Nose Blok, Dust allergy, – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
dust allergy homeopathy treatment, allergic rhinitis homeopathy treatment, nose block homeo treatment, running nose homoeopathy treatment, stuffy nose homoeopathy treatment, nasal discharge treatment, recurrent cold treatment in velacheri, Low immunity treatment in chennai, immunity treatment in chennai, low immune power children treatment in velacheri, best homeopathy clinic in velacheri, best homeo doctor in velacheri, top 10 homeopathy clinic in chennai, top ten homeo doctors in chennai, top ten homeopathy clinic in india, top 10 homeopathy doctors in india, ரன்னிங் நோஸ் டிரீட்மெண்ட், மூக்கடைப்பு சிகிச்சை, தூசி அலர்ஜி சிகிச்சை, டஸ்ட் அலர்ஜி டிரீட்மெண்ட், அடிக்கடி சளி பிடித்தல் சிகிச்சை, நோய் எதிர்ப்பு தன்மை குறைபாடு சிகிச்சை, நோய் எதிர்ப்புதன்மையை அதிகரிக்க, ஒவ்வாமை சிகிச்சை,
धूल एलर्जी होम्योपैथी उपचार, एलर्जी रिनिटिस होम्योपैथी उपचार, नाक ब्लॉक होमियो उपचार, चल नाक होम्योपैथी उपचार, भद्दा नाक होम्योपैथी उपचार, नाक का निर्वहन उपचार, वेलकम में आवर्ती ठंड उपचार, चेन्नई में कम प्रतिरक्षा उपचार, चेन्नई में उन्मुक्ति उपचार, कम प्रतिरक्षा पावर बच्चों वेलचेरी में इलाज, वेलफेरी में सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी क्लिनिक, वेलहेरी में सर्वश्रेष्ठ होमियो डाक्टर, चेन्नई में शीर्ष 10 होम्योपैथी क्लिनिक, चेन्नई में शीर्ष दस होमियो डॉक्टर, भारत में शीर्ष दस होम्योपैथी क्लिनिक, भारत में शीर्ष 10 होमियोपैथी डॉक्टर,
dhool elarjee homyopaithee upachaar, elarjee rinitis homyopaithee upachaar, naak blok homiyo upachaar, chal naak homyopaithee upachaar, bhadda naak homyopaithee upachaar, naak ka nirvahan upachaar, velakam mein aavartee thand upachaar, chennee mein kam pratiraksha upachaar, chennee mein unmukti upachaar, kam pratiraksha paavar bachchon velacheree mein ilaaj, velapheree mein sarvashreshth homyopaithee klinik, velaheree mein sarvashreshth homiyo daaktar, chennee mein sheersh 10 homyopaithee klinik, chennee mein sheersh das homiyo doktar, bhaarat mein sheersh das homyopaithee klinik, bhaarat mein sheersh 10 homiyopaithee doktar,
അലർജിക് റിനീറ്റിസ് ഹോമിയോപ്പതി ചികിത്സ, മൂസ ബ്ലോക്ക് ഹോമിയോ ചികിത്സ, മൂക്ക് ഹോമിയോ ചികിത്സ, ഓക്സിജൻ ഡിസ്ചാർജ് ട്രീറ്റ്മെന്റ്, നസൽ ഡിസ്ചാർജ് ട്രീറ്റ്മെന്റ്, റീജന്റ് കോൾഡ് ട്രീറ്റ്മെന്റ്, വെനച്ചേരിയിലെ താഴ്ന്ന പ്രതിരോധ ചികിത്സ, ചെന്നൈയിലെ രോഗപ്രതിരോധം, കുറഞ്ഞ പ്രതിരോധശേഷി ഉള്ള കുട്ടികൾ വെളച്ചേരിയിലെ മികച്ച ഹോമിയോപ്പതി ക്ലിനിക്, വെളച്ചേരിയിലെ മികച്ച ഹോം ഡോക്ടർ, ചെന്നൈയിലെ ടോപ്പ് 10 ഹോമിയോപ്പതി ക്ലിനിക്കുകൾ, ചെന്നൈയിലെ ടോപ്പ് ഹോമിയോ ഡോക്ടർമാർ, പത്ത് ഹോമിയോപ്പതി ക്ലിനിക്കുകൾ, ഇൻഡ്യയിലെ ടോപ്പ് 10 ഹോമിയോപ്പതി ഡോക്ടർമാർ,
AIDS
AIDS stands for: Acquired Immune Deficiency Syndrome
AIDS is a medical condition. A person is diagnosed with AIDS when their immune system is too weak to fight off infections.
AIDS is caused by HIV.
HIV is a virus that gradually attacks immune system cells. As HIV progressively damages these cells, the body becomes more vulnerable to infections, which it will have difficulty in fighting off. It is at the point of very advanced HIV infection that a person is said to have AIDS. If left untreated, it can take around ten years before HIV has damaged the immune system enough for AIDS to develop.
The virus can be spread (transmitted):
HIV infection is NOT spread by:
People at highest risk for getting HIV include:
AIDS begins with HIV infection. People who are infected with HIV may have no symptoms for 10 years or longer, but they can still transmit the infection to others during this symptom-free period. If the infection is not detected and treated, the immune system gradually weakens and AIDS develops.
Almost all people infected with HIV, if they are not treated, will develop AIDS. There is a small group of patients who develop AIDS very slowly, or never at all. These patients are called non progressors, and many seem to have a genetic difference that prevents the virus from significantly damaging their immune system.
The symptoms of AIDS are mainly the result of infections that do not normally develop in people with a healthy immune system. These are called opportunistic infections.
People with AIDS have had their immune system damaged by HIV and are very susceptible to these opportunistic infections.
Common symptoms are:
Note: At first, infection with HIV may produce no symptoms. Some people, however, do experience flu-like symptoms with fever, rash, sore throat, and swollen lymph nodes, usually 2 – 4 weeks after contracting the virus. Some people with HIV infection stay symptom-free for years between the times when they are exposed to the virus and when they develop AIDS.
Signs
CD4 cells are a type of T cell. T cells are cells of the immune system. They are also called “helper cells.”
The following illnesses are
Common with a CD4 count below 350 cells/mm3:
Common with CD4 count below 200 cells/mm3:
Common with CD4 count below 100 cells/mm3:
Common with CD4 count below 50/mm3:
There is no cure for AIDS at this time. However, a variety of treatments are available that can help keep symptoms at bay and improve the quality of life for those who have already developed symptoms.
Symptomatic Homeopathy medicines may helps to relief the symptoms and helps to improve the immune system. Even no cure in Homeopathy itself, but Homeopathy medicines works without any side effect
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – எய்ட்ஸ், ஹெச் ஐ வி, HIV, AIDS – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
Sex disease specialist in Chennai, AIDS treatment specialist Chennai, HIV specialist clinic in Chennai, STD treatment clinic in velacheri, sex problem treatment specialist velacheri, velacheri sex clinic, velachery sex doctor, female problem clinic Chennai, women problem clinic velacheri, girl problem clinic velacheri, family problem clinic Chennai, gonorrhoea clinic Chennai, VD clinic Chennai, penis clinic Chennai, male problem clinic velacheri, men problem clinic Chennai,
चेन्नई में सेक्स रोग विशेषज्ञ, एड्स उपचार विशेषज्ञ चेन्नई, चेन्नई में एचआईवी विशेषज्ञ क्लिनिक, वेलफेरी में एसटीडी उपचार क्लिनिक, सेक्स की समस्या उपचार विशेषज्ञ वेलहेरी, वेलफेरी सेक्स क्लिनिक, वेल्हेरी सेक्स डॉक्टर, महिला समस्या क्लीनिक चेन्नई, महिला समस्या क्लीनिक वेलची, लड़की समस्या क्लिनिक वेलची, परिवार समस्या क्लिनिक चेन्नई, गोनोरिया क्लिनिक चेन्नई, वी डी क्लिनिक चेन्नई, लिंग क्लिनिक चेन्नई, पुरुष समस्या क्लिनिक वेलैची, पुरुष समस्या क्लिनिक चेन्नई,
chennai mein seks rog visheshagy, eds upachaar visheshagy chennai, chennai mein echaeevee visheshagy klinik, velapheree mein esateedee upachaar klinik, seks kee samasya upachaar visheshagy velaheri, velapheree seks klinik, velacheri seks doktar, mahila samasya kleenik chennai, mahila samasya kleenik velachery, ladakee samasya klinik velachery, parivaar samasya klinik chennai, gonoriya klinik chennai, v d klinik chennai, ling klinik chennai, purush samasya klinik velaicheery, purush samasya klinik chennai,
சென்னை எய்ட்ஸ் சிகிச்சை, எச்.ஐ.வி ஸ்பெஷல் கிளினிக், வெலச்சேரி எச்.ஐ.வி ஸ்பெஷல் கிளினிக், பாலியல் பிரச்சனை சிகிச்சை நிபுணர் வெலச்சேரி, வெலச்சேரி செக்ஸ் மருத்துவமனை, வெலசேரி செக்ஸ் டாக்டர், பெண் பிரச்சனை கிளினிக் சென்னை, பெண்கள் பிரச்சனை மருத்துவமனை வெலச்சேரி, பெண் பிரச்சனை மருத்துவமனை சென்னை, கோனாரீயா மருத்துவமனையின் சென்னை, வி.டி. கிளினிக் சென்னை, ஆண்குறி மருத்துவமனை சென்னை, ஆண்கள் பிரச்சனை மருத்துவமனை வெலச்சேரி, ஆண்கள் பிரச்சனை மருத்துவமனை சென்னை,
Abdominal pain
Abdominal pain is pain that you feel anywhere between your chest and groin. This is often referred to as the stomach region or belly.
Stomach pain; Pain – abdomen; Belly ache; Abdominal cramps; Bellyache; Stomachache
Considerations
Almost everyone has pain in the abdomen at one time or another. Most of the time, it is not caused by a serious medical problem.
How bad your pain is does not always reflect the seriousness of the condition causing the pain.
For example, you might feel severe abdominal pain if you have gas or stomach cramps due to a viral gastroenteritis.
Sometimes, life-threatening conditions such as colon cancer or early appendicitis may only cause mild pain or no pain.
Other ways of describing pain in your abdomen include:
Common Causes
Many different conditions can cause abdominal pain. The key is to know when you need to get immediate medical care. Sometimes you may only need to call a doctor if your symptoms continue.
Less serious causes of abdominal pain include:
Other possible causes include:
Sometimes, abdominal pain may occur due to a problem somewhere else in your body, such as your chest or pelvic area.
For example, you may have abdominal pain if you have:
Home Care
If you have mild abdominal pain, the following tips might be helpful:
Prevention
The following steps may help prevent some types of abdominal pain:
Symptomatic Homeopathy medicines helps for abdominal pain, So its good to consult a experienced Homeopathy physician without any hesitation.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – pain in abdomen, pain in stomach, – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
vayiru vali treatment, stomach pain treatment in chennai, abdomen pain treatment in chennai, gas problem treatment in chennai, gas problem specialist doctor in chennai, gas problem doctor chennai, gas problem clinic in chennai, vayu pidipu treatment, stomach ulcer treatment velacheri, kudal pun treatment, heart burn treatment in chennai, heart burn treatment doctor in chennai, வயிரு வலி சிகிச்சை, கேஸ் பிராப்ளம் சிகிச்சை சென்னை, வாயு தொந்தரவு சிகிச்சை சென்னை, வயிரு புண் சிகிச்சை, குடல் புண் சிகிச்சை வேளச்சேரி, நெஞ்செரிச்சல் சிகிச்சை, வயிரு எரிச்சல் சிகிச்சை, வயிறு புண் எரிச்சல் சிகிச்சை, மலச்சிக்கல் சிகிச்சை,
चेन्नई में पेट में दर्द उपचार, चेन्नई में पेट दर्द उपचार, चेन्नई में गैस समस्या उपचार, चेन्नई में गैस समस्या विशेषज्ञ डॉक्टर, गैस समस्या चिकित्सक चेन्नई, चेन्नई में गैस समस्या क्लीनिक, पेट में अल्सर उपचार वेलैची, चेन्नई में दिल का जलन, दिल जला चेन्नई में इलाज चिकित्सक,
chennee mein pet mein dard upachaar, chennee mein pet dard upachaar, chennee mein gais samasya upachaar, chennee mein gais samasya visheshagy doktar, gais samasya chikitsak chennee, chennee mein gais samasya kleenik, pet mein alsar upachaar velaichee, chennee mein dil ka jalan, dil jala chennee mein ilaaj chikitsak,
Case Propalam Treatment Chennai, Gas Troubled Treatment Chennai, Ulcers Treatment Velachery, Heartburn, Stomach Irritation, Stomach Soreness Treatment, Constipation Treatment,
Does your child have trouble paying attention?
Does he or she talk non-stop or have trouble staying still?
Does your child have a hard time controlling his or her behaviour?
For some children, these may be symptoms of attention deficit/hyperactivity disorder, or ADHD.
ADHD is a common childhood disorder, and it may affect children differently. It makes it hard for a child to focus and pay attention. Some kids may be hyperactive or have trouble being patient. ADHD can make it hard for a child to do well in school or behave at home.
Children of all backgrounds can have ADHD. Teens and adults can have ADHD too.
Some people think refined sugar causes ADHD. But most research does not support the idea that sugar causes ADHD.
ADHD has many symptoms. Some symptoms at first may look like normal behaviours for a child, but ADHD makes them much worse and occur more often. Children with ADHD have at least six symptoms that start in the first five or six years of their lives.
Children with ADHD may:
Your child’s doctor may make a diagnosis. Or sometimes the doctor may refer you to a mental health specialist who is more experienced with ADHD to make a diagnosis. There is no single test that can tell if your child has ADHD.
Sometimes it can be hard to diagnose a child with ADHD because symptoms may look like other problems. For example, a child may seem quiet and well-behaved, but in fact he or she is having a hard time paying attention and is often distracted. Or, a child may act badly in school, but teachers don’t realize that the child has ADHD.
If your child is having trouble at school or at home and has been for a long time, ask his or her doctor about ADHD.
Children with ADHD can get better with treatment, There are three basic types of treatment:
Being a teenager isn’t always easy. Teens with ADHD can have a tough time. School may be a struggle, and some teens take too many risks or break rules. But like children with ADHD, teens can get better with treatment.
Support your teen. Set clear rules for him or her to follow. Try not to punish your teen every time he or she breaks the rules. Let your teen know you can help.
Many adults have ADHD and don’t know they have it. Like ADHD in children and teens, ADHD in adults can make life challenging.
Homeo treatment for ADHD
Homeopathy medicines works well in child and adult ADHD along with other therapies.
Whom to contact for ADHD Counseling & Treatment
Dr. Senthil Kumar is well experienced Homeopath & Psychologist who treats many cases such problems like ADHD with successful outcomes. Many of the clients get relief after Taking treatment & attending psychological counseling with him. Dr. Senthil Kumar visits Vivekanantha Homeopathy Clinic & Psychological Counseling Center, Velachery, Chennai. To fix an appointment, please call or mail us:
Vivekanantha Homeopathy Clinic & Psychological Counseling Center, at
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – ADHD – 21st Oct, Sunday – Chennai), You will receive Appointment details through SMS
adhd details in tamil, adhd treatment details in tamil, adhd treatment specialist clinic in tamil nadu, adhd specialist doctor in chennai, adhd homeopathy specialist doctor in velacheri, adhd homeo treatment in velacheri, hyper active child counseling in chennai, hyper activity children treatment and counseling in velacheri, very hyper active child counseling in velacheri, too much hyperactive child treatment in chennai, adhd விளக்கம் தமிழில், எ டி ஹச் டி சிகிச்சை தமிழில், அதி சுட்டிக்குழந்தை சிகிச்சை, மிகை சுட்டி குழந்தை சிகிச்சை கவுன்சிலிங் சென்னை வேளச்சேரி,
ADD-ADHD
Attention Deficit Disorder (ADD) and Attention Deficit Hyperactivity Disorder (ADHD) affect both children and adults.
Solutions
Psychological Counselling for parents and Homeopathy treatment for ADHD child and adult helps
Dr. Senthil Kumar is well experienced Psychologist who treats many cases of ADHD with successful outcomes. Many of the clients get relief after attending psychological counseling with him. Dr. Senthil Kumar visits Vivekanantha Homeopathy Clinic & Psychological Counseling Center, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – ADHD, ADD, – 21st Oct, Sunday – Chennai), You will receive Appointment details through SMS.
What is ADHD?
Attention deficit hyperactivity disorder (ADHD) and attention deficit disorder (ADD) refers to a range of problem behaviours associated with poor attention span.
These may include impulsiveness, restlessness and hyperactivity, as well as inattentiveness, and often prevent children from learning and socialising well. ADHD is sometimes referred to as hyperkinetic disorder.
What are the symptoms of ADHD?
Attention difficulties
A child must have exhibited at least six of the following symptoms for at least six months to an extent that is unusual for their age and level of intelligence.
Hyperactivity
A child must have exhibited at least three of the following symptoms for at least six months to an extent that is unusual for their age and level of intelligence.
Impulsivity
At least one of the following symptoms must have persisted at least for six months to an extent that is unusual for their age and level of intelligence.
What causes ADHD?
Biological factors
Environmental factors
How is ADHD diagnosed?
There is no single diagnostic test for ADHD so different sorts of information needs to be gathered, such as the following:
History of symptoms
The precise nature of the difficulties, when they were first noticed, in what situations they occur, factors that exacerbate or relieve them.
Medical history
Risk factors that could predispose the child to ADHD include difficulties and risks in pregnancy and during birth, for example if the mother was in poor health, very young or drank alcohol or smoked or had an extended or complicated labour.
Accidents, operations and chronic medical conditions such as epilepsy, asthma and heart, liver and kidney disorders all need to be taken in to account. Also of possible relevance is any medication the child is taking, as well as any adverse reactions they have had to medication in the past.
Past psychiatric history
Enquiring about any mental health problems the child has had can help rule out depression or anxiety being behind the symptoms.
Educational history
This means the level of their ability and what specific difficulties they have, how they function within their peer group and get on with teachers, and any behaviour difficulties such as suspensions or exclusions. A more detailed evaluation of the child’s learning by a psychologist may be necessary.
Evaluation of the child’s temperament and personality
The child’s temperament and personality, those of other family members and the nature of relationships within the family may need to be assessed. This will include discussion of the methods used by the parents to manage the child’s behaviour and how successful they have been. Although this seems intrusive, the assessor will remain neutral and parents should not feel the disorder is ‘their fault’.
Family history
The mental and physical health of the child’s parents and other family members can be relevant, particularly regarding the incidence of ADHD or depression.
Social assessment
The family’s social circumstances, such as housing, poverty, and social support may all have an impact on the child’s behaviour.
What treatment is available for ADHD?
Treatment depends on a child’s exact diagnosis. It should take into account any specific difficulties and those strengths that may aid their improvement.
Psychological treatments
In addition to the management techniques described, other forms of psychological treatment might include anxiety management, cognitive therapy, individual psychotherapy and social skills training.
ADHD treatment clinic in chennai, Chennai ADHD specialist clinic, ADHD homeopathy specialist doctor in chennai, ADHD child hospital in chennai, child psychologist in chennai, child psychologist in velacheri, velacheri psychologist clinic, ADD treatment in velacheri, best psychologist in chennai, best child psychologist in velacheri, சைக்காலஜிஸ்ட் சென்னை, சைக்காலஜி டாக்டர் வேளச்சேரி, பெஸ்ட் சைக்காலஜிஸ்ட் தமிழ் நாடு, ஓமியோபதி சைக்காலஜிஸ்ட் சென்னை, சிறந்த உளவியல் மருத்துவர் சென்னை, உளவியல் ஆலோசனை கிளினிக் வேளச்சேரி, குழந்தை உளவியல் மருத்துவர் சென்னை, சென்னை மன நல மருத்துவர் வேளச்சேரி,
Addiction is a condition in which the body must have a drug to avoid physical and psychological withdrawal symptoms. Addiction’s first stage is dependence, during which the search for a drug dominates an individual’s life. An addict eventually develops tolerance, which forces the person to consume larger and larger doses of the drug to get the same effect.
Types of Addictions
There are many different types of addiction. Understanding the addictive process and the danger signs can help you to tell the difference between addictive behavior, problematic behavior that is not an addiction and normal behavior that is non-problematic or healthy. When asking yourself, “Am I addicted?” remember that substance use, although risky, isn’t always addiction, and many addictive behaviors, in moderation, are normal everyday or recreational activities for many people.
Counseling and Treatment
Proper Counseling and treatment helps to overcome from addictions.
Whom to contact for Addiction Counseling & Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors & Psychologist Counsels & treats many cases of Addictions with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
Panruti:– 9443054168
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 99xxxxxxx0 – Porn addiction, Masturbation addiction, sex addiction, Alcohol Addictions, – 21st Oct, Sunday – Chennai), You will receive Appointment details through SMS
porn addiction treatment in chennai, sex addiction treatment in chennai, psycho sexual addiction treatment in chennai, drug addiction homeo treatment in chennai, over masturbation addiction homeo treatment in chennai, sex movies addiction treatment in chennai, chat addiction treatment in chennai, mobile phone addiction treatment in chennai, whatsapp addiction treatment in chennai, video games addiction treatment in chennai, tv serial addiction treatment in chennai, watching women breast addiction treatment in chennai, watching boobs addiction treatment in chennai, watching penis addiction treatment in chennai, watching girls ladies hip treatment in chennai,
Pimples – Acne – முகப்பருக்கள்
Acne is the most common skin condition. More women getting acne. Not just teens have acne. A growing number of women have acne in their 30s, 40s, 50s, and beyond. But doctors understand that adult acne can be particularly frustrating.
Acne signs – முகப்பருக்கள் அறிகுறிகள்
Many people think that acne is just pimples. But a person who has acne can have any of these blemishes:
Acne symptoms
Causes for acne
Acne appears when a pore in our skin clogs. This clog begins with dead skin cells. Normally, dead skin cells rise to surface of the pore, and the body sheds the cells. When the body starts to make lots of sebum, oil that keeps our skin from drying out, the dead skin cells can stick together inside the pore. Instead of rising to the surface, the cells become trapped inside the pore.
Sometimes bacteria that live on our skin, Inside the pore, the bacteria have a perfect environment for multiplying very quickly. With loads of bacteria inside, the pore becomes inflamed (red and swollen). If the inflammation goes deep into the skin, an acne cyst or nodule appears.
Acne – Pimples Homeopathy Treatment
Symptomatic Constitutional Homeopathy medicines helps for Acne, – அறிகுறிகளுக்கேற்ற கான்ஸ்டிடியூசனல் ஓமியோபதி சிகிச்சை முகப்பருவிற்கு நல்ல பலனை அளிக்கும்.
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 30 – 99xxxxxxx0 – Pimples, mugapparu, muga kuru, cystic acne, Black heads, white heads, – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS
Acne: Management Tips
muga paru treatment in tamil, cystic acne treatment in chennai, kuru in face treatment in chennai, pimples specialist doctor in chennai, black heads treatment in chennai, white head treatment in chennai, pimples mark treatment in chennai, acne vulgaris treatment in chennai, bimbles treatment chennai, bimples treatment in chennai, pimbles treatment in chennai, pustular pimples in face treatment, pimples in nose treatment chennai, chennai beauty clinic, velachery beauty clinic, முகப்பரு ஓமியோபதி சிகிச்சை வேளச்சேரி, பிம்பில்ஸ் டிரீட்மெண்ட் வேலச்சேரி, வேலசேரி ஸ்கின் டாக்டர், வேலசேரி தோல் டாக்டர், வேலசேரி ஸ்கின் கிலினிக், சிஸ்டிக் முகப்பரு சிகிச்சை, ஆயில் ஸ்கின் சிகிச்சை, ஓமியோபதி தோல் மருத்துவர் வேளச்சேரி, வேளச்சேரி டெர்மடாலஜிஸ்ட் கிளினிக், பியூட்டி கிளினிக் வேளச்சேரி,
Achilles tendinitis – குதிகால் வலி – அசிலெஸ் டெண்டினிடிஸ்
Achilles tendinitis is when the tendon that connects the back of your leg to your heel becomes swollen and painful near the bottom of the foot. This tendon is called the Achilles tendon. It is used for walking, running, and jumping.
Tendinitis of the heel
There are two large muscles in the calf. These muscles are important for walking. They create the power needed to push off with the foot or go up on the toes. The large Achilles tendon connects these muscles to the heel.
Heel pain is most often due to overuse of the foot. Rarely it is caused by an injury.
Tendinitis due to overuse is most common in younger people. It can occur in walkers, runners, or other athletes.
Achilles tendinitis may be more likely to occur if:
Symptoms – குதிகால் வலி அறிகுறிகள்
Symptoms include pain in the heel and along the tendon when walking or running. The area may feel painful and stiff in the morning.
The tendon may be painful to touch or move. The area may be swollen and warm. You may have trouble standing up on one toe.
Outlook – Prognosis
Lifestyle changes usually help improve symptoms. However, symptoms may return if you do not limit activities that cause pain, or if you do not maintain the strength and flexibility of the tendon.
Possible Complications
Achilles tendinitis may make you more likely to have an Achilles rupture. This condition usually causes a sharp pain, like someone hit you in the back of the heel with a stick. Surgical repair is necessary, but difficult because the tendon is not normal.
Maintaining strength and flexibility in the muscles of the calf will help reduce the risk of tendinitis. Overusing a weak or tight Achilles tendon makes you more likely to develop tendinitis.
Treatment – குதிகால் வலி சிகிச்சை
Symptomatic Constitutional Homeopathy medicines helps for Heal Foot pain,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – pain in foot, pain in leg, Kuthi kal vali, குதிகால் வலி – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS.
pain in knee treatment chennai, pain in ankle joint treatment chennai, pain in heal treatment in chennai, kuthikal vali treatment in chennai, kai kal vali treatment, heal pain treatment chennai, wrist pain treatment in chennai, kanu kal vali treatment velacheri, குதிகால் வலி சிகிச்சை, ஹீல் பெயின் சிகிச்சை, கால் வலி சிகிச்சை, குத்து கால் வலி சிகிச்சை,
Acanthosis nigricans – அகன்தோஸிஸ் நைக்ரிகன்ஸ்
Acanthosis nigricans is a fairly common skin pigmentation disorder. The most notable sign of acanthosis nigricans is dark patches of skin with a thick, velvety texture. The affected areas of skin may also itch or have an odour.
These patches may appear on skin folds and other areas, such as the:
Causes, incidence, and risk factors – காரணங்கள், விளைவு, மற்றும் இடர் காரணிகள்
Acanthosis nigricans can affect otherwise healthy people, or it can be related to medical problems. Some cases are genetically inherited. The condition is most commonly seen among people of African descent, in part because it is easier to see in darker skin.
Obesity can lead to acanthosis nigricans, as can some endocrine disorders. It is often found in people with obesity-related insulin resistance.
Some medicines, particularly hormones such as human growth hormone or birth control pills, can also cause acanthosis nigricans.
People with lymphoma or cancers of the gastrointestinal or genitourinary tracts can also develop severe cases of acanthosis nigricans.
Symptomatic Homeopathy medicines helps for Acanthosis nigricans. So its good to consult a experienced Homeopathy physician without any hesitation.
Vivekanantha Homeopathy Clinic Consultation Champers at
Blackish discoloration around neck treatment, black mark around neck homeopathy treatment, black pigmentation around neck breast treatment in chennai, skin tanning treatment in chennai, sun light allergy treatment in chennai, homeopathy treatment for skin problems, Homeopathy skin specialist in chennai, homeopathy dermatologist chennai, skin doctor chennai, skin doctor velachery, blackish discoloration in thigh treatment in chennai, கழுத்தை சுற்றி கருப்பு புள்ளிகள் சிகிச்சை, பிக்மெண்டேசன் டிரீட்மெண்ட், ஹோமியோபதி தோல் மருத்துவர் சென்னை, ஓமியோபதி ஸ்கின் ஸ்பெசலிஸ்ட் சென்னை, தொடையில் கருப்பு புள்ளிகள், உடல் கறுத்து போகிறது, தோல் கருப்பு நிறமாக மாறுதல், முகத்தில் கரும்புள்ளி சிகிச்சை,
Ulcerative colitis
Ulcerative colitis is an inflammatory bowel disease (IBD) that causes long-lasting inflammation and ulcers in digestive tract. Ulcerative colitis affects the innermost lining of large intestine – colon and rectum. Symptoms usually develop over time, rather than suddenly.
Symptoms of ulcerative colitis
The severity of the symptoms varies, depending on how much of the rectum and colon is inflamed and how severe the inflammation is. For some people, the condition has a significant impact on their everyday lives.
Symptoms of a flare-up
Some people may go for weeks or months with very mild symptoms, followed by periods where the symptoms are particularly troublesome.
During a flare-up, some people develop:
In most people, no specific trigger for flare-ups is identified, although a gut infection can occasionally be the cause.
Stress is also thought to be a potential factor.
Ulcerative Colitis Homeopathy Treatment
Symptomatic constitutional Homoeopathic medicines helps for Ulcerative Colitis .
Whom to contact for Ulcerative Colitis Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of Ulcerative Colitis with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
Chennai:– 9786901830
Pondicherry:– 9865212055 (Camp)
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini – 30 – 99xxxxxxx0 – Ulcerative Colitis, ulcer in colon, abdominal pain, blood in motion, – 21st Oct, Sunday – Chennai ), You will receive Appointment details through SMS,
Kudl pun, vayiru vali, stomach pain, gas problem, blood in motion, blood in stool, yeppam, kusu, வயிரு வலி, கேஸ் பிராப்லம், மலத்தில் ரத்தம், குடல் புண், inflammatory bowel disease IBD homeopathy treatment Chennai, Crohns disease homeopathy treatment in Chennai, ulcerative colitis homeo treatment velacheri, homeopathy gastroenterologist, Homeopathy stomach specialist doctor in Chennai,
Breathing difficulty மூச்சு முட்டல்,
Breathing difficulty may involve:
Shortness of breath; Breathlessness; Difficulty breathing; Dyspnea, மூச்சு தினறல், சுவாசிப்பதில் சிரமம், மூச்சு விடுவதில் கஷ்டம், மூச்சிறைப்பு பிரச்சனை, மூச்சுவாங்குதல்.
Considerations கவனிக்கப்படவேண்டியவைகள்
No standard definition exists for difficulty breathing. Some people may feel breathless with only mild exercise (for example, climbing stairs), even though they do not have a medical condition. Others may have advanced lung disease but never feel short of breath.
Wheezing is one form of breathing difficulty in which you make a high-pitched sound when you breathe out.
Causes காரணங்கள்
Shortness of breath has many different causes. For example, heart disease can cause breathlessness if your heart is unable to pump enough blood to supply oxygen to your body. If your brain, muscles, or other body organs do not get enough oxygen, a sense of breathlessness may occur.
Breathing difficulty may also be due to problems with the lungs, airways, or other health problems.
Problems with the lungs:
Problems with the airways leading to the lungs:
Problems with the heart:
Other:
ஓமியோபதி சிகிச்சை – Homeopathy treatment fo breathing difficulties
Symptomatic Constitutional Homeopathy medicines helps for Breathing difficulties,
Whom to contact for Breathing Difficulty problem Treatment
Vivekanantha Clinic Doctors treats many cases of Breathing Difficulty problem, with successful results. Many patients get relief after taking treatment from Vivekanantha Clinic. You can meet the Doctors at Vivekanantha Homeopathy Clinic, Velachery, Chennai 42. To get appointment please call 9786901830, +91 94430 54168 or mail to consult.ur.dr@gmail.com,
For appointment: SMS your Name -Age – Mobile Number – Problem in Single word – date and day – Place of appointment (Eg: Rajini- 30 – 99xxxxxxx0 – Breathing Difficulty problem, moochu thinaral noi, asthma, breathing problem – 21st Oct, Sunday – Chennai ). You will receive Appointment details through SMS
Breathing Difficulty problem treatment in Chennai, asthuma treatment Chennai, brath problem homeo doctor Chennai, homeopathy breath easy specialist clinic doctor in velachery Chennai tamil nadu, homeopathy child asthuma specialist clinic doctor Chennai, மூச்சு தினறல் ஓமியோபதி மருத்துவர் சென்னை, ஆஸ்துமா சிகிச்சை தமிழில், நுரையீரல் குழந்தை ஓமியோ சிறப்பு மருத்துவர் சென்னை,
You must be logged in to post a comment.
You must be logged in to post a comment.